निःशुल्क संगीतमय योग एवं ध्यान साधना शिविर के चौथे दिन स्वास्थ्य प्रेमियों एवं योग साधकों ने शिविर का उठाया लाभ

“योग” चिंतन, संयम और एकाग्रता का मिश्रण : बोधराज सीकरी
योग के साथ-साथ संतुलित आहार से मिलेगी निरोगी काया : बोधराज सीकरी

गुरुग्राम। ओम योग संस्थान ट्रस्ट गुरुग्राम, पंजाबी बिरादरी महासंगठन गुरुग्राम, दैनिक जागरण और जी.ए.वी इंटरनेशनल स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में जी.ए.वी इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 7 एक्सटेंशन गुरुग्राम के प्रांगण में आयोजित निःशुल्क संगीतमय योग एवं ध्यान साधना शिविर के चौथे दिन रविवार को बड़ी संख्या में स्वास्थ्य प्रेमियों एवं योग साधकों ने शिविर का लाभ उठाया। योगीराज महाराज ने आज विशेष रूप से मधुमेह (डायबिटीज) रोग के निदान हेतु विभिन्न यौगिक क्रियाओं, प्राणायाम, योगासनों एवं ध्यान की प्रक्रिया को समझाया। महाराज जी ने बताया कि मधुमेह रोग विशेष रुप से मन से जुड़ा रोग है तनाव ग्रस्त व्यक्ति जो चिंता अधिक करते हैं वहीं इस रोग से सबसे ज्यादा पीड़ित होते हैं। साथ ही यह एक अनुवांशिक रोग भी है। माता-पिता से बच्चों में भी रोग के होने की संभावना बनी रहती है। मुख्य रूप से इस रोग की जड़ तनाव ही है। यदि हम अपनी दिनचर्या को सही ढंग से रखें तो योग व ध्यान की मदद से इस रोग से बच सकते हैं। तनाव को दूर करने के लिए योगीराज महाराज ने संगीत की धुनों के साथ परमात्मा (ओम) का ध्यान कराया एवं शशांक आसन पश्चिमोत्तानासन भुजंगासन हलासन सर्वांगासन का भी अभ्यास कराया।

योगीराज ओम प्रकाश महाराज ने बताया कि मधुमेह रोग मीठा खाने से नहीं होता बल्कि चिंता को दूर रखकर अपने चिंतन को सही करके हम इस मधुमेह रोग को परास्त कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने कपालभाति व अग्निसार क्रिया के साथ-साथ अनुलोम विलोम प्राणायाम एवं उद्गीथ प्राणायाम का भी अभ्यास कराया।

शिविर में आज ओम शिक्षा संस्कार स्कूल पाली फरीदाबाद से आए हुए विद्यार्थियों ने सिल्की एरियल पर बहुत ही सुंदर योग का प्रदर्शन किया तथा योग स्तूप भी बनाएं। सभी लोगों ने उनके प्रदर्शन की सराहना की।

जी.ए.वी इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन प्रदीप कौशिक एवं पंजाबी बिरादरी महा संगठन के प्रधान बोधराज सीकरी एवं उनके समस्त पदाधिकारी तथा ओम योग संस्थान ट्रस्ट गुरुग्राम के पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से कार्यक्रम के मुख्य अतिथि परम श्रद्धेय गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज जी का माल्यार्पण कर स्वागत किया। महाराज जी ने बताया कि गीता ज्ञान योग पर ही विशेष रूप से आधारित है।

उन्होंने योगः कर्मसु कौशलम एवं समत्वं योग उच्यते पर विशेष रूप से प्रकाश डाला।

योग शिक्षक राजपाल आहूजा के नेतृत्व में शिविर के सभी कार्यकर्ताओं ने मिलकर स्वास्थ्यवर्धक पेय लौकी, चुकंदर, टमाटर का जूस भी वितरित किया।

शिविर के सफल संयोजन के लिए महाराज जी ने बोधराज सीकरी एवं उनके सभी साथियों की भूरी भूरी सराहना की और दिल से आशीर्वाद दिया। साथ ही उनकी सामाजिक कार्यवाही की भी भूरी भूरी प्रशंसा की।

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