मुख्यमंत्री ने जातिगत जनगणना ना करने की बात कह कर साफ़ कर दिया की पिछड़ा वर्ग के प्रति उनके मन में खोट है : हनुमान वर्मा

हिसार । कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हनुमान वर्मा ने प्रेस में जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री का ये कहना कि वो हरियाणा प्रदेश में जातिगत जनगणना नहीं करवायेंगे वो इस बात का परिचायक है कि पिछड़ों के प्रति मुख्यमंत्री की नियत में खोट है ।

वर्मा ने कहा कि भाजपा कभी नहीं चाहेगी की जातिगत जनगणना हो ओर ये पता लगे कि किसी जाति की हरियाणा प्रदेश में कितनी संख्या है । इनको पता की जातिगत जनगणना होते ही हर जाति अपना हक मांगेगी ।

वर्मा ने कहा शायद मुख्यमंत्री भूल गए कि उन्होंने मंच के माध्यम से एक बात कही थी कि हम नगर निकाय और नगर पालिका में पिछड़ा वर्ग के चेयरमैन पद आरक्षित करेंगे और 1 मिनट में पिछे हट गये थे । ओर कहां था कि हमारे पास अतिपिछड़ा वर्ग की जनसंख्या के आंकड़े नहीं है ।‌

फिर पुरे प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के चेयरमैन माननीय दर्शन सिंह रिटायर जज व उनकी कमेटी पुरे प्रदेश में हर जिले में पहुंचे और जो आंकड़े जिस भी साथी के पास थे वो लेकर गये । तथा आयोग ने भी माना था कि जातिगत जनगणना की आवश्यकता है । फिर मुख्यमंत्री कैसे कह सकते हैं की किसी ने भी हरियाणा प्रदेश में जातिगत जनगणना की बात नहीं की । हमने स्वयं भी पुरी टीम के साथ आयोग के सामने पेश होकर जातिगत जनगणना की बात कही थी ।

वर्मा ने कहा दरअसल बात ये है कि सरकार जब से बिहार में जातिगत जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक हुए हैं । और अब राजस्थान सरकार ने भी जातिगत जनगणना करने की अधिसूचना जारी कर दी है उससे डर गई है । इस लिए मुख्यमंत्री ऐसा बयान दे रहे हैं ।‌

वर्मा ने कहा जब राहुल गांधी जी ने जातिय जनगणना की बात की ओर जिस की जितनी संख्या भारी उसकी उतनी भागीदारी की बात की तब से केन्द्र सरकार व हरियाणा सरकार की चूले हिल गई । इस लिए ऐसे बयान इन लोगों के आने लगे हैं ।

वर्मा ने कहा या तो हरियाणा सरकार जातिगत जनगणना करायें नहीं तो कुर्सी खाली करें । पिछड़ा वर्ग ने ये ठान लिया है कि जातिगत जनगणना नहीं तो वोट नहीं । अगर सरकार हरियाणा प्रदेश की जातिगत जनगणना नहीं कराती तो 2024 में कांग्रेस की सरकार आने पर हम करायें ।

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