पटौदी के दरापुर गांव में हुए हादसे पर कांग्रेस नेत्री ने किया शोक प्रकट

कहा – सरकार मृतकों के परिवार जनों को 20 लाख का मुआवजा और एक सदस्य को रोजगार कौशल के तहत दे नौकरी

*पटौदी 14/6/2023 :- ‘मनरेगा के तहत काम कर रही गरीब परिवारों की 3 मजदूर महिलाओं की हुई मौत बहुत ही पीड़ादायक है। इस दर्दनाक हादसे से तीन परिवार उजड़ गए हैं, सरकार का दायित्व बनता है की राज्य आपदा राहत कोष अथवा किसी अन्य राहत फंड से इन मृतक परिवारों को 20 – 20 लाख का मुआवजा दे और प्रत्येक गंभीर घायल को पूरे मुफ्त इलाज के अलावा 2लाख की राहत राशि तत्काल प्रभाव से जारी करे।’ उक्त बातें महिला कांग्रेस नेत्री सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही। इस घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग करते हुए उन्होंने कहा की वो कहीं बाहर होने की वजह से अभी पीड़ित परिवार वालों से नहीं मिल पाई है, वो आते ही इन प्रभावित परिवारों से भी मुलाकात करेंगी और यदि सरकार ने इनकी आर्थिक मदद नहीं की तो जरूरी हुआ तो इन पीड़ित परिवारों को साथ लेकर सरकार के खिलाफ इनको मदद दिलाने के लिए आंदोलन भी करेंगी।

गौरतलब है की गुरुग्राम में पटौदी खंड के गांव दरापुर में मंगलवार को बड़ा हादसा हुआ है, जो गांव व क्षेत्रवासियों के लिए अमंगल साबित हुआ। मनरेगा के तहत तालाब खुदाई के काम के दौरान मिट्टी ढहने से 8 मजदूर महिलाएं दब गई जिनमें से तीन की मौत हो गई थी और बाकी गंभीर अवस्था में अस्पताल में उपचाराधीन है।

हरियाणा कांग्रेस सोशल मीडिया की स्टेट कॉर्डिनेट वर्मा ने कहा की वो प्रदेश की बीजेपी सरकार से मांग करती है की वो मृतकों के परिवाजनों में से एक एक सदस्य को रोजगार कौशल के तहत उन्हें नौकरी दे ताकि परिवार को आजीविका का सहारा मिल सके और वो अपनी बिखरी जिंदगी को फिर से पटरी पर ला सके। उन्होंने कहा की सरकार को उनकी मांगों के बारे में गंभीरता से सोचना होगा अन्यथा सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

कांग्रेस नेत्री ने कहा की सरकार इन उजड़े परिवारों को बसाने के लिए इन मांगों को स्वीकार करके अपना बड़ा दिल दिखाए ताकि लोग इसे जनहितैषी और परोपकारी सरकार समझ सकें। उन्होंने कहा की ये हादसा उस वक्त हुआ जब वो महिलाएं सरकारी मनरेगा का काम कर रही थी इसलिए इन्हें मुआवजा देना सरकार के लिए जरूरी भी है।

महिला कांग्रेस नेत्री ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति के जरिए कहा की हादसा दुखदाई है किंतु यदि सरकार ने इन पीड़ित परिवारों की मदद नहीं की तो ये इन परिवार वालों के लिए इस हादसे से भी बड़ा हादसा होगा क्योंकि इस दुर्घटना से तो सिर्फ एक – एक परिवार के सदस्य की ही जान गई है जबकि सरकार की इस संवेदनहीनता से ये परिवार ही बर्बाद हो जायेंगें, क्योंकि इन परिवारों का वो मुखिया इस हादसे में चला गया जिसकी कमाई से इनका चूल्हा जलता था। उन्होंने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा कि इस घटना के कारणों की जांच भी होनी चाहिए।

Previous post

14 सरकारी विश्वविद्यालयों को सरकारी ग्रांट बंद…..खट्टर सरकार शिक्षा का व्यवसायीकरण करना चाहती है : विद्रोही

Next post

पंजाबी बिरादरी महासंगठन, ओ३म् योग संस्थान ट्रस्ट और जी. ए.वी. इन्टरनेशनल स्कूल द्वारा15 जून से 21 जून तक होगा साप्ताहिक निःशुल्क संगीतमय योग शिविर

You May Have Missed

error: Content is protected !!