बीकॉम एलएलबी डिग्री के तीसरे वर्ष की छात्रा है समृद्धि
20 वर्ष की आयु में लिखी हिंदू फैमिली लॉ पर किताब

चंडीगढ़/पंचकूला। आमतौर लोग बुक लिखने का कार्य रिटायरमैंट के बाद करते है। मगर पंचकूला सैक्टर 20 निवासी समृद्धि ने 20 वर्ष की ही आयु में हिंदू फैमिली लॉ पर अपनी एक किताब लिखी है। रविवार को चंडीगढ़ प्रैस कल्ब में विवेक अत्रे पूर्व आईएएस अधिकारी एवं महाबीर कौशिक आईएएस अधिकारी ने समृद्धि की पुस्तक का विमोचन किया। विवेक अत्रे पूर्व आईएएस अधिकारी एवं महाबीर कौशिक ने इस मौके पर समृद्धि को शाबाशी देते हुए कहा कि किताब लिखना बहुत ही मंहनत का कार्य है। पुस्तक लिखने का कार्य आम-तौर पर अधिकारी रिटायरमैंट के बाद ही करते है। मगर समृद्धि ने पडाई के साथ-साथ बहु ही कम उम्र में किताब लिखने का कार्य किया है। जो कि बहुत ही सहरानीय है।

समृद्धि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में बीकॉम एलएलबी डिग्री के तीसरे वर्ष की छात्रा है। समृद्धि ने फैमिली लॉ एन ओवरव्यू टू हिंदू लॉग शीर्षक से एक किताब लिखी है। यह पुस्तक हिंदू शास्त्रों के विकास से लेकर आधुनिक हिंदू कानून तक की अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। संपत्ति के बंटवारे, विवाह, हिंदू संयुक्त परिवार के प्रावधान, गोद लेने और तलाक के मामले में हिंदू को नियंत्रित करने वाले सभी कानून है। समृद्धि के पिता रजनीश शर्मा ने बताया कि समृद्धि ने आॅनलाइन प्लेटफॉर्म लीगल सर्विस इंडिया पर चार शोध पत्र, दो पुस्तक अध्याय और नौ ब्लॉग भी लिखे हैं। रजनीश शर्मा मूल रूप से कैथल के रहने वाले है। इस मौके पर  अश्वनी शर्मा पूर्व एचसीएस अधिकारी, वरिष्ठ पत्रकार सुखवीर सिवाच, उमेश शर्मा, डाक्टर बरलराम गुप्ता, जगदीप अत्रे व सुदर्शन पार्षद आदि उपस्थित थे।

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