रैली में जुटेंगे दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीण, नेता, खाप, पंचायतें विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग – – ग्रामीणों ने उठाई नई मांग, जिस 3 कि.मी. के रोड की एनओसी क्लियर है उसे बनाए सरकार – हिसार 1 : तलवंडी राणा रोड बचाओ संघर्ष समिति के धरने को लगभग 6 पूरे होने जा रहे हैं लेकिन सरकार द्वारा ग्रामीणों की स्थायी रोड की मांग की लगातार अनदेखी की जा रही है। आगामी 3 अगस्त को ग्रामीणों के धरने को 6 माह पूरे हो जाएंगे। इस मौके पर दर्जनों गांवों के ग्रामीणों द्वारा नेशनल हाइवे पर एक रैली का आयोजन किया जाएगा जिसमें महिलाएं, पुरुष, युवा, बुजुर्ग, विद्यार्थी, स्कूली बच्चे, किसान, मजदूर, दुकानदार, उद्योगपति व आमजन ट्रैक्टर ट्रॉलियों में रैली स्थल पर भारी संख्या में पहुंचेंगे। यह जानकारी तलवंडी राणा रोड बचाओ संघर्ष के अध्यक्ष एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने दी। उन्होंने बताया कि सोमवार को धरने को 177 दिन हो चुके हैं। समिति व ग्रामीणों ने तलवंडी राणा बाइपास पर दिए जारे रहे धरने पर उक्त फैसला लिया। कोहली ने बताया कि रैली में न केवल ग्रामीण बल्कि विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक संगठन, खाप, पंचायतों के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे। इसी दिन केंद्र व राज्य सरकार के वन विभाग को ग्रामीणों के भारी जन समुदाय के साथ स्थायी रोड से संबंधित ज्ञापन भी दिया जाएगा क्योंकि वन विभाग में स्थायी रोड से संबंधित एनओसी लंबे समय से अटकी हुई है। इसके साथ ही समिति ने सरकार के समक्ष मांग उठाई कि जब तक वन विभाग की एनओसी की क्लियरेंस नहीं आ जाती तब तक बकाया तीन किलोमीटर रोड जिसकी एनओसी क्लियर हो चुकी है वह बना दी जाए जिससे कि बाकी बचा रोड बनने में देरी नहीं लगेगी। राणा माइनर से एयरपोर्ट की दीवार के साथ रोड की कुल दूरी 5.2 कि.मी. है जिसमें से केवल 2 किलोमीटर की एनओसी वन विभाग की ओर से लंबित है। इसलिए सरकार को यह 2 किलोमीटर रोड छोडक़र बाकी सडक़ बना देनी चाहिए। ओ.पी. कोहली ने कहा कि सरकार ग्रामीणों की मुश्किलों व परेशानियों को समझ नहीं रही है। बिना स्थायी रोड के उनके लिए एक-एक दिन भारी हो रहा है। ग्रामीणों को उम्मीद थी कि सरकार उनकी परेशानियों को देखते हुए जल्द ही रोड बनाकर देगी लेकिन इसमें छ: माह का समय लगना दर्शा रहा है कि सरकार को हमारी दु:ख तकलीफों से कोई लेना-देना नहीं है। इस रोड पर पडऩे वाले दर्जनों गांव के छात्र-छात्राएं, कर्मचारी, मजदूर, किसान, दूध, फल, सब्जी विक्रेता भारी दिक्कतों का सामना करके शहर पहुंच रहे हैं। वहीं रोड पर पडऩे वाले अनेक उद्योग धंधे ठप हो चुके हैं। अब ग्रामीण 3 अगस्त को चंडीगढ़ हाईवे पर रैली करके सरकार को नींद से जगाने व उसके कानों तक आवाज पहुंचाने का काम करेंगे। उन्होंने बताया कि धरने पर ग्रामीणों के हौसले में कोई कमी नहीं है और लगातार धरने पर समर्थन देने के लिए भारी संख्या में ग्रामीण पहुंच रहे हैं। Post navigation मोहम्मद रफी की बरसी पर विशेष………रफी के गीतों का जादू सिर चढ़ कर बोला, वानप्रस्थ में कार्यक्रम सांसदों और विधायकों के लिए ‘नो वर्क- नो पे’ की नीति लागू की जाए