मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के व्यापक भ्रष्टाचार की पोल खुल रही है – दीपेन्द्र हुड्डा

• सरकार का अपने ही छापे नोट पर से इतनी जल्दी विश्वास कैसे उठ गया – दीपेन्द्र हुड्डा
• आज कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की शपथ हुई है, अगले साल हरियाणा में होगी- दीपेन्द्र हुड्डा
• हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम में बोले दीपेन्द्र हुड्डा – BJP-JJP सरकार का जाना तय है, कांग्रेस सरकार का आना तय है
• खट्टर सरकार वाला 4 गुना का चक्कर छोड़ो, CET को क्वालिफाईंग से जोड़ो- दीपेन्द्र हुड्डा
• कांग्रेस सरकार बनते ही ओल्ड पेंशन स्कीम, बुजुर्गों को 6000 पेंशन, MSP की कानूनी गारंटी, गरीबों को 100-100 गज के मुफ़्त प्लॉट देंगे – दीपेन्द्र हुड्डा
• हर परिवार को 300 यूनिट मुफ्त बिजली, गृहणियों को 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर देंगे– दीपेन्द्र हुड्डा
• कांग्रेस सरकार आने पर 2 लाख से ज्यादा ख़ाली पड़े सरकारी पदों पर नियुक्तियां करेंगे – दीपेन्द्र हुड्डा

जींद, 20 मई। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा आज जींद की पुरानी अनाज मंडी में आयोजित हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम में तेज तपती गर्मी के बावजूद उमड़ी भारी भीड़ से गदगद होकर कहा कि हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने जा रही है। आज कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की शपथ हुई है, अगले साल हरियाणा में भी होगी। उन्होंने आगे कहा प्रदेश में व्यापक भ्रष्टाचार हो रहा है और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों द्वारा किये गए भ्रष्टाचार की पोल खुल रही है। मुख्यमंत्री के ओएसडी पर भ्रष्टाचार के सीधे आरोप लग रहे हैं। BJP-JJP के भ्रष्टाचार की रफ्तार इतनी तेज है कि एक घोटाले का जिक्र भी खत्म नहीं होता कि दूसरा सामने आ जाता है। दूसरे घोटाले की जांच तक शुरू नहीं होती कि तीसरा सामने आ जाता है। तीसरे घोटाले की जांच रिपोर्ट भी सामने नहीं आती की चौथा, 5वां 6वां घोटाला सामने आ जाता है। हाल में जमीन घोटाला उजागर हुआ है। उन्होंने मांग करी कि मुख्यमंत्री के ओएसडी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की व्यापक जांच कर कार्रवाई की जाए।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कल ही आरबीआई द्वारा 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने पर सवाल किया कि इस सरकार का अपने ही छापे नोट पर से इतनी जल्दी विश्वास कैसे उठ गया? इससे पहले नवंबर 2016 को बिना सोचे समझे लिया गया नोटबंदी का फैसला देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक साबित हुआ था। उस विनाशकारी निर्णय ने देश की अर्थव्यवस्था, उद्योग-धंधे, छोटे व्यापार और आम घरों की गाढ़ी बचत को पूरी तरह बर्बाद कर दिया। नोटबंदी के फैसले से महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक मंदी जैसे दूरगामी दुष्परिणाम सामने आये। यही नहीं, काला धन खत्म करने, लेस-कैश अर्थव्यवस्था बनाने के तमाम सरकारी दावे औंधे मुंह गिर गये।

