चंडीगढ़, 09 अगस्त- हरियाणा के वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि नहरों और नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाना समय की ज़रूरत है। यदि कोई कानून का उल्लंघन करता है तो उसके ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जानी चाहिए

श्री कंवर पाल ने यह बात आज यहां नदी कार्य योजना की समीक्षा को लेकर बुलाई गई एक बैठक के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि ये दोनों नदियाँ हरियाणा के जिन-जिन जिलों से होकर गुजरती हैं, उन सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ इस तरह की रिव्यू मीटिंग लगातार होती रहेंगी।

बैठक के दौरान यमुना और घग्गर नदियों में विभिन्न माध्यमों से होने वाले प्रदूषण और उस प्रदूषण की रोकथाम के लिए उठाये जा रहे कदमों पर ज़िला करनाल और अंबाला के उपायुक्तों द्वारा प्रेजेंटेशन दी गई। बैठक में इन दोनों जिलों में यमुना और घग्गर नदी के बहाव को कैसे प्रदूषण मुक्त रखा जा सकता है, इस विषय पर विस्तृत चर्चा हुई।

बैठक में बताया गया कि यमुना कैचमेंट के अंतर्गत आने वाले 34 कस्बों में से 30 कस्बों में सीवर लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है जबकि करनाल, पानीपत, पलवल और फरीदाबाद में आगामी सितंबर माह तक काम पूरा होने की उम्मीद है। इसी तरह, घग्गर केचमेंट एरिया के 27 शहरों में से 26 में सीवर लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है और अंबाला में आगामी सितंबर माह तक काम पूरा होने की उम्मीद है।

यमुना कैचमेंट के अंतर्गत यमुनानगर में चार स्थानों, रोहतक में एक, सोनीपत में दो और पानीपत में 15 स्थानों पर मार्च 2024 तक सीवरेज की टेपिंग का कार्य पूरा होने की उम्मीद है। घग्गर कैचमेंट के अंतर्गत पंचकूला में 10 स्थानों पर आगामी सितंबर माह तक कार्य पूरा होने की उम्मीद है।

बैठक में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एचएसपीसीबी) के अध्यक्ष श्री पी राघवेंद्र राव, अंबाला के उपायुक्त डॉ. शाहीन, करनाल के उपायुक्त श्री अनीश यादव के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।

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