हरियाणा के मुख्य सचिव ने की एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) के  प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात

एआईआईबी प्रतिनिधिमंडलों ने एचओआरसी रेल परियोजना पर हरियाणा की प्रगति की सराहना की
 एआईआईबी,एचआरआईडीसी और एचओआरसी परियोजनाओं को वित्त सहायता जारी रखने के लिए उत्सुक

चंडीगढ़, 12 अक्टूबर – हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल जो हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के अध्यक्ष भी हैं ने आज हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना की प्रगति पर चर्चा करने के लिए एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) के प्रतिनिधिमंडलों के साथ बैठक की। इस परियोजना में राज्य में हाई राइज ओवरहेड इक्विपमेंट (ओएचई) के साथ एक नई 126 किमी ब्रॉड गेज डबल लाइन भी शामिल है।         

इस परियोजना का भाग-ए में 2077 करोड़ रुपये  की लागत से धुलावट से बाडसा तक मुख्य लाइन में 29.50 किमी और  पातली में रेवाडी लाइन और सुल्तानपुर में गढ़ी हरसरू-फरुखनगर लाइन सहित भारतीय रेलवे नेटवर्क से 11.40 किमी की कनेक्टिविटी होगी। एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) ने इस परियोजना के भाग ए के लिए 128 मिलियन अमरीकी डालर का ऋण स्वीकृत किया है।  ।

   बैठक के दौरान एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) के प्रतिनिधिमंडलों में  प्रोजेक्ट टीम लीडर श्री वेन्यू गु और वरिष्ठ परिवहन विशेषज्ञ, एआईआईबी सुश्री ऐनी ओंग लोपेज़ और परिवहन विशेषज्ञ एआईआईबी ने परियोजना के व्यापक निष्पादन पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की और

        परियोजना के बारे में एचआरआईडीसी और एचओआरसी के तहत वित्तीय प्रयासों को जारी रखने में उत्सुकता जताई।

  मुख्य सचिव ने हरियाणा को वित्तीय सहायता प्रदान करने पर उनकी प्रतिबद्धता के लिए हार्दिक सराहना व्यक्त की। प्रतिनिधिमंडल ने एचओआरसी परियोजना की संतोषजनक फिजिकल और वित्तीय प्रगति की भी सराहना की।       

इसके अलावा प्रतिनिधिमंडलों ने परियोजना की प्रगति की निगरानी के लिए परियोजना प्रबंधन सॉफ्टवेयर (पीएमएस/स्पीड) को लागू करने में एचआरआईडीसी टीम के समर्पित प्रयासों को स्वीकार किया।  उन्होंने बाद के चरण में भी इस सॉफ़्टवेयर के उपयोग का अनुरोध किया।       

 एचआरआईडीसी के प्रबंध निदेशक आईआरएसई राजेश अग्रवाल ने एचओआरसी परियोजना के भाग-बी के लिए बजट के बारे में जानकारी प्रदान की, जिसकी अनुमानित लागत लगभग  7086 करोड़ रुपए है।  यह चरण पृथला से धुलावत और बाढ़सा से हरसाना कलां तक  मुख्य लाइन के 96.48 किमी के महत्वपूर्ण हिस्से को कवर करेगा।

इस नेटवर्क में 8.812 किमी की महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी लाइनों में       

पृथला, गढ़ी हरसरू-फरुखनगर रेलवे लाइन, सुल्तानपुर  दिल्ली-रोहतक  रेलवे लाइन, आसौधा और दिल्ली-अंबाला  रेलवे लाइन, न्यू हरसाना कलां

न्यू  डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर  नेटवर्क भी शामिल है।       

परियोजना के भाग-बी में दो जुड़वां सुरंगों का निर्माण भी किया जायेगा  जिनमें से प्रत्येक सुरंग 4.7 किमी तक फैली हुई होगी।  इसमें 25 मीटर की अधिकतम ऊंचाई के साथ 3.9 किमी लंबे पुल का निर्माण भी शामिल है।  उन्होंने कहा कि इन महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के विकास से क्षेत्र में कनेक्टिविटी और परिवहन दक्षता बढ़ने बढ़ेगी।

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