स्थायी रोड के लिए हजारों ग्रामीणों ने भरी हुंकार, सरकार व प्रशासन को चेताया

– जल्द रोड नहीं बनाया तो संबंधित विभागों के आगे भी देंगे अलग से धरना –
– धरना स्थल पर रैली कर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर वन विभाग के कार्यालय पहुंचे ग्रामीण, जिला वन अधिकारी व जिला उपायुक्त को दिए ज्ञापन –
– वन विभाग में लंबे समय से अटकी है एनओसी की फाइल –
– जब तक वन विभाग की एनओसी नहीं आ जाती तब तक बाकी की जमीन पर रोड बनाए जाने की उठाई मांग –

हिसार 3 अगस्त : आज तलवंडी राणा बाइपास चंडीगढ़ हाइवे पर हजारों की संख्या में ग्रामीण एकजुट हुए। सरकार व प्रशासन द्वारा छ: माह के धरने के बाद भी रोड नहीं बनाए जाने से नाराज ग्रामीण भारी संख्या में धरना स्थल पर आयोजित रैली में पहुंचे। तलवंडी राणा रोड बचाओ समिति के अध्यक्ष एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने बताया कि ग्रामीण हाइवे पर रैली के बाद वाहनों के काफिलों के साथ हजारों की संख्या में जिला वन अधिकारी के दफ्तर गए और उन्हें ज्ञापन देकर रोड से संबंधित एनओसी जल्द जारी करने की मांग की। वहीं पर जिला उपायुक्त की ओर से ज्ञापन लेने एग्ज्क्यिूटिव मैजिस्ट्रेट तहसीलदार पहुंचे उन्हें भी ज्ञापन सौंपकर तलवंडी राणा स्थायी सडक़ मार्ग को जल्द बनवाने की मांग की। ओ.पी. कोहली ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही रोड बनाने की कार्यवाही शुरू नहीं की जाती तो संबंधित विभागों के कार्यालय के सामने भी ग्रामीण अलग से धरने पर बैठ जाएंगे।

ओ.पी. कोहली ने बताया कि जिला वन अधिकारी पवन ग्रोवर को ज्ञापन दिया गया क्योंकि वन विभाग में एनओसी के लिए काफी समय से फाइल लंबित है। ग्रामीण भारी जुलूस के साथ वन विभाग के कार्यालय में पहुंचे और वन अधिकारी से जल्द से जल्द से रोड से संबंधित फाइल की एनओसी देने की मांग की। वन अधिकारी ने बताया कि केंद्र से रोड की स्टेज-1 की एनओसी पास होकर आ चुकी है। अब सेंकेंड स्टेज की एनओसी के लिए सरकार को पेड़ों कीमत इत्यादि जमा करवाने के लिए भेजी गई है। यह क्लियर होते ही रोड की एनओसी दे दी जाएगी। वन अधिकारी ने समिति अध्यक्ष को स्टेज-1 की एनओसी की कॉपी भी दी। समिति ने वन अधिकारी से मांग की कि प्राथमिकता के आधार पर रोड की एनओसी को क्लियर करवाया जाए।

उन्होंने एनओसी के संबंध में शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने उपायुक्त कार्यालय की ओर से वन विभाग के कार्यायल पहुंचे एग्ज्क्यिूटिव मैजिस्ट्रेट तहसीलदार को मौके पर ज्ञापन लिया। उन्होंने कहा कि रोड से संबंधित जमीन की इंतकाल व पेड़ों की कीमत जमा करवाकर रोड को जल्द बनवाने संबंधी कार्यवाही का आश्वासन दिया। कोहली ने प्रशासन से यह भी मांग की कि समिति की सरकार से मांग है कि जब तक वन विभाग की एनओसी की क्लियरेंस नहीं आ जाती तब तक बकाया तीन किलोमीटर रोड जिसकी एनओसी क्लियर हो चुकी है वह बना दी जाए जिससे कि बाकी बचा रोड बनने में देरी नहीं लगेगी। राणा माइनर से एयरपोर्ट की दीवार के साथ रोड की कुल दूरी 5.2 कि.मी. है जिसमें से केवल 2 किलोमीटर की एनओसी वन विभाग की ओर से लंबित है। इसलिए सरकार को यह 2 किलोमीटर रोड छोडक़र बाकी सडक़ बना देनी चाहिए।

ओ.पी. कोहली ने बताया कि काफिले में हजारों की संख्या में महिलाएं, बच्चे, युवा, बुजुर्ग, छात्र व आमजन व शहर के राजनीतिक, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, किसान नेता, मजदूर यूनियन, व्यापारी यूनियन आदि के लोग शामिल रहे और अनुशासन से व शांतिपूर्वक ढंग से प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन दिए गए। इस दौरान भारी पुलिस बल भी मौजूद रहा। ओ.पी. कोहली ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे धरने को पहले ही छ: माह का समय लंबा बीत चुका है। अब यदि किसी भी विभाग की ओर से रोड बनाने की कार्यवाही में देरी की गई चाहे वह पीडब्ल्यूडी हो, एयपोर्ट विभाग या फोरेस्ट विभाग जिसके द्वारा भी ढील बरती जाएगी ग्रामीण उसी विभाग के कार्यालय के सामने अलग से धरना शुरू कर देंगे। कोहली ने कहा कि सरकार व प्रशासन ग्रामीणों की मुश्किलों को समझे वर्तमान रोड बंद हो जाने से इस रोड पर पडऩे वाले दर्जनों गांवों के ग्रामीणों जिनमें छात्राएं, कर्मचारी, मजदूरी, किसान, दूध, सब्जी, फल विक्रता व आम ग्रामीणों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है और उनके लिए एक-एक दिन भारी हो रहा है। इसलिए सरकार जल्द से जल्द रोड बनाने की कार्यवाही शुरू की।

इस अवसर पर राजेंद्र सूरा पूर्व चेयरमैन जिला परिषद, भूपेन्द्र गंगवा, किसान नेता, मजदूर यूनियन, व्यापारी यूनियन पदाधिकारी, अनेक गांवों के सरपंच, पंच, नंबरदार व मौजिज व्यक्तियों सहित भारी संख्या में दर्जनों गांवों से महिलाएं, पुरुष, युवा, बुजुर्ग, बच्चे व आमजन रैली व काफिले में शामिल रहे।

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