राष्ट्र प्रेम से पगी एक ओजस्वी शाम – सुरुचि परिवार का एक और शानदार वार्षिक आयोजन

फूल बनकर जो जिया उसको मसला गया ,
आदमी को फौलाद के साँचें में ढलना चाहिए I
चीखता हो हक़ तुम्हारा जब कोई, उस वक्त तो,
आँख से आँसू नहीं शोला निकलना चाहिए I

गुरुग्राम, 03 अक्तूबर। राष्ट्र प्रेम से पगी एक ओजस्वी शाम में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि विनीत चौहान ने नूंह हिंसा, मणिपुर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए चिरपरिचित अंदाज में काव्य प्रस्तुति से सभागार का तापमान बढ़ा दिया I वहीं महायोद्धा कर्ण के शापित जीवन पर कविता पढ़कर उन्होंने श्रोताओं का दिल जीत लिया I

अवसर था शिक्षक गौरव सम्मान समारोह एवं कवि सम्मलेन के आयोजन का, जो सुरुचि साहित्य कला परिवार के तत्वावधान में 2 अक्टूबर, 2023 सोमवार को अपराह्न साढ़े तीन बजे से सी. सी. ए. स्कूल सेक्टर 4 के सभागार में किया गया I देर रात तक चले इस कार्यक्रम के प्रथम सत्र की अध्यक्षता पूर्व कुलपति डॉ.अशोक दिवाकर ने किया, जबकि नार्थ कैप यूनिवर्सिटी के प्रति कुलाधिपति प्रो. प्रेमव्रत मुख्य अतिथि के रूप में मंच पर शोभायमान थे I कैन विन फाउंडेशन के संस्थापक डी. पी. गोयल, संस्था के संरक्षक के. एस. मलिक ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई I शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु शिक्षाविद अनिता मक्कड़ एवं एन.एम्. भाटिया को ‘शिरोमणि शिक्षा गौरव सम्मान 2023’ से अलंकृत किया गया I शिक्षक के रूप में अनुकरणीय डॉ. पुष्पा आंतिल, डॉ. लोकेश शर्मा, मोहन कृष्ण भारद्वाज, वंदना यादव, अजय कुमार मित्तल एवं संगीता सुनेजा को ‘शिक्षक गौरव सम्मान 2023’ से अलंकृत किया गया I इस अवसर पर पूर्व शिक्षक रेनू जैन की प्रथम पुस्तक ‘कुछ खट्टे मीठे पल को’ अतिथि गण के कर कमलों से लोकार्पित किया गया I लेखिका रेनू जैन की सुपुत्री छवि जैन ने पुस्तक के विषय में अपनी बात रखते हुए कहा लेखिका ने जीवन के कुछ खट्टे मीठे अनुभवों का सार लेख व कहानियों के रूप में संग्रहित किया है I लेखिका रेनू जैन ने पुस्तक प्रकाशन का श्रेय छवि जैन को देते हुए पाठकों से पुस्तक को पढ़ने व प्रतिक्रिया के लिए निवेदन किया I

प्रो. प्रेमव्रत ने अपने उदबोधन में कहा चरित्र निर्माण को न केवल प्राथमिक स्तर बल्कि उच्च स्तर पर भी शिक्षा पद्धति में महत्व देना होगा तभी हम एक अच्छे राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं I अनिता मक्कड़ ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विषय में विस्तार से अपनी बात रखते हुए मानव मूल्यों के महत्व पर जोर दिया I एन. एम्. भाटिया ने भी शिक्षा नीति की बारीकियों के बारे में अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा “शिक्षा सिर्फ डिग्री प्राप्त करना या अच्छी नौकरी हासिल करना नहीं है, बल्कि मानव मूल्यों के साथ जीवन की विपरीत परिस्थितियों से जूझने की कला और किसी विषय विशेष में कुशलता हासिल करना शिक्षा के मानक हैं I डॉ. अशोक दिवाकर ने अपने उदबोधन से श्रोताओं जो भावुक कर दिया I प्रतिस्पर्धात्मक भार की वजह से कोटा में बच्चों के आत्महत्या का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने माता पिता को सोचने पर विवश कर दिया I कार्यक्रम का संचालन संस्था के महासचिव मदन साहनी ने किया संस्था अध्यक्ष डॉ. धनीराम अग्रवाल ने संस्था और अतिथिगण का शाब्दिक परिचय देते हुए शिक्षक को बारंबार नमन किया I अंजलि श्रीवास्तव ने सुमधुर कंठ से सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया I

द्वितीय सत्र में के.सी. वधवा स्मृति कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य कवि के रूप में विनीत चौहान के साथ स्थानीय कवियों अनिल श्रीवास्तव, त्रिलोक कौशिक, हरेंद्र यादव, सुनील शर्मा,मदन साहनी ने काव्य पाठ किया I अर्जुन वशिष्ठ ने भी मंच से शायरी प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी I वधवा परिवार के सानिध्य में हुए इस कार्यक्रम में तरुण वधवा मुख्य अतिथि के रूप में शोभायमान थे I के. के. गाँधी , डी.वी.तनेजा, प्रमोद शर्मा, सतीश सिंगला सहित लायन्स क्लब के कई सम्मानित सदस्य व गणमान्य महानुभाव उपस्थित थे I इस अवसर पर शशांक मोहन शर्मा, नरोत्तम शर्मा, कृष्णा जैमिनी, सरोज गुप्ता, संयम मराठा, नरोत्तम शर्मा, सुनील पुजारी, आर.एस पसरीचा, रविन्द्र यादव, कमलेश कौशिक, दौलत राम कौशिक, हिमांशु श्रीवास्तव, प्रिया श्रीवास्तव सहित कई साहित्य प्रेमी सभागार में उपस्थित थे I

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