10 अक्टूबर को होने वाले संविधान बचाओ मार्च का निमंत्रण दिया
तानाशाही रवैया अपनाते हुए संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही भाजपा : डॉ. अशोक तंवर
लोकतंत्र, संविधान व न्यायपालिका पर हमला, देश के लिए खतरा : डॉ. अशोक तंवर
भाजपा ने न्यायपालिका पर प्रहार करते हुए चुनाव आयोग चयन समिति से मुख्य न्यायाधीश को हटाया : मोक्ष पसरीजा
देश को तानाशाही की तरफ जाने से अधिवक्ता ही रोक सकता है : मोक्ष पसरीजा
“संविधान बचाओ पदयात्रा” न्यायपालिका को बचाने की मुहिम : मोक्ष पसरीजा

फरीदाबाद, 06 अक्टूबर – आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर शुक्रवार को फरीदाबाद के जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता संवाद में शामिल हुए। उनके साथ सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और लीगल सेल के प्रदेश अध्यक्ष मोक्ष पसरीजा भी मौजूद रहे। इस दौरान 10 अक्टूबर को होने वाले संविधान बचाओ मार्च का निमंत्रण दिया और लोकतंत्र बचाने के लिए हस्ताक्षर कैंपेन चलाया। उन्होंने कहा कि जब लोकतंत्र, संविधान और न्यायपालिका पर हमला हो रहा है तो ये देश के लिए खतरा है। सभी अधिवक्ताओं को आगे आकर अपनी जिम्मेदारी संभालनी चाहिए। आज देश और न्यायपालिका को आपकी जरुरत है।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चार स्तंभ होते हैं, जिसमें न्यायपालिका, विधायिका, कार्यपालिका और मीडिया है। जिनके ऊपर लोकतंत्र टिका हुआ है। लेकिन भाजपा के राज में सभी स्तंभ ढह चुके हैं, बस एकमात्र न्यायपालिका बची है। आज के दिन लोकतंत्र से तानाशाही की तरफ जाने की कोशिश हो रही है। भाजपा अब सीधा न्यायपालिका को टारगेट कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने इलेक्शन कमीशन की कमेटी से चीफ जस्टिस को बाहर कर दिया। चीफ जस्टिस को इलेक्शन कमेटी से बाहर करना सवाल खड़ा करता है कि भाजपा सरकार इलेक्शन कमीशन में अपनी मर्जी के व्यक्ति को बैठाकर चुनाव प्रक्रिया को कॉम्प्रोमाइज करके अपने तरीके से सरकार चलाना चाहती है। इसका मतलब न्यायपालिका पर जो हमला किया जा रहा है ये लोकतंत्र पर आखिरी हमला है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए न लोकतांत्रिक मर्यादाओं को मान रही है, न संविधान को मान रही है और कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी है जो कानून के हिसाब से चलती है और संविधान में विश्वास रखती है। ये दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि आजादी के 76 साल बाद भी किसी ने भी वकीलों की सुध नहीं ली। जबकि वकीलों के देश की आजादी में सबसे बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि यदि कभी भी जरुरत पड़ी तो वकीलों की लड़ाई लड़ने के लिए आम आदमी पार्टी उनकी वकील बनेगी।

उन्होंने कहा कि वकील एक ऐसा प्रोफेशन है जो करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव लेकर आ सकता है। फरीदाबाद क्राइम का गढ़ बनता जा रहा है, देश और संविधान जब रहेगा जब लोग सुरक्षित रहेंगे। आज प्रदेश में सभी पर खतरा है, सत्ता का दुरुपयोग करके मीडिया, वकीलों और विपक्षी नेताओं को जेल में डाला जा रहा है। संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदारी वकीलों पर है। क्योंकि लीगल फ्रेटरनिटी के लोग समाज का सबसे जागरूक हिस्सा होते हैं। देश कानून और संविधान के हिसाब से चलता है और कानून सबसे पहले अधिवक्ता पढ़ते हैं।

वहीं, आम आदमी पार्टी लीगल से सेल के प्रदेश अध्यक्ष मोक्ष पसरीजा ने कहा कि भारत के संविधान और न्यायपालिका को बचाने की मुहिम में 10 अक्टूबर को “संविधान बचाओ पदयात्रा” निकाली जाएगी। जिसमें हरियाणा और दिल्ली से हजारों अधिवक्ता भाग ले रहे हैं और मुख्य न्यायाधीश को ज्ञापन सौंपने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सीधे सीधे न्यायपालिका पर प्रहार करते हुए चुनाव आयोग चयन समिति से मुख्य न्यायाधीश को हटाया है। इतिहास गवाह है देश में समय समय पर हर क्रांति की अगुवाई अधिवक्ताओं ने ही की है। आज देश को लोकतंत्र से तानाशाही की तरफ जाने से अधिवक्ता ही रोक सकता है और देश की जनता हम अधिवक्ताओं की तरफ एक बार फिर बड़ी अपेक्षाओं से देख रही है। इस मौके पर लीगल सेल के जिलाध्यक्ष एडवोकेट सिकंदर वैष्णव, लीगल सेल के ज्वाइंट सेक्रेटरी एडवोकेट दिनेश भारद्वाज, ज्वाइंट सेक्रेटरी एडवोकेट महेंद्र सिंह मावी, एडवोकेट विनय तोमर, एडवोकेट मनबीर तंवर, एडवोकेट मोहित नैन, एडवोकेट चंदन शर्मा मौजूद रहे।

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