प्रदेशभर में विधायकों के आवासों पर गरजे गेस्ट टीचर 

नियमित करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम सोंपे ज्ञापन 
बोले : नियमित नहीं किए तो लड़ेंगे आरपार की लड़ाई 
सरकार पर लगाया षड्यंत्र के तहत गेस्ट टीचरों को बर्बाद करने का आरोप
गेस्ट टीचर बोले : बहुत हुआ अन्याय, अब देना पड़ेगा न्याय 

हिसार/नारनौंद : पिछले 17 सालों से हरियाणा के सरकारी स्निकूलों में अपनी सेवाएं दे रहे गेस्ट टीचरों ने नियमित करने की मांग को लेकर प्रदेशभर में विधायकों के आवासों पर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसी कड़ी में गेस्ट टीचरों ने नारनौंद से जेजेपी के विधायक रामकुमार गोतम के माध्यम से नियमित करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सोंपा। इस दोरान रामकुमार गौतम ने उनकी आवाज विधानसभा ने जोर शोर से उठाने का आश्वाशन दिया।                                               

हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ 22 के मीडिया प्रभारी अजय लोहान ने कहा कि 2014 में जब गेस्ट टीचर कांग्रेस राज में नियमित करने की मांग को लेकर जंतर – मंतर पर आमरण अनशन पर बैठे थे तो उस दौरान उस समय के हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष पंडित रामबिलास शर्मा ने गेस्ट टीचरों को लिखित में आश्वासन दिया था और बीजेपी सरकार ने अपने घोषणा पत्र में भी वायदा किया था कि हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनते ही पहली कलम से हरियाणा प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे सभी 15 हजार गेस्ट टीचरों को पहली कलम से नियमित किया जाएगा और सभी 15 हजार गेस्ट टीचरों को पिछले 8 – 9 वर्षों का एरियर भी ब्याज सहित भुगतान किया जाएगा। इतना ही नहीं गेस्ट टीचरों ने भी अपने वायदे अनुसार सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन न तो सरकार ने पहले कार्यकाल में और न ही दूसरे कार्यकाल में अपना वायदा  निभाते हुए गेस्ट टीचरों को पक्का किया। बीजेपी राज में पिछले 9 वर्ष का समय बीत जाने के बाद भी आज तक गेस्ट टीचरों को नियमित करने का वायदा पूरा नहीं किया है जिसके चलते गेस्ट टीचरों में भारी रोष है। उन्कहोंने कहा कि 2019 के चुनाव से पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी रोहतक में वायदा किया था कि जल्द ही आने वाले सरकार के दूसरे सत्र में गेस्ट टीचरों को नियमित किया जाएगा लेकिन आज तक नियमित करना तो दूर की बात महंगाई भत्ता पर भी रोक लगा दी जिसके कारण गेस्ट टीचरों में भारी रोष है।                           

 जिला प्रधान दलबीर पानू व ब्लोक प्रधान अनूप कुमार ने कहा की  2019 में सरकार ने गेस्ट टीचरों को 58 वर्ष सेवा सुरक्षा एक्ट बनाया था जो एक सुरक्षा का नहीं सज़ा देने का एक्ट बनाया गया है। एक्ट के अनुसार हर छह महीने में जनवरी और जूलाई में नियमित कर्मचारियों के साथ गेस्ट टीचरों की सैलरी में 3 % से 4% वेतन बढ़ोतरी होती थी वह भी अब गेस्ट लैक्चरार की बंद कर दी गई है। और एक दो बार बढ़ने के बाद टीजीटी व जेबीटी गेस्ट टीचरों की भी वेतन बढ़ोतरी बंद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में यह पहली सरकार है जिसने बगैर सुविधा के कच्चे कर्मचारियों को बिना मकान भता, मैडिकल सुविधा, चिल्ड्रेन अलाउंस दिए बिना एक नियमित अध्यापक से एक तिहाई कम वेतन पर काम कर रहे गेस्ट टीचरों का 200 से 300 किलोमीटर दूर जबरदस्ती ट्रांसफर कर दिया जबकि कच्चे कर्मचारियों को जिला से बाहर ट्रांसफर नहीं कर सकते । गेस्ट टीचरों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि गेस्ट टीचरों को जल्दी नियमित नहीं किया तो आने वाले समय में आंदोलन को ओर तेज किया जाएगा। इस अवसर पर जिला प्रधान दलबीर पानू, ब्लोक प्रधान अनूप कुमार, नरेंद्र लोहान, कृष्ण कुमार, रमेश कुमार, कुलदीप, संजय शास्त्री, अनिल लोहान, रविन्द्र कुमार, गुलाब सिंह, सुदेश, उषा, कोशल्या, मुकेश, संतरों आदि मोजूद थे । 

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