— भगवान परशुराम वाटिका में सुबह दस बजे पाठ का शुभारंभ, होगा भव्य आयोजन
— टीम जीएल शर्मा की ओर से आयोजन की तैयारियां हुई पूरी

गुरुग्राम। पहली बार गुरुग्राम की पावन धरा एक अनोखे धर्मिक अनुष्ठान की गवाह बनने जा रही है। इस विशेष अवसर की सूत्रधार बन रही है हरियाणा भाजपा के उपाध्यक्ष एवं डेयरी सहकारी विकास प्रसंघ के पूर्व चैयरमेन जीएल शर्मा की टीम। टीम जीएल शर्मा की ओर से सुंदर कांड के 1008 पाठ कराने का संकल्प लिया गया। जिनका कल से विधिवत शुभारंभ होगा। सुंदरकांड का पहला पाठ पटौदी चौक के नजदीक भगवान परशुराम वाटिका में भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा।

कार्यक्रम सुबह 10:00 बजे आरंभ होगा। पाठ के बाद श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की भी व्यवस्था टीम की ओर से की गई है। मां दुर्गा के पहले नवरात्र से शुरू होने वाले सुंदरकांड पाठ के आयोजन का सिलसिला लगभग साल भर तक जारी रहेगा। इस बीच टीम की ओर से पहले पाठ के आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। आयोजन में जिले भर के कोने-कोने से सैकड़ो सरदारों और राम भक्तों के पहुंचने का अनुमान है। टीम ने राम भक्तों के आगमन को देखते हुए तैयारी और बेहतरीन व्यवस्थाएं की है। आयोजन में विभिन्न समाज की सामाजिक संस्थाओं के साथ-साथ जिले भर की धार्मिक और सांस्कृतिक संस्थाएं भी अपनी भागीदारी करेंगी। साथी शहर की विभिन्न कॉलोनी, सेक्टरों और सोसाइटियों की आरडब्ल्यूए भी सुंदरकांड के पहले पाठ के भव्य आयोजन की गवाह बनेगी।

टीम जीएल शर्मा के सदस्य महेश वशिष्ठ, सुमित शर्मा, प्रतीक शर्मा, प्रवीण खटाना एवं अन्य ने पटौदी चौक स्थित भगवान परशुराम वाटिका पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। इन लोगों ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। आगंतुक श्रद्धालुओं के लिए टीम की ओर से विशेष व्यवस्थाएं की गई है। पाठ के बाद श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद के रूप में भोजन की भी व्यवस्था की गई है।

मनुष्य के लिए हितकारी है सुंदरकांड पाठ : जीएल शर्मा

पाठ के मुख्य आयोजक राम भक्त जीएल शर्मा ने बताया कि हिंदू धर्म में सुंदरकांड पाठ का विशेष महत्व है। सुंदरकांड पाठ में भगवान हनुमान के बारे में विस्तार से बताया गया है। तुलसीदास द्वारा रचित सुंदरकांड सबसे ज्यादा लोकप्रिय और महत्वपूर्ण माना गया है। मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति नियमित अंतराल में घर पर सुंदरकांड का पाठ करता है उसे प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। भगवान हनुमान जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं। ये बल, बुद्धि और कृपा प्रदान करने वाले माने जाते हैं। सुंदरकांड का पाठ करने से व्यक्ति को जीवन में कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिलते हैं। जो भी जातक प्रतिदिन सुंदरकांड का पाठ करता है उसकी एकाग्रता और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। सुंदरकांड का पाठ करने से व्यक्ति के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे में उसके द्वारा किए जाने वाले किसी भी काम का परिणाम हमेशा सकारात्मक ही मिलता है। सुंदर कांड का पाठ करने से व्यक्ति के अंदर से नकारात्मक शक्तियां दूर चली जाती है। व्यक्ति के अंदर सकारात्मक और विचारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है। वह व्यक्ति किसी भी कार्य में अपनी रुचि दिखाता है तो उसमें सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। सुंदरकाण्ड का पाठ करने से व्यक्ति के मन से भय जाता रहता है और आत्मविश्वास एवं इच्छाशक्ति प्रबल हो जाती है। उन्होंने कहां की टीम की ओर से यह संकल्प लिया गया है इसे पूरी निष्ठा और भक्ति भाव के साथ संपूर्ण किया जाएगा। उन्होंने सभी राम भक्तों से इस आयोजन में शामिल होने का आह्वान किया।

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