सरस आजीविका मेला- 2023 …… झारखंड का तशर सिल्क के कपड़े व आर्गेनिक ग्रासरी के सामान की हो रही बंपर खरीदारी

ट्राइबल ज्वेलरी के स्टॉल पर भी लगी रही महिलाओं की भीड़, सांस्कृतिक संध्या का भी लोगों ने लिया आनंद
सुबह 11 बजे से रात्रि 9.30 तक चलने वाला यह मेला सबके लिए निःशुल्क है

गुरुग्राम, 5 नवंबर। गुरुग्राम में जारी सरस आजीविका मेला 2023 में आज आखिरी संडे पर जबरदस्त भीड़ उमड़ी। मेले में न केवल लोगों ने खरीदारी की बल्कि फूड कोर्ट में लोगों ने जमकर जायके का भी लुत्फ उठाया। फूड कोर्ट में देर रात तक भारी भीड़ रही। साथ ही लोगों ने इस दौरान सांस्कृतिक संध्या का भी आनंद लिया। मेले में आज झारखंड के गोड्डा जिले से आई हुईं रिमझिम सखी मंडल ग्रुप की सुचित्रा देवी ने बताया कि मेले में उनके स्टॉल नंबर 79 पर तशर सिल्क साड़ी, सूट, दुपट्टा समेत फेब्रिक कपड़े भी उपलब्ध हैं, जिसे यहां लोग काफी पसंद कर रहे हैं। इसके साथ ही झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले से आई हुईं प्रगति महिला समिति की मीनू रक्षित ने बताया कि उनके स्टॉल नंबर 211 पर आर्गेनिक शॉप में राइस-मिल्क शॉप, हल्दी-चंदन शॉप, ऑलमंड-रोज शॉप आदि, फेस वॉश, हेयर ऑयल, क्रीम, बॉडी पेन रिलीफ जैसे आर्गेनिक प्रोडक्ट गुरुग्राम वालों को काफी आकर्षित कर रहा है।

वहीं, फूड आइटम की अगर हम बात करें तो झारखंड के रांची से आई हुईं बिमला देवी ने बताया कि उनके स्टॉल नंबर 210 पर पंद्रह प्रकार के अचार में बांस का अचार, आंवला अचार, कटहल अचार, हरा मिर्च, महुआ का अचार, पुटकल अचार समेत जामुन सिरका, जामुन बीज पॉउडर (सुगर के लिए फायदेमंद है), मधु, ब्राउन राइस के सामान यहां पर उपलब्ध हैं, जिसकी लोग खरीदारी कर रहे हैं। इस स्टॉल पर आप को एक सौ रुपये से लेकर चार सौ रुपये तक के सामान हैं। वहीं, स्टॉल नंबर 375 पर अपनी स्टॉल लगाई हुईं रीता होरो ने बताती हैं कि यहां हमारे स्टॉल पर इमली का केक, इमली का अचार, रागी का आटा, समेत यहां आप को लाख की चूड़ियां भी मिल जाएंगी। साथ ही अगर आप को महिलाओं द्वारा तैयार किया गया आर्गेनिक मकई आटा, चना सत्तू, चना बेसन, अरहर दाल, सरसों तेल, काली मिर्च पॉउडर समेत तमाम आर्गेनिक ग्रासरी के आइटम चाहिये तो आप झारखंड के स्टॉल नंबर 208 पर रेणु कुमारी के स्टॉल पर ले सकते हैं। साथ ही झारखंड के ट्रइबल ज्वेलरी के आइटम भी आप को स्टॉल नंबर 209 पर मिल जाएंगे, जो महिलाओं को काफी आकर्षित कर रहा है।

साथ ही झारखंड से यहां पर बीसी (बैंकिंग करसपोंडेंट) सखी भी आई हुई हैं, जो कि इस मेले में भाग ले रहीं महिलाओं के लिए पेमेंट के लेन-देन समेत मेले के दौरान भी अपने घर परिवार को बीसी सखी के माध्यम से पैसे भेज सकती हैं औऱ जरूरत पड़ने पर मंगा भी सकती है। वहीं, मेले में सांस्कृतिक संध्या का भी लोगों ने आनंद लिया। सांस्कृतिक संध्या में नियमित रूप से पांच बजे से हरेक राज्यों के लोक नृत्य व संगीत की प्रस्तुति की जाती है।

ज्ञात हो कि राजधानी से सटे गुरुग्राम में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा हरियाणा सरकार के सहयोग सेआयोजित सरस आजीविका मेला का आयोजन किया जा रहा है। 26 अक्टूबर से 11 नवंबर तक आयोजित होने वाला मेला भारत की विविधता और सांस्कृतिक विरासत को दर्शा रहा है। पहले दिन ही इस मेले का आकर्षण लोगों को अपनी तरफ खींच लाया। यहां हर आयु वर्ग के लोग मेला देखने व खरीदारी करने में आ रहे हैं।

गुरुग्राम के सेक्टर-29 स्थित लेजरवैली ग्राउंड में लगे इस मेले में देश के 28 राज्यों के 400 से अधिक स्टॉलों पर लोग खरीदारी के लिए आ रहे हैं। मेले की विविधता लोगों को आकर्षित कर रही है। स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं की विशेष उपस्थिति वाला यह मेला महिला सशक्तिकरण की एक बेहतरीन मिसाल है जहां न केवल वह अपना उत्पाद लेकर आई हैं बल्कि वह भारत की विविधता और अनेकता में एकता का संदेश भी दे रही हैं। आयोजकों के लिए यह मेला निःशुल्क है। सुबह 11 बजे से रात्रि 9.30 तक चलने वाले इस मेले में लोगों की खासी दिलचस्पी है। दूसरी बार यह मेला गुरुग्राम में लग रहा है और लोग इसको लेकर उत्साहित हैं।

इस मेला में 28 राज्यों से आई स्वयं सहायता समूह की 800 दीदी अपनी कला एवं संस्कृति से जुड़े हस्तनिर्मित उत्पादों की स्टॉल लगाई हैं।

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