-देश की सबसे युवा पंचायतें बनीं और बेटियों से सिर चौधर का सजा ताज – हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ने सूरजकुंड में दो दिवसीय क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद में पीपीटी के माध्यम से रखा हरियाणवी पंचायती राज मॉडल – अमृत काल में पीएम मोदी के सपनों का आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए जुट जाएं पंचायती राज परिषद के सदस्य -बोले धनखड़ चंडीगढ़/ फरीदाबाद, 8 अगस्त। हरियाणा के पूर्व ग्रामीण विकास, पंचायती राज मंत्री एवं मौजूदा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ ने मंगलवार को सूरजकुंड में आयोजित दो दिवसीय पंचायती राज परिषद की बैठक में पीपीटी में माध्यम से हरियाणवी पंचायती राज मॉडल के बारे में क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद के सदस्यों को विस्तार से जानकारी दी। धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि ग्रामीण भारत आत्मनिर्भर होने से ही भारत आत्मनिर्भर होगा। प्रधानमंत्री के प्रेरक एवं ओजस्वी विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने हरियाणा में वर्ष 2014 से 2019 तक बतौर ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री रहते समग्र ग्रामीण विकास का मॉडल तैयार किया। जिसकी देशभर में चर्चा और प्रशंसा हो रही है। धनखड़ ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि शिक्षित पंचायत कानून बनाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। विपक्षी दल कोर्ट में पहुंच गए। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षित पंचायत कानून को सही दिशा में उठाया गया कदम बताया और हरियाणा में शिक्षित छोटी सरकार बनने का रास्ता साफ हुआ। गांव की शिक्षित सरकार बनने से शिक्षित युवा चुनकर आए। हरियाणा में आज ग्राम पंचायत की औसत आयु 34.5 वर्ष की है। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता बढ़ी, महिलाओं और आरक्षित वर्ग के लिए निर्धारित पदों से भी ज्यादा इनके उम्मीदवार जीते और बेटियों सिर चौधर ताज सजा। धनखड़ ने बताया कि उनके मंत्री काल में सक्षम व समर्थ छोटी सरकार को आर्थिक अधिकार दिए गए। जिला परिषद का बजट 50 लाख से बढ़ाकर 25 करोड़ और खंड पंचायत समिति को दो करोड़ रुपये तक कार्य करने के अधिकार दिए। ग्राम पंचायत को 20 लाख रूपये तक विकास कार्यो पर खर्च करने का अधिकार दिया गया। देश में पहली बार हरियाणा में अंतर जिला परिषद का गठन किया गया और पंचायती राज प्रतिनिधियों को विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण दिया गया। धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री की देश भक्ति भाव से प्रेरित होकर अमर शहीदों को सम्मान देने के लिए हरियाणा के हर गांव ग्राम गौरव पट वर्ष 2018 बनाए गए। प्रधानमंत्री ने इस कार्य की प्रशंसा की और अब देशभर में यह योजना लागू की जा रही है। गांवो में ओपन जिम, व्यायामशालाएं, पंचायतों में विकास की प्रतियोगिता के लिए सेवन स्टार विलेज की योजना बनाकर लागू की। इससे गांवों में स्वच्छता, लिंगानुपात में सुधार, शांति व आपसी भाईचारे, पर्यावरण संरक्षण,शिक्षा के अंक निर्धारित किए गए। स्टार प्राप्त करने वाले गांवों को अतिरिक्त विकास की धनराशि दी गई। धनखड़ ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण को हरियाणा की शिक्षित छोटी सरकार ने मिशन मोड लिया और स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण में हरियाणा को वर्ष 2018 में संपूर्ण सर्वोत्तम राज्य का राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। ग्रामीण विकास में गांव के युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए तरुण(गर्वित)योजना शुरू की। हजारों युवाओं को प्रशिक्षित किया गया और उनको ग्रामीण विकास के लिए बनाई योजनाओं के बारे जानकारी दी गई। इन युवाओं ने ग्रामीण विकास अहम भूमिका निभाई। धनखड़ ने कहा कि ग्रामीण विकास में जितनी ज्यादा ग्रामीणों को भागीदार बनाया जाएगा विकास की गति उतनी तेज होगी और कार्य भी गुणवत्ता के होंगे। Post navigation पारदर्शिता से पंचायती राज संस्थानों को आर्थिक दृष्टि से मिली ताकत: जेपी नड्डा दो एचसीएस अधिकारियों के स्थानांतरण एवं नियुक्ति आदेश जारी