कहा – इनेलो को हमने कभी भी इंडिया गठबंधन से बाहर नहीं माना है, इनेलो की अपनी एक बड़ी विश्वसनीयता है, हरियाणा में इनेलो बड़ी ताकत है और इंडिया गठबंधन मेंं जितने भी दल शामिल हैं लगभग सभी ने चौ. देवीलाल के नेतृत्व में काम किया है
केसी त्यागी ने अभय सिंह चौटाला की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने हम सभी की उम्मीदों से अलग जा करके इतनी मेहनत करके जनजागरण चलाने का काम किया जिसका नतीजा हमें 25 सितंबर की रैली में देखने को मिलेगा
भाजपा को अगर सत्ता से बाहर करना है तो हम सबको स्वार्थ की राजनीति को छोड़ कर संगठित होना पड़ेगा: अभय सिंह चौटाला
25 सितंबर को इसकी पहल करेंगे कि हम जिसको हम चाहेंगे वो सत्ता में आएगा और हम जिसको चाहेंगे वो सत्ता से बाहर हो जाएगा: अभय सिंह चौटाला
कहा – कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल से हमें कोई परहेज नहीं है, वे स्वयं केजरीवाल और कांग्रेस अध्यक्ष से बात करेंगे और उन्हें निजी तौर पर मिलकर निमंत्रण देंगे
भूपेंद्र हुड्डा अगर दस की दस सीटें जीतने में सक्षम हैं तो पिछले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस दस की दस सीटें क्यों हार गई?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दपेंद्र हुड्डा दोनो बाप बेटा लोकसभा चुनाव क्यों हार गए? ऐसे बयान देकर भूपेंद्र हुड्डा सीधे-सीधे भाजपा को लाभ पहुंचाना चाहते हैं

चंडीगढ़, 16 सितंबर। शनिवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में इनेलो पार्टी द्वारा प्रेस वार्ता की गई जिसमें इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला के साथ इंडिया गठबंधन की रिसर्च टीम के सदस्य एवं जेडीयू के राष्ट्रीय चीफ प्रवक्ता, पूर्व राज्य सभा सांसद केसी त्यागी ने भी प्रेस को संबोधित किया। केसी त्यागी ने कहा कि 1987 में अगर चौ. देवीलाल के प्रयासों से जनता दल का गठन नहीं होता तो 422 सीटों वाली कांग्रेस को सत्ता से बाहर नहीं किया जा सकता था।

केसी त्यागी ने कहा कि पहले गैर कांग्रेसवाद और अब गैर भाजपावाद की नींव रखने वाली जमीन का नाम हरियाणा है। 25 सितंबर की सम्मान दिवस रैली पर इंडिया गठबंधन के लगभग सभी लोगों को निमंत्रण दिया गया है। त्यागी ने कहा कि इनेलो ने निमंत्रण देने में कोई राजनीतिक छुआ छूत नहीं बरती है उसमें सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खडग़े को भी निमंत्रण दिया गया है। पत्रकार द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए केसी त्यागी ने कहा कि इनेलो को हमने कभी भी इंडिया गठबध्ंान से बाहर नहीं माना है। इनेलो की अपनी एक बड़ी विश्ववसनियता है। हरियाणा में इनेलो बड़ी ताकत है और इंडिया गठबंधन मेंं जितने भी दल शामिल हैं लगभग सभी ने चौ. देवीलाल के नेतृत्व में काम किया है। वहीं हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में लोकसभा की सारी सीटें भाजपा के पास हैं और भाजपा जैसी मजबूत और ताकतवर पार्टी को अगर हराना है तो उतने ही बड़े दिल से उतना ही बड़ा गठबंधन हमें बनाना पड़ेगा और हरियाणा में इनेलो, कांग्रेस और आप को इक्_ा होना पड़ेगा क्योंकि छोटे मन से बड़े काम नहीं होते।

