युवाओं को इलेक्ट्रिक व्हीकल, 5जी और मशीनिस्ट ट्रेनिंग देगा

हरियाणा कौशल विकास कार्यक्रमों में +2 ड्रॉपआउट छात्रों को शामिल करेगा

चंडीगढ़, 8 मई- हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने कहा कि प्रत्येक जिले के लिए एक व्यापक कौशल विकास योजना बनाने हेतु अतिरिक्त उपायुक्तों के नेतृत्व में जिला स्तरीय एजेंसी का पुनर्गठन और सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। इस पहल का प्राथमिक उद्देश्य लोगों को विभिन्न उद्योगों में आवश्यक विशिष्ट कौशल और स्थानीय उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों को डिजाइन करना है।

बैठक के दौरान हरियाणा कौशल विकास मिशन (एचएसडीएम) और इसकी कार्यान्वयन योजना पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्तों ने वर्चुअली रूप से भाग लिया। मुख्य सचिव ने इस अवसर पर विशेष रूप से नूंह जिले में +2 ड्रॉपआउट छात्रों को कौशल विकास कार्यक्रमों में शामिल करने के महत्व पर जोर दिया।

        उन्होंने अधिकारियों को विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी के प्रचार-प्रसार के लिए एक विशेष अभियान चलाने और विद्यार्थियों को उनमें नामांकन के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन विद्यार्थियों की रोजगार क्षमता भी बढ़ेगी।

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उम्मीदवारों को कौशल विकास प्रमाण पत्र वितरित करने के लिए समारोह आयोजित करें। इस पहल का उद्देश्य उम्मीदवारों द्वारा कौशल विकास कार्यक्रमों के सफल समापन को मान्यता देना और उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने की दिशा में उनके प्रयासों को स्वीकार करना है। इसके अलावा, उन्होंने अधिकारियों को सफल उद्योगपतियों और प्रेरक वक्ताओं को उम्मीदवारों को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करने का भी सुझाव दिया, जिससे उनमें आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प की भावना पैदा हो। उन्होंने कहा कि इससे व्यक्तियों को उद्योग संकेतकों से सीखने और विभिन्न उद्योगों में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्राप्त करने का अवसर भी मिलेगा।

श्री कौशल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने वित्त वर्ष 2023-24 के अपने बजट भाषण में घोषणा की थी कि विदेशों में हरियाणवी युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने विदेश सहयोग विभाग, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय एवं युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता विभाग में हरियाणा ओवरसीज प्लेसमेंट सेल स्थापित किया है।

मुख्य सचिव ने अतिरिक्त उपायुक्तों को समीक्षा बैठकों में जिला परिषद के महापौरों और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को भी आमंत्रित करने का निर्देश दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कौशल विकास कार्यक्रम स्थानीय समुदायों की जरूरतों के अनुकूल हों।

आगामी उद्योग विशिष्ट परियोजनाओं का खुलासा करते हुए अधिकारियों ने अवगत कराया कि जय भारत मारुति के सहयोग से इलेक्ट्रिक वाहन प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। रिलायंस स्वराज इंडस्ट्रीज के सहयोग से मशीनिस्ट प्रशिक्षण और एयरटेल के सहयोग से 5जी प्रशिक्षण जल्द ही शुरू होगा।

बैठक में बताया गया कि हरियाणा कौशल विकास मिशन (एचएसडीएम) एक अभिसरण पोर्टल विकसित कर रहा है। यह पोर्टल एचएसडीएम और स्किल इंडिया पोर्टल के एकीकरण को सुनिश्चित करेगा। इसके अलावा, शैक्षिक संस्थानों में कौशल प्रमाणन के लिए पुरस्कृत निकाय के रूप में व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय परिषद की मान्यता देने के संबंध में संबंधित विभागों को पत्र जारी किए गए हैं। सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों को अप्रेंटिसशिप सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए कहा गया है।

मिशन ने कौशल केंद्रों में प्रामाणिकता सुनिश्चित करने और नकल प्रमाणीकरण की संभावनाओं को दूर करने के लिए उम्मीदवारों की सक्रिय निगरानी सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष परियोजना ‘विशिष्ट क्लाउड-आधारित रिमोट मॉनिटरिंग सॉल्यूशन’ शुरू की है।

उन्होंने बताया कि उद्योग भागीदारों की मदद से आईटीआई में प्रशिक्षण की दोहरी प्रणाली लागू की जा रही है।

प्रशिक्षणार्थियों को एक वर्षीय आई0टी0आई0 पाठ्यक्रम में 3 से 6 माह तथा दो वर्षीय आई0टी0आई0 पाठ्यक्रम में 6 से 12 माह का ऑन द जॉब ट्रेनिंग (ओजेटी) प्रदान किया जा रहा है। वर्ष 2022-23 में 290 व्यापार इकाइयों के लिए प्रशिक्षण की दोहरी प्रणाली (डीएसटी) के तहत 62 सरकारी आईटीआई और 189 उद्योगों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए और 6835+डीएसटी सीटों की पेशकश की गई और प्रशिक्षुओं को डीएसटी व्यापार इकाइयों में नामांकित किया गया।

        जैक्वार फाउंडेशन, मानसेर के सहयोग से आईटीआई, पानीपत के परिसर में स्थापित एक प्लम्बर लैब स्थापित की जाएगी। सैमसंग इंडस्ट्रीज के सहयोग से आईटीआई, गुरुग्राम  परिसर में एक रेफरी और एयर कंडीशनिंग लैब स्थापित की गई है। मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के सहयोग से आईटीआई, गुरुग्राम में एक भू सूचना विज्ञान प्रयोगशाला स्थापित की गई है। इसके अलावा, मारुति सुजुकी लिमिटेड के सीएसआर फंड से जापान उन्मुख ऑटोमोबाइल क्षेत्र प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए ऊंचा माजरा में जेआईएम-जीआईटीआई की स्थापना की गई है। वर्तमान में 20 इकाइयों में 432 प्रशिक्षु नामांकित हैं।

दिव्यांगों और समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के लिए एचएसडीएम ने ऑब्जर्वेशन होम, अंबाला में रहने वाले बच्चों (कानून के साथ संघर्ष में) को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया है। इसने दिव्यांग उम्मीदवारों के कौशल प्रशिक्षण के लिए डीसीएफ क्रिकेट फेडरेशन को भी सूचीबद्ध किया है।

श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी ने पारंपरिक कला और शिल्प के लिए इन कारीगरों के माध्यम से शिल्पकारों, कारीगरों की क्षमता निर्माण और युवा पीढ़ी के प्रशिक्षण के लिए ‘गुरु शिष्य सम्मान योजना’ तैयार की है। उद्योग की जरूरतों के अनुरूप अनौपचारिक कार्यबल को प्रशिक्षण देने के लिए एचएसडीएम द्वारा विशेष परियोजनाएं डिजाइन और कार्यान्वित की जा रही हैं।

बैठक में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण, हरियाणा कौशल विकास मिशन के निदेशक श्री विवेक अग्रवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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