कांग्रेस में स्वाभिमानी व्यक्ति लंबे समय तक नहीं रह सकता, वहां एक ही परिवार का रूल चलता है
आई.एन.डी.आई. अलाइंस में बड़े कद का कोई नेता नहीं- ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह

चंडीगढ़, 21 सितंबर- हरियाणा के ऊर्जा मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि फरवरी, 2024 में चौधरी देवी लाल स्मृति दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को भी आमंत्रित किया जाएगा। यह कार्यक्रम अपने आप में एक बड़ा कार्यक्रम होगा, जिसमें लोगों की रिकॉर्ड भागीदारी होगी।

चौधरी रणजीत सिंह आज यहां प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस में स्वाभिमानी व्यक्ति लंबे समय तक नहीं रह सकता, वहां एक ही परिवार का रूल चलता है। पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने भी अपनी पुस्तक में इस बात का उल्लेख किया है। उन्होंने कहा कि वे भी कांग्रेस में रहे हैं और उन्होंने देखा है कि वहां कोई क्वालिफिकेशन नहीं होती।

आई.एन.डी.आई. अलाइंस के संबंध में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि कांग्रेस के नेता कमलनाथ पहले ही इस संबंध में वक्तव्य दे चुके हैं कि जब अलाइंस की बैठक भोपाल में होनी थी तो आम आदमी पार्टी द्वारा मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित करने का क्या औचित्य है।

हरियाणा में आईएनएलडी व कांग्रेस के गठबंधन के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि दोनों पार्टियों के नेताओं को ही पता नहीं कि आगे क्या होगा, सब कुछ अंदाजे पर है।

चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि 1977 में ऐसा गठबंधन हुआ था, उस समय मोरारजी देसाई, चौधरी चरण सिंह व अटल बिहारी वाजपेयी जैसे 3 बड़े नेता थे। 1989 में भी ऐसा ही गठबंधन हुआ था, जिसमें देवी लाल, चंद्र शेखर और वीपी सिंह जैसे नेता थे। हालांकि ऐसे गठबंधन ज्यादा दिन नहीं चले। लेकिन आई.एन.डी.आई. अलाइंस में तो बड़े कद का कोई नेता ही नहीं है। उन्होंने कहा कि आज बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है और अन्य पार्टियों को अपने अस्तित्व का खतरा हो गया है, इसलिए सब गठबंधन की ओर देख रहे हैं।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सदन में महिला सशक्तिकरण के लिए लाया गया नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक ऐतिहासिक कदम है। इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सराहना के पात्र हैं। इससे पहले भी उन्होंने कश्मीर से धारा 370 हटाने व तीन तलाक को खत्म करने जैसे कई बड़े फैसले लिये हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता करना भी एक बड़ी उपलब्धि है। वैश्विक स्तर पर भारत का कद बढ़ा है।

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