स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने सीसीटीएनएस को किया 112 से इंटीग्रेट, स्वतः ही थाने तक पहुंचेगी सूचना
प्रदेश पुलिस दो माह रैंकिंग में लगातार प्रथम स्थान पर, इस वर्ष 4 माह रही हरियाणा पुलिस टॉप पर
स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने किया था रिवर्स एपीआई पर काम, सीसीटीएनएस डेटा सभी जिलों में ऑनलाइन

चंडीगढ़, 6 अगस्त – प्रदेश पुलिस ने सभी राज्यों से आगे निकलते हुए लगातार दूसरे माह अखिल भारतीय स्तर पर जारी नवीनतम अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क (सीसीटीएनएस) प्रगति रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया है। इस वर्ष जून माह में 100 प्रतिशत अंक के साथ प्रदेश पुलिस ने शीर्ष स्थान हासिल किया है। यह रैंकिंग हर माह एनसीआरबी, भारत सरकार द्वारा जारी की जाती है। विदित है कि हरियाणा पुलिस ने अखिल भारतीय सीसीटीएनएस रैंकिंग मई माह में भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया था। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एससीआरबी ओ पी सिंह, आईपीएस ने सीसीटीएनएस परियोजना कार्यान्वयन में शामिल अधिकारियों व पुलिस कर्मियों को बधाई दी है। यह प्रणाली डिजिटल तरीके से अपराधियों की ट्रैकिंग और पुलिस जांच को अपनाने से संबंधित है। एक बार फिर प्रथम स्थान आने पर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार अग्रवाल ने समस्त पुलिस विभाग की पीठ थपथपाई है।

सीसीटीएनएस डेटाबेस, नेफिस के उपयोग में प्रदेश पुलिस 100 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर रहा          

प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इंफ्रास्ट्रचर, सीसीटीएनएस डेटाबेस व नेफिस की सभी केटेगरी में हरियाणा पुलिस ने 100 प्रतिशत अंक प्राप्त किये है। इसके अलावा, प्रदेश पुलिस ने कैपेसिटी बिल्डिंग में भी 100 प्रतिशत अंक प्राप्त किये है। प्रदेश के सभी थाने सीसीटीएनएस से कनेक्ट हो गए है। एनसीआरबी द्वारा जारी की गई रैंकिंग में हरियाणा पुलिस 100 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान पर रही, वहीं उत्तर प्रदेश 99.79 प्रतिशत के साथ दूसरे, मध्यप्रदेश 97.57 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर रही। इसके अतिरिक्त, दिल्ली 95.15 प्रतिशत के साथ चौथे व पंजाब 94.59 प्रतिशत के साथ पांचवें स्थान पर रहा है। आगे जानकारी देते हुए बताया है कि प्रदेश पुलिस ने विभिन्न मापदंडों जैसे कि कोर्ट में एफआईआर देने, थानों में रिपोर्ट जनेरेट करना, कोर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में गिरफ्तार व गुमशुदा व्यक्ति के फोटो की एंट्री करने में, स्टेट सिटीजन पोर्टल सर्विसेज़, थानों का नेशनल डेटाबेस, 1930 हेल्पलाइन का रिस्पांस में पूर्ण अंक प्राप्त किये है।  विदित है की प्रदेश पुलिस ने इससे पहले भी फरवरी, मार्च व मई माह में भी प्रथम स्थान व अप्रैल में दूसरा स्थान प्राप्त किया था। अब पिछले दो माह से लगातार प्रदेश पुलिस सीसीटीएनएस रैंकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त कर रही है।

सीसीटीएनएस का रिवर्स एपीआई इंटीग्रेशन किया गया, थाने में जानकारी तुरंत पहुंचेगी – एससीआरबी निदेशक

 एससीआरबी निदेशक श्री ओ पी सिंह, आईपीएस, ने बताया कि सीसीटीएनएस का 112 से रिवर्स इंटीग्रेशन सफलतापूर्वक कर लिया गया है। प्रदेश सरकार के डिजिटाईज़ेशन प्लान कि तरफ बढ़ते हुए इस योजना का कार्यान्वयन किया गया है।  जैसे ही डायल 112 पर कोई शिकायत प्राप्त होती, तुरंत एक ईआरवी घटनास्थल पर जायेगी, तुरंत सॉफ्टवेयर द्वारा स्वत एंट्री संबंधित पुलिस थाने में जनरेट हो जाएगी, जिसका डेटा सीसीटीएनएस में दर्ज कर लिया जायेगा। जैसे ही ईआरवी संचालक अपनी रिपोर्ट जारी करेगा, इसकी सूचना संबंधित थाना को प्राप्त हो जाएगी और आगामी कार्रवाई तुरंत थाने द्वारा की जाएगी। हर 5 मिनट में सर्वर द्वारा 112 व सीसीटीएनएस पर डेटा का आदान प्रदान होगा। ताकि विभिन्न टीमों द्वारा किये जा रहे काम में किसी भी प्रकार का संशय न रहे और जानकारी का आदान प्रदान तुरंत हो जाये। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने बताया कि सॉफ्टवेयर में जनरल डायरी के ऑटो अपडेट होने कि स्थिति में संबंधित थाना कार्रवाई में किसी भी प्रकार की ढील नहीं दे पायेगा और न ही बदलाव कर सकेगा। शिकायत मिलते ही तुरंत कार्रवाई करनी होगी। सीसीटीेएनएस डेटा को 112 से जोड़ने की रिवर्स तकनीक को स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की टेक्निकल टीम द्वारा डेवलप किया गया है।

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