लंबित मामलों, विभागीय असंवेदनशीलता से हैं क्षुब्ध चंडीगढ़, 13-11-2023 – प्रदेशभर के राजकीय महाविद्यालयों में कार्यरत्त शिक्षक अपनी विभिन्न मांगो को लेकर हरियाणा राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ के आह्वान पर गुरुवार दिनांक 16 नवम्बर को पंचकुला स्थित विभाग के मुख्यालय पर पहुँच कर रोष प्रदर्शन करेंगे I संघ प्रवक्ता डॉ. रवि शंकर ने कहा कि संघ अध्यक्ष डॉ. अमित चौधरी, उपाध्यक्ष प्रो. अरुण कुमार, महासचिव डॉ. प्रतिभा चौहान, संगठन सचिव डॉ. सुनील कुमार, संयुक्त सचिव श्रीमती ज्योति दहिया एवं वित्त सचिव श्रीमती प्रियंका द्वारा पिछले कई दिनों से प्रदेश के समस्त राजकीय महाविद्यालयों में कार्यरत्त शिक्षकों से संवाद स्थापित कर उनसे शिक्षा एवं शिक्षकों के प्रति उच्चत्तर शिक्षा विभाग के असंवेदनशील रवैये पर विस्तृत विचार विमर्श करने के उपरांत विभाग के मुख्यालय पर पहुँच धरना देने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है I संघ की महासचिव डॉ. प्रतिभा चौहान ने इस विषय में विस्तार से बताते हुए कहा कि कहा हम आन्दोलन हेतु पूर्ण रूप से तैयार हैं I दिनांक 16 नवम्बर को शिक्षा सदन, पंचकुला पहुँच कर उच्चत्तर शिक्षा विभाग के मुख्यालय पर प्रदेशभर के शिक्षकों द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा और उसी दिन आगे के कार्यक्रम की रूप रेखा खुली मीटिंग में तय करके संघर्ष को और तेज किया जाएगा जो तब तक चलेगा जब तक मुख्यालय के शिक्षा-शिक्षक हितों के प्रतिकूल और हठधर्मी रवैए में बदलाव नहीं होगा। संघ अध्यक्ष डॉ. अमित चौधरी ने बताया कि सर्व सम्मति से ये प्रस्ताव पास किया गया कि सलेक्शन और सीनियर स्केल में नोटिफिकेशन के विरुद्ध इंटरव्यू जोड़ना तथा इंटरव्यू की परफॉर्मेंस के नाम पर प्रोफेसरशिप रोकने का विचार हमें किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है। इसी के साथ पे-प्रोटेक्शन, एमफिल/पीएचडी व नोशनल इंक्रीमेंट और ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के विषय में संघ की मांगों को ना मानने से शिक्षकों में भारी रोष है Iहाल ही में जिस प्रकार कुछ साथियों को विभाग द्वारा मनमाने ढंग से प्रोफेसरशिप प्रदान करने में जो रोड़े अटकाए गए हैं उससे प्रतीत होता है कि विभाग की मंशा सकारात्मक तो कतई नहीं हैI विभागीय आधिकारियों के इस मनमाने रवैये से क्षुब्ध शिक्षक मुख्यालय पहुँच अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे I ज्ञातव्य है कि हाल ही में हरियाणा राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने माननीय उच्चत्तर शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर उन्हें शिक्षकों की मांगो जैसे विगत 27 जून 2023 को सेलेक्शन स्केल की स्क्रीनिंग मीटिंग होने के उपरांत भी सेलेक्शन ग्रेड अवार्ड का नोटिफिकेशन अभी भी लंबित होने, यूजीसी नोटिफिकेशन 2018 के अनुरूप एम.फिल/ पी.एच.डी इंक्रीमेंट, नोशनल इंक्रीमेंट आदि मामलों, सी.ए.एस. प्रमोशन, पे-प्रोटेक्शन आदि से अवगत करवाया था परन्तु अभी तक इस विषय में कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई जिससे समस्त शिक्षक वर्ग में भारी रोष है I संघ उपाध्यक्ष श्री अरुण कुमार एवं संगठन सचिव डॉ. सुनील कुमार ने कहा संघ के डिमांड चार्टर में शामिल मांगो जैसे जैसे पुरानी पैन्शन स्कीम बहाल करने, रिक्तियों को भरने, यू.जी.सी. रैगुलेशनज़ की विसंगतियों को दूर करने , एम फिल-पीएचडी इंक्रीमेंट देने, विभिन्न स्तरों पर तुरंत-त्वरित पदोन्नति करने, यूजीसी के अनुसार रिटायरमेंट आयु पैंसठ वर्ष करने ,कैशलेस मैडिकल स्कीम देने, सरकारी कॉलेजों के शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कामों से मुक्त करने, पदोन्नति में रूरल सर्विस की शर्त हटाने आदि विषयों की एक लम्बी फेहरिस्त है जिसके कारण प्रदेशभर के शिक्षक आन्दोलन की राह पर अग्रसर होने को मजबूर हुए हैं और यह आन्दोलन तब तक ज़ारी रहेगा जब तक सरकार अपनी हठधर्मिता छोड़ कर हमारी समस्त मांगो को नहीं मानती I Post navigation गृहमंत्री अनिल विज ने दिवाली में लक्ष्मी पूजा पर उठाए सवाल ? सत्ता पक्ष और पुलिस की मिलीभगत से चलता है नशे का अवैध धंधा : कुमारी सैलजा