82.7 एकड़ में भव्य परिसर बन कर तैयार, मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल सोमवार को करेंगे 10 भवनों का उद्घाटन।

विश्वविद्यालय परिसर में तैयारियां पूरी, परिसर में बनी हैलीपैड पर उतरेगा मुख्यमंत्री का हैलीकॉप्टर।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का परिसर दुधौला गांव में 82.7 एकड़ में बन कर तैयार हो गया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल सोमवार को इस परिसर का लोकार्पण करेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने शनिवार को नए परिसर में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि यह 426 करोड़ रुपए की परियोजना है, जिस पर अभी तक 357 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि यह तीन चरण में बनने वाली कुल 1000 करोड़ की परियोजना है। इस समारोह में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल गुर्जर, हरियाणा के उच्च शिक्षा एवं परिवहन मंत्री श्री मूलचंद शर्मा, पृथला के विधायक नयनपाल रावत, पलवल के विधायक दीपक मंगला, हथीन के विधायक प्रवीण डगर और होडल के विधायक जगदीश नायर विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।

कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल 10 ब्लॉक का लोकार्पण करेंगे। इनमें 6 शैक्षणिक ब्लॉक हैं। जिनमें 69 क्लास रूम हैं और अधिकतर स्मार्ट क्लास रूम हैं। इनमें कंप्यूटर लैब भी हैं। उन्होंने बताया कि एक प्रशासनिक भवन का भी लोकार्पण होगा। इसका नाम तक्षशिला रखा गया है। एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बन कर तैयार हो गया है। इसमें लैब, सोलर लैब, एडवांस्ड इलेक्ट्रिक लैब, इलेक्ट्रोनिक लैब, वेल्डिंग लैब हैं। इसके अलावा छात्र एवं छात्राओं के लिए 2 छात्रावास बन कर तैयार हो गए हैं। इनमें 500-500 बेड की क्षमता है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में 1.2 मेगा वाट का सोलर प्लांट लगाया गया है। साथ ही एसटीपी भी स्थापित किया जा रहा है। जल शोधन करके उसे कृषि और बागवानी में इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही वाटर हार्वेस्टिंग का भी बंदोबस्त किया गया है।

कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय 42 प्रोग्राम चला रहा है और काफी सारे शॉर्ट टर्म कोर्स भी चलाए जा रहे हैं। कैंपस प्लेसमेंट 81% पर पहुंच गई है और काफी विद्यार्थी उद्यमी बन रहे हैं। अफ्रीका और जापान सहित कई देशों के प्रतिनिधिमंडल भ्रमण के लिए आ चुके हैं।

कई राज्य विश्वविद्यालय के मॉडल को फॉलो कर रहे हैं। कुछ विद्यार्थियों को विदेशों में रोजगार मिला है। 3 विद्यार्थी और 3 शिक्षक कैंब्रिज पढ़ने के लिए जाएंगे। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि देश का पहपा इनोवेटिव स्किल स्कूल हमने विश्वविद्यालय में बनाया है। जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, डाटा साइंस, ब्यूटी वैलनेस और योग जैसे सब्जेक्ट पढ़ाए जा रहे हैं। इस मॉडल को प्रदेश सरकार भी लागू करने जा रही हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में ई व्हीकल निर्माण की दिशा में भी काम चल रहा है। मॉडल के तौर पर एक व्हीकल का विद्यार्थियों ने निर्माण किया है जो की पूरी तरह से स्क्रैप से बनाया गया है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि 82. 7 एकड़ भूमि उपलब्ध करवाने के लिए हम ग्राम पंचायत दुधौला के प्रति अत्यंत कृतज्ञ है।

विश्वविद्यालय की कुल सचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने बताया कि परिसर में कई आधुनिक व्यवस्थाएं की गई हैं। विदेश से पढ़ने के लिए आने वाले विद्यार्थियों के लिए ट्रांजिट हॉस्टल बनाया गया है। साथ ही शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारियों के लिए आवास भी बनाए गए हैं। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ न विश्वविद्यालय में अकादमिक गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि उद्योग के साथ इंटीग्रेटेड कोर्स चलाए जा रहे हैं। इससे विद्यार्थियों को रोजगार के सृजन में काफी मदद मिल रही है।

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