ग्रामीण लोगों के जीवन में व्यापक बदलाव लाने के लिए ग्रामीण संवर्धन और महाग्राम योजना के तहत स्वीकृत परियोजनाएं : मुख्यमंत्री चंडीगढ़, 17 अक्टूबर – हरियाणा सरकार ने राज्य की ग्रामीण आबादी के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में अहम कदम उठाते हुए 284 करोड़ रुपये से अधिक की 13 नई परियोजनाओं को लागू करने का निर्णय लिया है। ये परियोजनाएं ग्रामीण संवर्धन कार्यक्रम और महाग्राम योजना के तहत 4 जिलों अर्थात हिसार, जींद, सोनीपत और रेवाडी में में लागू होंगी। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने नाबार्ड की ऋण सहायता से जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा क्रियान्वित की जाने वाली इन परियोजनाओं को आज यहां प्रशासनिक मंजूरी प्रदान की। इस संबंध में जानकारी देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि सरकार ने ग्रामीण संवर्धन कार्यक्रम के तहत जिला रेवाड़ी के गांव प्राणपुरा और मामरिया आसमपुर के लिए नहर आधारित जल आपूर्ति परियोजना को मंजूरी दी है। इसके अलावा ग्राम ममरिया ठठेर में जल आपूर्ति योजना के लिए अतिरिक्त भंडारण एवं अवसादन टैंक भी सुनिश्चित किया जाएगा। उक्त दोनों परियोजनाओं पर लगभग 29.36 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इनके अलावा , जिला रेवाडी के मौजूदा जल कार्यों में नहर आधारित जल आपूर्ति योजना खोरी समूह के 2 गांवों मखारिया और चिमनावास में अवसादन टैंक पर 25.20 करोड़ रुपये की लागत, जिला भिवानी के भारवास में 8 गांवों के जाटूवास समूह की मौजूदा जल आपूर्ति योजना के लिए अतिरिक्त भंडारण और अवसादन टैंक के निर्माण पर 12.22 करोड़, रेवाड़ी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के नहर आधारित जल कार्यों में कच्चे पानी के लिए नवीनीकरण और भंडारण क्षमता बढ़ाने पर 11.90 करोड़ रुपये, जिला रेवाड़ी के खेड़ी मोतला में 4 गांवों के बोलनी समूह की मौजूदा जल आपूर्ति योजना के लिए अतिरिक्त भंडारण और अवसादन टैंक का निर्माण पर 9.12 करोड़ रूपये खर्च होंगे। प्रवक्ता ने आगे बताया कि इन 15 नहर आधारित जल कार्यों के नवीनीकरण के बाद नए कार्यों के निर्माण से 15 वर्ष की संभावित 1.63 लाख आबादी को सीधा लाभ होगा। उन्होंने महाग्राम योजना के तहत स्वीकृत परियोजनाओं के बारे बताया कि 36.52 करोड़ रुपये की लागत से गांव गंगवा, जिला हिसार में पेयजल योजना , 36.21 करोड़ रुपये की लागत से गांव गंगवा में ही सीवरेज प्रणाली उपलब्ध कराना, 30.95 करोड़ रुपये की लागत से गांव छात्तर, जिला जींद में सीवरेज प्रणाली उपलब्ध कराना, जिला हिसार के गांव सदलपुर में 25.72 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज प्रणाली उपलब्ध कराना, इसी गांव सदलपुर की जलापूर्ति योजना का विस्तार 22.72 करोड़ रुपये की लागत से, गांव खेवड़ा, जिला सोनीपत में 19.86 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज प्रणाली उपलब्ध कराना, गांव छातर, जिला जींद में पेयजल आपूर्ति का विस्तार 18.36 करोड़ रुपये की लागत से, गांव खेवड़ा, जिला सोनीपत में पेयजल आपूर्ति का विस्तार 6.61 करोड़ रूपये की लागत से किया जाएगा। प्रवक्ता ने आगे बताया कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर में कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) की आपूर्ति सुनिश्चित करने वाला हरियाणा पहले ही प्रथम राज्य बन चुका है। केंद्र सरकार ने इस मिशन के तहत 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल से स्वच्छ पेयजल देने का लक्ष्य रखा था जबकि राज्य सरकार ने यह लक्ष्य काफी पहले ही हासिल कर लिया है। Post navigation पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों की साप्ताहिक बैठक आयोजित हरियाणा में उद्योगपतियों के लिए 27 सेवाएं फास्ट-ट्रैक पर