उन्होंने कहा कि इस सरकार ने हर वर्ग का अपमान हर वर्ग का तिरस्कार किया। किसान, कर्मचारी, मनरेगा मजदूर, आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर, गांव के चुने हुए सरपंच, ग्रामीण चौकीदार, सफाई कर्मचारी, खिलाड़ी, अग्निवीर योजना का विरोध कर रहे नौजवानों की आवाज को लाठियों से कुचला गया। दीपेन्द्र हुड्डा ने मुख्यमंत्री जनसंवाद कार्यक्रमों में लगातार लोगों का अपमान होने की खबरों पर बोलते हुए कहा कि इनका घमंड सातवें आसमान पर पहुंच गया है। मुख्यमंत्री जनसंवाद नहीं जन-अपमान कार्यक्रम चला रहे हैं और जनसंवाद के नाम पर जनता का अपमान कर रहे हैं। जब उनमें जनता की बात सुनने का धैर्य ही नहीं है तो जनसंवाद का ढकोसला करने की क्या जरुरत है। लगता है मुख्यमंत्री जी को अपनी प्रशंसा सुनने की आदत हो गयी है। यदि कोई अपनी बात रखता है तो वे उसका अपमान करते हैं। सिरसा में जब एक महिला ने नशा बेचने वालों पर कार्रवाई करने की बात कही तो उसको पीटकर बाहर निकाल दिया गया। उन्होंने कहा कि इस सरकार का जाना तय है और कांग्रेस सरकार का आना तय है।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा का एक ही नारा है गरीब, किसान, मध्यम वर्ग का शोषण और भ्रष्टाचार का पोषण। उन्होंने हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम में पहुंचे CET अभ्यर्थियों की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि खट्टर सरकार वाला 4 गुना का चक्कर छोड़ो, CET को क्वालिफाईंग से जोड़ो। उन्होंने आगे कहा कि जो हरियाणा विकास में गरीबों की कल्याणकारी योजनाओं में नंबर 1 पर माना जाता था, वो विकास में पिछड़कर 19वें स्थान पर पहुंच गया बेरोजगारी में नंबर 1 पर पहुंच गया। 2 लाख से ज्यादा सरकारी पद खाली पड़े हैं और जो भर्ती निकली वो एक के बाद एक घोटाले की भेंट चढ़ गयी। एचपीएससी, एचएसएससी दफ्तरों में बैठे उन अफसरों से रिश्वत के डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपये बरामद हुए जिनको मुख्यमंत्री जी ने खास तौर से वहां बैठाया था। पक्की भर्तियों को कौशल रोजगार निगम के जरिये कच्ची भर्ती में बदल दिया गया।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेता भी समझ चुके हैं कि प्रदेश की इस सरकार की लोकप्रियता का ग्राफ कितना गिर चुका है। जेजेपी ने अपने मतदाताओं के साथ विश्वासघात किया है। भाजपा-जजपा का गठबंधन 5100 रुपये पेंशन पर नहीं बल्कि हरियाणा में लूट की छूट पर हुआ था। खुद मुख्यमंत्री ने कहा कि बुजुर्गों को 5100 रुपये की पेंशन देने की कोई बात ही नहीं हुई थी। ये सरकार केवल लूट और छूट के लाईसेंस पर बनी है। लोगों ने तो भाजपा सरकार को पलटने का फैसला सुनाया था। बीजेपी कहती थी 75 पार दूसरा कहता था बीजेपी को करो जमना पार। चुनाव का फैसला आते ही दोनो बन गये जमा पक्के यार। प्रदेश में बना दी भ्रष्ट सरकार और जनता कर रही हाहाकार। भाजपा जजपा ने प्रदेश को विकास की पटरी से उतार कर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया।

उन्होंने बताया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय हरियाणा में 12 यूनिवर्सिटी बनी जिसमें जींद की चौ. रणबीर सिंह हुड्डा यूनिवर्सिटी शामिल है, 6 मेडिकल कॉलेज बने, 280 किलोमीटर रेल लाईन बिछी जिसमें जींद-गोहाना-सोनीपत रेल लाईन शामिल है। लेकिन आज जींद की यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर नहीं हैं, कॉलेज में प्रिंसपल नहीं हैं, अस्पताल में डॉक्टर नहीं हैं, स्टेडियम में कोच नहीं हैं। आज सारा शहर अंडर पास के लिये परेशान हो रहा है या तो सरकार बनवाये नहीं तो हमारी सरकार आने पर हम इस अंडरपास का काम करायेंगे। उन्होंने कांग्रेस सरकार बनने पर इस बार जींद के अंदर औद्योगिक क्षेत्र बनवाने का संकल्प लिया।

दीपेन्द्र हुड्डा ने हाथ से हाथ जोड़ो के संकल्प दोहराते हुए कहा कि हाथ से हाथ जोड़ो यानी हरियाणा के हर भाई को प्रेम की डोर से जोड़ो और बीजेपी का घमंड तोड़ो, किसान को एमएसपी गारंटी से जोड़ो, नौजवानों को रोजगार से जोड़ो। कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम से और बुजुर्गों को देश में सबसे ज्यादा 6000 रुपये बुढ़ापा पेंशन से जोड़ो। गरीब परिवारों को 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट व 2 कमरे के मकान से जोड़ो। हर परिवार को 300 यूनिट फ्री बिजली से जोड़ो। खिलाड़ियों को पदक लाओं पद पाओ नीति से जोड़ो, हर गृहणी को 500 रुपये में घरेलू गैस सिलेंडर से जोड़ो, ओबीसी वर्ग की आय सीमा 6 लाख से बढ़ाकर 10 लाख से जोड़ो, हाथ से हाथ जोड़ो यानी प्रदेश के हर गाँव शहर को पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार के समय वाले विकास से जोड़ो।

हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम का आयोजन प्रमोद सहवाग ने किया था। इस अवसर पर प्रमुख रूप से कन्हैया कुमार, विधायक जगबीर सिंह मलिक, विधायक सुभाष देसवाल, पूर्व विधायक परमिंदर सिंह ढुल, पूर्व विधायक प्रो. रामभगत, पूर्व मंत्री परमबीर सिंह, प्रमोद सहवाग, महाबीर गुप्ता, बलराम कटवाल, धर्मेन्दर ढुल, प्रदीप गिल, अशोक बुवानीवाला, रमेश सैनी, महाबीर कम्प्यूटर, राजू लखीना, विरेन्दर गोगड़िया, रोहित दलाल, मनजीत लाठर, मोहित लाठर, संजीव बुवाना, ओम प्रकाश ढांढा, दिनेश डोला, विक्रम कुंडू, धर्मपाल कटारिया, अनिल दलाल, सुभाष अहलावत, सुभाष बाल्मिकी, जगमाल चहल, दलबीर रेढू, रविन्दर देशवाल, पार्षदों, सरपंचों समेत बड़ी संख्या में स्थानीय गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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