मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने परिवार पहचान पत्र सहित विभिन्न सरकारी पोर्टलों पर आमजन का जो डाटा इक्कठा किया है, वह सभी डाटा सत्ता दुरूपयोग से एक पैन ड्राईव में हरियाणा के सभी भाजपा विधायकों, सांसदों व नेताओं को सौंपा है : विद्रोही
मुख्यमंत्री ने विधायकों को चुनाव जीतने के मंत्र के रूप में पेन ड्राईव में क्या दिया है, इसकी स्वतंत्र, निष्पक्ष जांच चुनाव आयोग पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज की अध्यक्षता मेें एक विशेष जांच समिति से करवाये : विद्रोही

9 जुलाई 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने परिवार पहचान पत्र सहित विभिन्न सरकारी पोर्टलों पर आमजन का जो डाटा इक्कठा किया है, वह सभी डाटा सत्ता दुरूपयोग से एक पैन ड्राईव में हरियाणा के सभी भाजपा विधायकों, सांसदों व नेताओं को सौंपा है ताकि वे चुनावी रणनीति बनाने व चुनावी लाभ के लिए इस डाटा का प्रयोग कर सके। विद्रोही ने कहा कि मीडिया खबरों के अनुसार मुख्यमंत्री खट्टर ने भाजपा विधायकों को यह पेन ड्राईव सौंपते हुए है कि यह जीत का मार्ग प्रशस्त करेगा और भाजपा विधायक, सांसद इन पेन ड्राईव में हल्कावाईज दिये डाटा के आधार पर लोकसभा, विधानसभा चुनाव रणनीति बनाये। यह सत्ता दुरूपयोग का बहुत ही संवेदनशील मामला है। भाजपा सरकार ने परिवार पहचान पत्र सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के लिए पोर्टलों पर आम हरियाणवी का जो डाटा एकत्रित किया है, उसे भाजपा विधायकों, सांसदों, नेताओं को पेन ड्राईव में देकर एक तरह से सरकारी गोपनीय डाटा लीक करके ना केवल कानून का उल्लघंन किया है अपितु आम हरियाणवी की निजता को भंग किया है। 

विद्रोही ने कहा कि परिवार पहचान पत्र द्वारा सरकार हर हरियाणवी का जातिगत, आर्थिक, शैक्षणिक, पारिवारिक, सामाजिक डाटा के साथ उनके परिवार के सदस्यों के मोबाईल नम्बर तक मौजूद है। इस तरह मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने हरियाणा परिवार पहचान पत्र के 72 लाख परिवारों का पूरा डाटा भाजपा सांसदों, विधायकों को विधानसभा वाईज उपलब्ध करवाकर व्यक्ति की निजता का उल्लघंन राजनीतिक लाभ के लिए किया है जो कानूनी अपराध है। विद्रोही ने आरोप लगाया कि सरकारी डाटा लीक करके मुख्यंमत्री ने अपने पद की शपथ व गोपनीयता का उल्लघंन तो किया है, साथ में यह चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक भ्रष्टाचार भी है। मुख्यमंत्री ने विधायकों को चुनाव जीतने के मंत्र के रूप में पेन ड्राईव में क्या दिया है, इसकी स्वतंत्र, निष्पक्ष जांच चुनाव आयोग पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज की अध्यक्षता मेें एक विशेष जांच समिति से करवाये व सरकारी डाटा लीक करके आम हरियाणवी की निजता का उल्लंघन करने के आरोप में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके उन्हे गोपनीयता भंग करने व डाटा लीक करने के आरोप में कानून अनुसार दंड दिलवाये। 

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