आमजनों के वाहन, दुकाने, प्रतिष्ठान जलाये गए। इस हिंसा, आगजनी, उपद्रव, तोडफोड की जवाबदेही भाजपा खट्टर सरकार की है : विद्रोही साम्प्रदायिक उन्माद के चलते नूंह में हिंसा, आगजनी, दंगों, तोडफोड का फायदा किसे होगा? इसका जवाब सभी जानते है : विद्रोही विद्रोही ने नूंह, मेवात के लोगों से अपील की कि वे भाजपाई-संघीयों की तिकडमी चालों, वोट बैेंक की राजनीति में न फंसे और हर हालत मं शांति, सदभाव बनाये रखे 1 अगस्त 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने एक धार्मिक यात्रा के दौरान नूंह में हुई हिंसा, आगजनी, पत्थरबाजी की कठोर आलोचना करते हुए इसे भाजपा-जजपा सरकार के प्रशासनिक व पुलिस नकारेपन का सबूत बताया। विद्रोही ने कहा कि पूर्व में सूचना होनेे व धार्मिक शोभा यात्रा दौरान तोडफोड, हिंसा होने की अग्रिम सूचना होने पर भी राजनीतिक लाभ व वोट बैंक की गंदी व औच्छी राजनीति के लिए हरियाणा भाजपा-जजपा सरकार, हरियाणा पुलिस व प्रशासन ने समय से पूर्व आवश्यक प्रबंध व कदम क्यों नही उठाये? सबकुछ जानते हुए भी सरकार की जान-बूझकर की गई लापरवाही का ही यह दुष्परिणाम है कि नूंह में हिंसा के तांडव ने दो होमगार्ड सहित तीन लोगों की अमूल्य जान ली और 60 से ज्यादा लोग घायल हुए। आमजनों के वाहन, दुकाने, प्रतिष्ठान जलाये गए। इस हिंसा, आगजनी, उपद्रव, तोडफोड की जवाबदेही भाजपा खट्टर सरकार की है। वोट बैैंक की गंदी, औच्छी राजनीति के लिए भाजपा सरकार व प्रशासन-पुलिस के आंखे मूंदे रखने से कई सवाल खड़े होते है। विद्रोही ने सवाल किया कि साम्प्रदायिक उन्माद के चलते नूंह में हिंसा, आगजनी, दंगों, तोडफोड का फायदा किसे होगा? इसका जवाब सभी जानते है। हरियाणा में साम्प्रदायिक जातिय धु्रवीकरण की राजनीति भाजपा का मुख्य राजनीतिक औजार है। साम्प्रदायिक व जातिय धुु्रवीकरण की राजनीति का प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को कोई लाभ होने की बजाय उल्टा नुकसान होगा। यह कटु सत्य जानते हुए भी कांग्रेस व विपक्ष नूंह में उपद्रव करवाके अपने पैरों पर खुद कुल्हाडी क्यों मारेंगे? दंगे, उपद्रव, हिंसा वही करवाता जिसकों इनकी आग में राजनीति की रोटियां सेंककर राजनीतिक लाभ लेना हो। हरियाणा में साम्प्रदायिक, जातिय धु्रवीकरण का कुप्रयास भाजपा के अलावा कोई भी अन्य दल करने की सोच भी नही सकता। विद्रोही ने कहा कि नूंह का उपद्रव सुनियोजित रणनीति के तहत सरकार द्वारा प्रायोजित था। इसे हरियाणा की सामाजिक व राजनीतिक स्थिति का क, ख, ग जानने वाला व्यक्ति भी समझ सकता है। सरकार चाहती तो इस हिंसा को रोका जा सकता था। कुछ माह पूर्व राजस्थान गोपालगढ़ के दो युवकों को भिवानी की बणी में जलाने के आरोपी व संगठन ही नूंह की धार्मिक शोभा यात्रा के कर्ताधर्ता है और उनके प्रति मेवात के लोगों में भारी आक्रोश है। यह सब जानते हुए भी भाजपा सरकार ने शांति व्यवस्था कायम रखने का पुख्ता प्रबंध न करना बताता है कि भाजपा वोट बैंक की क्षुद्र राजनीति के लिए जो चाहती थी, वही हुआ है। विद्रोही ने नूंह, मेवात के लोगों से अपील की कि वे भाजपाई-संघीयों की तिकडमी चालों, वोट बैेंक की राजनीति में न फंसे और हर हालत मं शांति, सदभाव बनाये रखे। यदि प्रदेश व मेवात में शांति, सदभाव बिगडता है तो उसका लाभ भाजपा ही उठायेगीे, इस कटु सत्य को समझकर सभी पक्ष संघी जाल में फंसने की बजाय आपसी भाईचारा मजबूत करे व शांति, सदभाव को बढ़ावा दे। Post navigation खट्टर सरकार की नाकामी का नतीजा हैं नूँह, मेवात; मानेसर व गुडग़ाँव में हिंसा, आगजऩी, तोडफ़ोड़ और दंगे : सुरजेवाला नूंह हिंसा पर गृह मंत्री श्री अनिल विज की प्रतिक्रिया…….