गुरुग्राम के एस एन सिद्धेश्वर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में दस दिवसीय अखिल भारतीय संस्कृत शिक्षक प्रशिक्षण वर्ग को विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक दिनेश चंद्र ने किया संबोधित
विश्व हिंदू परिषद के संस्कृत आयाम द्वारा वर्ग का किया जा रहा है आयोजन

गुरुग्राम, 11जून। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक दिनेश चंद्र ने कहा है कि किसी भी देश की संस्कृति उसका भविष्य तय करती है। इसे बनाए रखने में युवा वर्ग का विशेष योगदान रहता है। युवा अपने दायित्व को निष्ठा और लग्नपूर्वक समझे। यदि वो सजग बने रहेंगे तो कोई भी ताकत भारत को फिर से विश्वगुरु बनने से रोक नहीं सकती। वे आज गुरुग्राम के एस एन सिद्धेश्वर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विश्व हिंदू परिषद के संस्कृत आयाम द्वारा आयोजित दस दिवसीय अखिल भारतीय संस्कृत शिक्षक प्रशिक्षण वर्ग के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता वर्गाधिकारी सूर्यमोहन भट्ट ने की। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय आयाम प्रमुख डॉ.देवी प्रसाद त्रिपाठी, सह आयाम प्रमुख डॉ. दिनेश शास्त्री ने किया। वर्ग में देशभर से प्रशिक्षु भाग ले रहे हैं।

इस अवसर पर दिनेश चंद्र ने कहा कि विश्वभर में भारतीय संस्कृति की अपनी विशेष पहचान है। राष्ट्र में संस्कृति और संस्कृतमय वातावरण बना रहे इसके लिए संस्कृत आयाम शिविर और वर्ग का आयोजन करता है। इनका वास्तविक उद्देश्य तभी पूरा होगा जब हम इन वर्ग और शिविरों की शिक्षा न केवल अपने जीवन में आत्मसात करें अपितु इसे समाज और राष्ट्र में लगातार प्रसारित करें।

इस अवसर पर बौद्धिक प्रमुख डॉ कृष्ण चंद्र पांडेय, कार्यक्रम प्रमुख डॉ.अश्वनी शर्मा, व्यवसायी श्याम सुंदर शर्मा, सिद्धेश्वर स्कूल प्रबंधन अध्यक्ष रामवतार गर्ग, लाल बहादुर शास्त्री संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा रमेश चंद्र पांडेय, पीजी डीएवी के प्राचार्य रविंद्र कुमार गुप्ता, संस्कृत आयाम के प्रदेशाध्यक्ष मुरलीधर शास्त्री, केंद्रीय संयोजक डॉ सूर्यप्रकाश सेमवाल, भोजन व्यवस्था प्रमुख डा. शिवकुमार शास्त्री, आवास प्रमुख विजय कुमार, महिला प्रमुख डा. गीता आर्या और अलका रानी, प्रशिक्षण प्रमुख डॉ.योगेंद्र शर्मा, डॉ.सूर्यमणि भंडारी, पर्यवेक्षक डॉ.पवन कुमार , डा. जगदीश,, ब्रह्म शास्त्री, सुनील शास्त्री, हरिशंकर तिवारी ,सुशील शास्त्री हिसार मीना शर्मा आदि मौजूद रहे।

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