अभय  सिंह चौटाला ने हरियाणा के पांच युवाओं के साथ उत्तर प्रदेश के राय बरेली के डाक विभाग के कर्मचारियों द्वारा भेदभाव किए जाने की कड़े शब्दों में निंदा की
हरियाणा की भाजपा गठबंधन सरकार प्रदेश से बाहर के लोगों को विभिन्न पदों पर सरकारी नौकरी और राजनीतिक औहदों पर बैठा रही है और हरियाणा प्रदेश के पढ़े-लिखे युवाओं के हकों पर डाका डाल कर उनके भविष्य को खत्म कर रही है
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यालय में ही ज्यादातर प्रदेश से बाहर के लोगों को नियुक्त किया हुआ है जो प्रदेश को लूटने में लगे हुए हैं और अब हजारों करोड़ रूपए के मालिक बने बैठे हैं

चंडीगढ़, 18 सितंबर। इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने हरियाणा के पांच युवाओं के साथ उत्तर प्रदेश के राय बरेली के डाक विभाग के कर्मचारियों द्वारा भेदभाव किए जाने की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि हरियाणा के पांच युवाओं का केंद्रीय डाक विभाग में जीडीएस के पद पर चयन हो गया था जिसके बाद उन्हें अपने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए उत्तर प्रदेश के राय बरेली के डाक विभाग में भेजा गया। 16 सितंबर को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की अंतिम तारीख थी लेकिन वहां के स्टाफ ने इनके हरियाणवी होने के कारण डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करने से ही इंकार कर दिया जिसके बाद इन बच्चों को खाली हाथ वापिस लौटना पड़ा और डाक विभाग में चयन होने के बावजूद भी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। बच्चों ने जब उत्तर प्रदेश पुलिस से मदद की गुहार लगाई तो यूपी पुलिस ने भी बजाय बच्चों का साथ देने के डाक विभाग के कर्मचारियों का साथ दिया। इसी पद पर उत्तरप्रदेश के जो मूल निवासी चयन होकर आए थे सिर्फ उनके डॉक्यूमेंट की वेरिफिकेशन की गई। बच्चों के परिजनों ने इस बाबत खट्टर सरकार में श्रम राज्य मंत्री, पंचायत मंत्री और उप-मुख्यमंत्री से फोन पर बात करने की कोशिश की लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी।

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा दोगली पार्टी है और यह सब भाजपा की एक दूसरे को बांटने की नीति का ही नतीजा है। जहां हरियाणा की भाजपा गठबंधन सरकार प्रदेश से बाहर के लोगों को विभिन्न पदों पर सरकारी नौकरी और राजनीतिक औहदों पर बैठा रही है और हरियाणा प्रदेश के पढ़े लिखे युवाओं के हकों पर डाका डाल कर उनके भविष्य को खत्म कर रही है। वहीं उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने हरियाणा प्रदेश के पांच युवाओं के साथ भेदभाव करके उनका भविष्य खत्म कर दिया है। मुख्यमंत्री खट्टर के कार्यालय में ही ज्यादातर प्रदेश से बाहर के लोगों को नियुक्त किया हुआ है जो प्रदेश को लूटने में लगे हुए हैं और अब हजारों करोड़ रूपए के मालिक बने बैठे हैं।

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