नूह की घटनाओं की नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए तुरंत अपना पद छोड़ें मुख्यमंत्री – दीपेंद्र हुड्डा

·        मुख्यमंत्री का ये बयान कि ‘हर व्यक्ति को सुरक्षा नहीं दी जा सकती’ दुर्भाग्यपूर्ण है – दीपेंद्र हुड्डा

·        जो सरकार अपने नागरिकों को सुरक्षा नहीं दे सकती उसे एक पल भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं – दीपेंद्र हुड्डा

·        नूह की घटनाएं या तो सरकार की मिलीभगत है या उसकी नाकामी – दीपेंद्र हुड्डा

·        इस सरकार के रहते दंगाईयों पर कार्रवाई की कोई उम्मीद नहीं – दीपेंद्र हुड्डा

·        प्रदेश की जनता का इस सरकार से पूरी तरह विश्वास उठ चुका है- दीपेंद्र हुड्डा

·        बार बार हिंसा, आगजनी जैसी घटनाओं से परेशान हो चुकी है हरियाणा की जनता- दीपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़, 3 जुलाई। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने नूह की घटनाओं पर मुख्यमंत्री के बयान को बेहद ग़ैर-जिम्मेदाराना और दुर्भाग्यपूर्ण बताया जिसमें उन्होंने कहा कि ‘हर व्यक्ति को सुरक्षा नहीं दी जा सकती’ है। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने मांग करी कि नूह की घटनाओं की नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए मुख्यमंत्री तुरंत अपना पद छोड़ें। मुख्यमंत्री खट्टर के इस बयान से न केवल आम जनता का मनोबल टूटेगा अपितु अपराधियों के हौसले भी बढ़ेंगे। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करना सरकार का पहला काम है। जो सरकार अपने नागरिकों को सुरक्षा नहीं दे सकती उसे एक पल भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि नूह की घटनाएं या तो सरकार की मिलीभगत है या उसकी नाकामी है।प्रदेश की जनता का इस सरकार से पूरी तरह से विश्वास उठ चुका है। इस सरकार के रहते दंगाईयों पर कार्रवाई की कोई उम्मीद नहीं बची है और न ही प्रदेश में सुरक्षा क़ानून व्यवस्था के उचित वातावरण की उम्मीद बची है। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से पुनः अपील करी कि आपसी भाईचारे, सद्भाव, अमन-चैन को कायम रखें और भाईचारे को बढ़ाने के लिए आगे आएं।

उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता बार बार हिंसा, आगजनी जैसी घटनाओं से परेशान हो चुकी है। वर्ष 2005 में हुड्डा जी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार बनने से पहले इनेलो और भाजपा की मिलीजुली सरकार के दौरान भी हरियाणा अपराधियों की शरणस्थली बन गया था। हुड्डा जी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही असामाजिक तत्वों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि या तो वो अपराध छोडकर मुख्यधारा में आ जाएं या हरियाणा छोड़ दें। उस समय अपराधियों के खिलाफ सरकार द्वारा चलाये गये अभियान को लोग आज तक भूले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार के 10 साल के कार्यकाल में हरियाणा में कभी कोई दंगा नहीं हुआ और कभी कानून-व्यवस्था की व्यापक विफलता का कोई ऐसा उदाहारण देखने को नहीं मिला। प्रदेश की जनता आज भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को याद कर रही है।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। आज प्रदेश ही नहीं सारा देश हरियाणा के मुख्यमंत्री से सवाल कर रहा है कि जब आपको पहले से ही पता था कि ये साजिश है तो उस साजिश को नाकाम करने के लिये कौन से कदम उठाये गये। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में डबल इंजन की सरकार के दोनो इंजन फेल हो चुके हैं। अब तो ये दोनों इंजन इतनी बुरी हालत में हैं कि इनकी मरम्मत भी नहीं हो सकती।

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