ये बिखरी हुई लड़ाइयों को समेटने का वक्त है, सबको साथ आने का वक्त है ब्रजमंडल यात्रा के मामले में पक्ष और विपक्ष दोनों की भूमिका ही बीजेपी निभा रही है, यात्रा निकालने को भी यही लोग अड़े हैं और विरोध भी यही लोग कर रहे हैं 27/8/2023 :- मेवात के नूह में नल्हड़ शिव मंदिर से 28 अगस्त को निर्धारित मार्ग से जल अभिषेक यात्रा के नाम पर ब्रजमंडल यात्रा करने की जिद पर क्यों अड़े हैं सत्ता धारी बीजेपी के सहयोगी विश्व हिंदू परिषद, आरआरएस और बजरंग दल, क्या ये किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है? उक्त बातें हरियाणा कांग्रेस सोशल मीडिया की स्टेट कॉर्डिनेट सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही। उन्होंने गत दिनों नूह में हुई धार्मिक हिंसा का हवाला देते हुए कहा की आखिर बीजेपी के सहयोगी दल सरकार से यात्रा की परमिशन न मिलने पर भी किसके इशारे पर ये उकसावे की यात्रा निकालना चाहते हैं? वर्मा ने कहा की इस ब्रजमंडल यात्रा के मामले में पक्ष और विपक्ष दोनों की भूमिका ही बीजेपी निभा रही है, यात्रा निकालने को भी यही लोग अड़े हैं और विरोध भी यही लोग कर रहे हैं, कहीं इसके पीछे लोगों को मूर्ख बना कर, उनका ध्यान भटका कर वोटों के ध्रुवीकरण करने की राजनीतिक साजिश के तहत सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की मंशा तो नही इनकी? उन्होंने कहा की खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा यात्रा की अनुमति नहीं देने की बात कहने के बावजूद भी उसी के सहयोगी संगठन इस यात्रा को निकालना चाहते हैं, इसे क्या समझा जाए? क्या मुख्यमंत्री का इन सहयोगी संगठनों से विश्वास उठ गया या फिर ये लोग सरकार के अंग नहीं रहे? लेकिन चाहे कुछ भी हो पर बजरंग दल का पागलपन, सरकार का चालाकपन और प्रशासन का अधूरापन सबके सामने है। कांग्रेस की सोशल मीडिया कॉर्डिनेट वर्मा ने कहा कि हम यात्रा का समर्थन करते हैं, इसके विरोध में नही हैं, किंतु पहले वहां एक सामाजिक सद्भाव और प्रेम का भाईचारा बनाना चाहिए, उसके लिए प्रयास किए जाने चाहिए वहां के समुदाय को भी भरोसे में लिया जाना चाहिए फिर निश्चित रूप से वहां का समुदाय भी इस यात्रा को सुचारू रूप से खुद पूरी कराएगा लेकिन इसके लिए उकसावे और नफरती की बातें नही होनी चाहिएं। हमें भी उन्हें विश्वास दिलाना चाहिए की हम उनकी आस्थाओं का सम्मान करते हैं। किंतु भारत के किसी भूभाग को दंगो वाला स्थान मानकर कर वहां अपनी धार्मिक आयोजनों को स्थगित कर देना न्यायोचित नहीं है। महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा कि सरकार चाहे तो इनकी यात्रा अच्छे से करवा सकती है, पुलिस संरक्षण में, लेकिन सब को पता है कि सरकार चाहती क्या है? उन्होंने कहा कि नूह हिंसा के बाद ठंडे पड़े तनाव और क्षेत्र को अब फिर से सत्ता का दुरुपयोग करते हुए वोट बैंक का सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने के मकसद से इस तरह की यात्रा कराके तनाव की आग मे घी क्यों डालने का काम किया जा रहा है, इसमें परदे के पीछे से सरकार का पूरा समर्थन लगता है, क्योंकि ये संगठन सरकार के ही सहयोगी हैं। सब जानते हैं की ये सब अंदुरूनी मिलीभगत है, वरना सरकार ना चाहे और यात्रा निकले ऐसा तो हो ही नहीं सकता। Post navigation अगले 25 वर्षों में विश्व गुरू बन सकता है हिन्दुस्तान: राव इंद्रजीत सिंह समाजसेवी बोधराज सीकरी की हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम ने पार किया 2,88,000 का आंकड़ा