वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक दिल्ली 17 जुलाई : फेडरेशन आफ वेटेरनस एसोसिएशनस (भारत) के गवर्निंग काउंसिल का पहला महाधिवेशन राजस्थान के पिंक सिटी जयपुर में आयोजित किया गया। जिसमे देश के बिभिन्न राज्य से आये 115 पूर्व सैनिक संगठनो के अध्यक्ष एवम एक एक प्रतिनिधियो ने हिस्सा लिया। इस सम्मेलन के दौरान फैडरेशन के प्रवक्ता कैप्टन लोकेंद्र सिंह तालियान ने मंच का संचालन किया और पूर्व सैनिकों के देश के विकास में महत्व और भूमिका और फैडरेशन पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म प्रदर्शित की गई। फैडरेशन के अध्यक्ष सुबेदार अर्जुन सिंह राठौर ने पूर्व सैनिक अधिकार रक्षक महासंघ के द्वारा रचित सशक्त एवम पारदर्शी बायलॉज का प्रेजेंटेशन के माध्यम से व्याख्यान कर सभी पतिनिधियों को विस्तार से बताया। जिसकी पूरे सभागार में उपस्थित सम्मनीत सदस्यों द्वारा सराहना की गई। फेडरेशन के महासचिव ने फेडरेशन द्वारा पूर्व सैनिकों के वेलफेयर से संबध में उठाई गई मांगों एवं अग्रिम आयोजन के बारे में कौंसिल को बताया। फेडरेशन के कोषाध्यक्ष द्वारा फेडरेशन का 30 जून 2023 तक का लेखा-जोखा सभागार में रखा गया उसके उपरांत मैनेजमेंट काउंसिल से उसका अनुमोदन कराया गया। दिनांक 20 फरवरी 2023 से जन्तर-मन्तर पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन पर आगे की रणनीति पर चर्चा की गई और इसके साथ- साथ कई मुख्य मुद्दो पर फैसले लिए गये। अधिवेशन के दौरान कई बुद्धिजीवी वक्ताओं ने अपने विचार रखे और 23 जुलाई को जंतर मंतर पर प्रस्तावित रैली को सफल बनाने हेतु सभी अध्यक्षों एवं प्रतिनिधियों से आवाहन किया। पूर्व सैनिक अधिकार रक्षक महासंघ (परम) के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवम फैडरेशन ऑफ वेटेरेंस के कोषाध्यक्ष ने सभा को संबोधित कर बताया कि जंतर मंतर पर चल रहे अनिश्चित काल धरना 23 जुलाई की रैली के उपरान्त भी जारी रहेगा। और हमारी संस्था निरंतर पानी की व्यवस्था कर रही है और आगामी रैली के लिए परम को जो भी जिम्मेवारी मिलेगी उसका भी निर्वाह करेंगे। पूर्व सैनिक अधिकार रक्षक महासंघ (परम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व सैनिकों का राष्ट्र निर्माण में बहुत बड़ी भूमिका है और उन्होंने देश के लिए बहुत कुर्बानियां दी है। सरकार से आग्रह करता हूं कि ओआरओपी में हुई विशंगतियों पर एक कमिटी का गठन कर उन्हें दूर कराना चाहिए ताकि देश के पूर्व सैनिकों का सरकार पर विश्वास बना रहा। कल का आयोजन बहुत ही सफल अधिवेशन रहा। Post navigation रिसाईकल और प्लास्टिक वेस्ट को कम करने के लिए राज्य के 143 खंडों में लगेंगी प्लास्टिक अपशिष्ट प्रसंस्करण मशीनें -मुख्य सचिव हिंदू सांप्रदायिकता के विरुद्ध थे स्वामी विवेकानंद