6 मंच, 3 हजार कलाकार, 34 विधाओं में चार दिन कलाकार मचाएंगे धमाल। 14 कंवीनर, 75 सदस्य, 250 रत्नावली वालंटियर्स देखेंगे व्यवस्था। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, संजीव कुमारी 27 अक्टूबर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्रीमद्भगवद्गीता सदन में शनिवार को चार दिवसीय राज्य स्तरीय हरियाणा दिवस रत्नावली समारोह का आगाज हरियाणवी वंदना और मुख्यातिथि सारंगी वादक मामन खां की सारंगी के मधुर संगीत के साथ होगा। रत्नावली के मंच पर हरियाणा की प्रसिद्ध लोक संस्कृति व हरियाणा की लोक कला एवं समृद्ध संस्कृति के दर्शन होंगे। 28 से 31 अक्टूबर तक चार दिनों तक 6 मंचों पर 3हजार से अधिक युवा कलाकार 34 विधाओं में अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इस बार का रत्नावली समारोह बहुत खास होगा क्योंकि समारोह का उद्घाटन राष्ट्रपति से सम्मानित 95 वर्षीय सुप्रसिद्ध सारंगी वादक मामन खां करेंगे। थानेसर के लोकप्रिय विधायक सुभाष सुधा बतौर अतिविशिष्ट अतिथि, जगदीप अहलावत प्रतिष्ठित फिल्म अभिनेता, सेवा सिंह प्रधान, एसोसिएशन ऑफ हरियाणवीज इन ऑस्ट्रेलिया बतौर विशिष्ट अतिथि रत्नावली समारोह की शोभा बढ़ायेंगे तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा समारोह की अध्यक्षता करेंगे। युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि समारोह को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए 14 कमेटियों का गठन कर, 14 कंवीनर बनाए गए हैं तथा उनके सहयोग के लिए 75 सदस्य, 250 रत्नावली वालंटियर्स बनाए गए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने समारोह के सफल आयोजन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में सभी अधिकारी व कर्मचारी समारोह के सफल आयोजन के लिए काम में लगे हैं। उद्घाटन समारोह को खास बनाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है क्योंकि पहली बार उद्घाटन समारोह में हरियाणवी वंदना सुनाई देगी तथा पूरे हरियाणा के दर्शन होंगे। इसके साथ-साथ पहली बार हरियाणवी बैंड भी उद्घाटन समारोह की शोभा बढ़ाएगा। पहली बार हरियाणवी बैंड की प्रस्तुति की जा रही है तथा अगले वर्ष से हरियाणवी बैंड को विधा के रूप में रत्नावली समारोह में जोड़ा जाएगा। वर्तमान समय में हरियाणवी बैंड को लेकर युवाओं में भरपूर उत्साह है और इससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। 6 मंच, 34 विधाएं, 3 हजार कलाकारलोक सम्पर्क विभाग के उपनिदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि राज्य स्तरीय रत्नावली समरोह में पहले दिन ऑडिटोरियम हाल के मुख्य मंच पर रिचुअल लूर हरियाणवी नृत्य, सोलो डांस महिला, पॉप सोंग, आरके सदन में हरियाणवी भजन, ड्यूट रागनी, सिनेट हॉल में हरियाणवी भाषण, पगड़ी बांधने की प्रतियोगिता, खुले मंच पर सांग कंपटीशन स्टूडेंट्स तथा क्रश हॉल में फोक पेंटिंग कार्यशाला व प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। वहीं दूसरे दिन ऑडिटोरियम हॉल में हरियाणवी कोरियोग्राफी, फॉक कॉस्ट्यूम पुरुष एवं महिला, हरियाणवी फैशन शो, हरियाणवी फॉक ऑरकेस्ट्रा, आरके सदन में हरियाणवी भजन, हरियाणवी लोकगीत, हरियाणवी गजल मोनो एक्टिंग, ओपन एयर थियेटर में हरियाणवी स्किट टिट-बिट्स, सीनेट हॉल में हरियाणवी क्विज, शॉर्ट फिल्म इन हरियाणवी, ऑन हरियाणा, सांग प्रतियोगिता स्टूडेंट्स होगी तथा एंटिक हरियाणवी संग्रह प्रदर्शनी बोहिया, इंडी, पिड्डा, बिंदरवाल को प्रदर्शित किया जाएगा।उन्होंने बताया कि तीसरे दिन ऑडिटोरियम में ग्रुप डांस प्रतियोगिता, हरियाणवी चौपाल, संगीत संध्या, आरके सदन में हरियाणवी फोक इंस्ट्रुमेंटल सोलो, हरियाणवी वन एक्ट प्ले, ग्रुप सोंग हरियाणवी, सीनेट हॉल में कविता व हरियाणवी क्विज फाइनल, खुले मंच पर सांग कंपटीशन स्टूडेंट्स के लिए आयोजित होंगी तथा ऑन द स्पॉट पेंटिंग प्रतियोगिता व पेंटिंग प्रदर्शनी प्रदर्शित की जाएगी। राज्य स्तरीय समारोह के अंतिम दिन ऑडिटोरियम हॉल में ग्रुप डांस हरियाणवी, ओपन एयर थियेटर में रागनी कंपटीशन प्रोफेशनल व सांय 3 बजे ऑडिटोरियम हॉल में पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित होगा। युवा बनेंगे आत्मनिर्भर व होगा कौशल विकास : डॉ. गुरचरण सिंहकुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के उपनिदेशक डॉ. गुरचरण सिंह ने बताया कि इस बार राज्य स्तरीय रत्नावली महोत्सव में कला शिविर व विद्यार्थियों की कला प्रदर्शनी होगी। विशेष आकर्षण का केन्द्र, कला शिविर में आठ प्रतिष्ठित कलाकार भाग ले रहे हैं। भाग ले रहे कलाकार अपनी कलाकृतियों के माध्यम से हरियाणा की विलुप्त हो रही लोक कलाओं व लोक संस्कृति को अपने चित्रों के माध्यम से उकेरेंगे। वहीं ललित कला विभाग के छात्र अपनी प्रदर्शनी के माध्यम से अपने कला कौशल को प्रदर्शित करेंगे। इससे विद्यार्थी आत्मनिर्भर बनने के लिये प्रेरित होगें। विद्यार्थी विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों को प्रदर्शित करेगें। कला शिविर में भाग ले रहे कलाकारों से भी विद्यार्थियों को कला की बारीकियों को सीखने का अवसर मिलेगा। युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग सदैव ही हरियाणा की कला एवं संस्कृति को सहेजने का कार्य करता रहा है। Post navigation एसोसिएशन ऑफ हरियाणवीज इन ऑस्ट्रेलिया का डेलिगेशन बनेगा रत्नावली का हिस्सा संस्कृति उत्थान में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का महत्वपूर्ण योगदानः मामन खां