कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर 7 से 24 दिसंबर तक किया जाएगा अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023, पहली बार 8 दिन के होंगे मुख्य कार्यक्रम। महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम होंगे 17 से 24 दिसंबर तक, असम होगा पार्टनर राज्य। महोत्सव के आयोजन को लेकर गठित की कमेटियां, ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में सजेगा मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए पंडाल। एडीसी ने महोत्सव की तैयारियों को लेकर ली अधिकारियों की बैठक। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र 13 सितंबर : कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं एडीसी अखिल पिलानी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 के हर पल को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए सभी को मिलकर सांझे प्रयास करने होंगे। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन ब्रह्मसरोवर पर 7 दिसंबर से लेकर 24 दिसंबर 2023 तक किया जाएगा। इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 17 से 24 दिसंबर तक आयोजित किए जाएंगे। इस वर्ष मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में मुख्य पंडाल सजाया जाएगा। एडीसी अखिल पिलानी बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने संक्षिप्त में महोत्सव के कार्यक्रमों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस वर्ष गीता जयंती 23 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन दीपोत्सव, दीपदान, सांस्कृतिक कार्यक्रम और 18 हजार विद्यार्थियों का वैश्विक गीता पाठ होगा। इस वर्ष मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेशानुसार पहली बार महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 8 दिन के होंगे, यह कार्यक्रम 17 से 24 दिसंबर तक आयोजित किए जाएंगे। हालांकि महोत्सव में शिल्प और सरस मेला 7 से 24 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। इस दौरान 48 कोस निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने भी अपने सुझाव देते हुए कहा कि शिल्प मेले में देश के प्रत्येक राज्य से अच्छे शिल्पकार को आमंत्रित किया जाए और प्रदेश के प्रत्येक राज्य के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करवाया जाए। एडीसी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 में पहली बार मुख्य कार्यक्रम 8 दिन के होंगे। इस महोत्सव को सफल और यादगार बनाने के लिए राज्य सरकार के आदेशानुसार अलग-अलग कमेटियों का गठन कर दिया गया है और प्रत्येक कमेटी की जिम्मेवारी एक आला अधिकारी को सौंपी गई है। इस वर्ष असम राज्य महोत्सव में पार्टनर राज्य के रुप में अपनी भूमिका अदा करेगा। इस वर्ष भी हरियाणा पैवेलियन, जनसंपर्क विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी, हरियाणवी सांस्कृतिक कार्यक्रम, अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार, 18 हजार बच्चों का वैश्विक गीता पाठ, गीता रन, शैक्षणिक गतिविधियों, महाआरती, दीपदान, गीता शोभा यात्रा, पुस्तक मेला, संत सम्मेलन, हरियाणा पैवेलियन, भजन संध्या, 48 कोस तीर्थ सम्मेलन, संत सम्मेलन, फूड फेस्टिवल, जीओआई टैग प्रदर्शनी, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं द्वार प्रदर्शनी, ऑनलाईन गीता क्विज के साथ-साथ स्कूली विद्यार्थियों की विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा। इन सभी कार्यक्रमों के लिए कमेटियों का गठन कर दिया गया है और प्रत्येक कमेटी में एक अधिकारी को अध्यक्ष और अन्य अधिकारियों को सदस्य बनाया गया है। यह कमेटियां आगामी 30 सितंबर तक स्कोप ऑफ वर्क के साथ-साथ टेंडर प्रक्रिया को पूरा करने का प्रयास करेंगी। इस मौके पर एसडीएम सुरेन्द्र पाल, एसडीएम नसीब कुमार, एसडीएम सोनू राम, डीएमसी पंकज सेतिया, नगराधीश हरप्रीत कौर, डीएसपी सुभाष चंद्र, केडीबी सदस्य प्रवीण गुलाटी, सदस्य युद्घिष्टर बहल, कैप्टन परमजीत सिंह, डा. ऋषिपाल मथाना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। Post navigation पिहोवा के गोविंदानंद आश्रम में भगवान श्रीकृष्ण की छठी पूजा महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया एडीआर सेंटर में मेडीएशन प्रक्रिया पर जागरुकता बैठक का हुआ आयोजन