किसानों को आर्थिक नुकसान पहुंचाने पर तुली खट्टर सरकार: चौ. निर्मल सिंह
सुनवाई न होने से सड़कों पर उतरने को मजबूर किसान: चौ. निर्मल सिंह
जल्द से जल्द सरसों की खरीद दोबारा शुरू करवाए सरकार : चौ. निर्मल सिंह
एक एक दाने को बेचने तक खरीद जारी रखे सरकार: चौ. निर्मल सिंह
दूसरे राज्यों का पर्यटन छोड़ हरियाणा के किसानों की सुध लें दुष्यंत चौटाला: चौ. निर्मल सिंह

चंडीगढ़, 2 मई – प्रदेश की मंडियों में सोमवार को सरसों की खरीद बंद हो गई। इसको लेकर प्रदेश भर के किसानों में रोष है। किसान सड़कों पर संघर्षरत है।आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता चौधरी निर्मल सिंह ने इसको लेकर खट्टर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से प्रदेश भर में सौ से ज्यादा केंद्र सरसों खरीद के शुरू किए गए थे। अभी सभी मंडियों में सरसों की फसल की खरीद नहीं की गई है।

नैफेड ने भी सरकारी खरीद बंद कर दी है। वहीं प्रदेश के डिप्टी सीएम और खाद्य आपूर्ति मंत्री दुष्यंत चौटाला किसानों की सुध लेने की बजाय राजस्थान के पर्यटन में व्यस्त हैं। उन्हें हरियाणा के किसानों की कोई फिक्र नहीं है। चुनावों के समय खुद को किसान हितैषी दिखाने का ढोंग करने वाले दुष्यंत चौटाला अब किसानों की कोई सुध नहीं ले रहे हैं। खरीद बंद होने से प्रदेश भर के किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है।

उन्होंने कहा कि कुछ तो मौसम की मार से फसल की इस बार देरी से कटाई हुई। जब तक किसान अपनी फसल लेकर मंडी पहुंचते सरकार ने खरीद ही बंद कर दी। प्रदेश की मंडियों में हजारों टन सरसों की फसल खरीद नहीं होने से ऐसे ही पड़ी है। किसान इसको सस्ते दामों में बेचने को मजबूर हैं।

चौ. निर्मल सिंह ने कहा कि खट्टर सरकार कई बार घोषणा कर चुकी है कि प्रदेश के किसानों की फसल का एक एक दाना खरीदा जाएगा। खट्टर सरकार के सारे दावों की पोल खुल गई है। जनता इनकी मंशा समझ चुकी है।

उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद बंद होने से किसानों को मजबूरन अपनी फसल कम दाम पर खुले बाजार में बेचनी पड़ रही है। इससे किसानों की लागत भी पूरी नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी किसानों की बेकद्री स्वीकार नहीं करेगी। अगर खट्टर सरकार ने सरसों की सरकारी खरीद दोबारा शुरू नहीं की तो आम आदमी पार्टी किसानों के हितों के लिए सड़कों पर उतरने से गुरेज नहीं करेगी।

उन्होंने कहा कि सोमवार को हुई बारिश से प्रदेश की मंडियों में खुले में पड़ा लाखों मीट्रिक टन गेहूं भीग गया। ये सरकार के प्रबंधन के दावों की पोल खोलता है। खट्टर सरकार अब तक की सबसे नकारा सरकार साबित हुई है। 2024 के चुनावों में प्रदेश की जनता इनको सबक सिखाने का काम करेगी।

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