केसी त्यागी ने अभय सिंह चौटाला की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने हम सभी की उम्मीदों से अलग जा करके इतनी मेहनत करके जनजागरण चलाने का काम किया जिसका नतीजा हमें 25 सितंबर की रैली में देखने को मिलेगा।

पत्रकार द्वारा अधिकारिक रूप से इंडिया में शामिल होने पर पूछे गए सवाल पर अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इंडिया गठबंधन की बुनियाद 25 सितंबर 2022 को फतेहाबाद की सम्मान दिवस रैली में हुई थी। उस समय गैर कांग्रेसी और गैर भाजपा की विकल्प की बात चल रही थी लेकिन नीतीश कुमार ने कहा था कि बगैर कांग्रेस के कोई भी विकल्प मजबूत नहीं बन सकता और नीतीश कुमार ने ही चौ. ओम प्रकाश चौटाला को इस बात के लिए भी राजी किया था। अब हमें कांग्रेस से कोई परहेज नहीं है। भाजपा को अगर सत्ता से बाहर करना है तो हम सबको स्वार्थ की राजनीति को छोड़ कर संगठित होना पड़ेगा।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा का तीन दिन पहले एक बयान मीडिया में छपा था कि कांग्रेस हरियाणा की दस की दस लोकसभा सीटों को जीतने में सक्षम है।

अगर दस की दस सीटें जीतने में सक्षम हैं तो पिछले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस दस की दस सीटें क्यों हार गई? भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा दोनों बाप बेटा लोकसभा चुनाव क्यों हार गए? ऐसे बयान देकर भूपेंद्र हुड्डा सीधे-सीधे भाजपा को लाभ पहुंचाना चाहते हैं। भूपेंद्र हुड्डा को ऐसा बयान देने से पहले कांग्रेस हाईकमान से पूछना चाहिए था कि वो ऐसा बयान दें या नहीं। भूपेंद्र हुड्डा आखिर में यह कहकर पीछा छुड़ाएंगे कि यह उनका निजी बयान था।

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि रैली का निमंत्रण देने के लिए वे अब तक 19 जिलों में कार्यक्रम किए हैं और सभी जगह, जितने लोग और राजनीतिक पार्टियों की रैली में आते हैं, उससे ज्यादा उनके कार्यकर्ता सम्मेलन में कार्यकर्ताओं की हाजरी थी। यह सब परिवर्तन यात्रा का ही नतीजा है। हमने मेवात में आयोजित की गई बैठक में सिर्फ कार्यकर्ताओं को बुलाया था और जैसे भाजपा गठबंधन ने आज मेवात के मौजूदा हालात खराब किए हुए हैं उससे लोगों में डर का माहौल सरकार ने बनाया हुआ था कि अगर इनेलो की सभा में आएंगे तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लेकिन बावजूद इसके सिर्फ एक कार्यकर्ता मीटिंग में 10 हजार लोग पहुंचे इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि रैली की जगह छोटी पड़ेगी।

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इस रैली के बाद साफ हो जाएगा कि हरियाणा किसके साथ जा रहा है। हमने कई बार इस तरह के हालात पैदा किए हैं कि जो देश में सत्ता में थे उन्हें सत्ता से बाहर किया और हम जिनको सत्ता में लाना चाहते थे वो सत्ता में आए। अब फिर 25 सितंबर को इसकी पहल करेंगे कि हम जिसको हम चाहेंगे वो सत्ता में आएगा और हम जिसको चाहेंगे वो सत्ता से बाहर हो जाएगा।

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल से हमें कोई परहेज नहीं है। वे स्वयं केजरीवाल और कांग्रेस अध्यक्ष से बात करेंगे और उन्हें निजी तौर पर मिलकर निमंत्रण देंगे। उसके बाद वो आएंगे या नहीं आएंगे ये उनका फैसला है। अगर कांग्रेस भूपेंद्र हुड्डा की जिम्मेवारी लगाएगी तो हम उनका भी स्वागत करेंगे।

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