वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक प्रेरणा वृद्धाश्रम के साहित्य मंच में हुआ विख्यात साहित्यकारों का संगम। मधुदीप उत्सव 2023 के अवसर पर हुआ एक दर्जन से अधिक पुस्तकों का विमोचन एवं साहित्यकारों का सम्मान। कुरुक्षेत्र, 30 अप्रैल : धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में अपनों से नकारे गए और घरों से निकाले गए बुजुर्गों को आश्रय देने वाले प्रेरणा वृद्धाश्रम रविवार को बहुत ही आलौकिक क्षण था जब राज्य भर से एवं अन्य राज्यों से साहित्यकार एकत्रित हुए। प्रेरणा वृद्धाश्रम के साहित्य सदन में मधुदीप जयंती उत्सव 2023 का आयोजन किया गया था। यह कार्यक्रम प्रज्ञा साहित्यक मंच रोहतक एवं प्रेरणा संस्था कुरुक्षेत्र द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि डा. उषा लाल रही और पटियाला से आए विद्वान डा. योगराज ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस मौके पर राज्य भर के विद्वान साहित्यकारों ने वर्तमान परिस्थियों में हिंदी एवं हरियाणवी साहित्य पर चर्चा की गई। साथ ही हरियाणा के साहित्यकार मधुदीप को याद किया गया। मुख्य अतिथि डा. उषा लाल ने कहा कि धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में देश प्रदेश के विख्यात साहित्यकारों का एकत्रित होना अपने आप में अद्भुत अवसर है। यह श्रेय प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक एवं विख्यात साहित्यकार डा. जयभगवान सिंगला को जाता है। प्रेरणा संस्था की अध्यक्षा रेनू खुंगर ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया जबकि मंच संचालन हरबंस कौर ने किया। डा. जय भगवान सिंगला ने बताया कि साहित्यकार वास्तव में समाज को एक नई दिशा देते हैं। साहित्य समाज का दर्पण ही नहीं मार्गदर्शक भी है। सिंगला ने कहा कि उन का प्रयास है कि धर्मनगरी कुरुक्षेत्र से ज्ञान की गंगा एवं प्रकाश फैले कि यहां आने वाला हर साहित्यकार गर्व महसूस करे। हरियाणा के प्रसिद्ध साहित्यकार एवं लघु कथाओं में ख्याति प्राप्त मधुदीप की स्मृति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्य भर से साहित्यकारों ने भाग लिया। इसी मौके पर करीब एक दर्जन पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। सिंगला ने कहा कि आज जिन पुस्तकों का विमोचन किया गया अपने आप में अमूल्य हैं। विभिन्न विद्वानों ने साहित्यकारों के बारे में जहां विचार रखे वहीं कलाकारों ने भी अपने कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। कलाकारों ने विशेषकर हरियाणवी कला में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रेरणा वृद्धाश्रम के साहित्य सदन में एक तरह से साहित्यकारों का संगम हुआ है। इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन होता रहना चाहिए। प्रज्ञा साहित्य मंच के संस्थापक डा. मधुकांत ने कहा कि विख्यात साहित्यकार मधुदीप के स्मृति में अखिल भारतीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस मौके पर विजेता कलाकारों एवं साहित्यकारों को सम्मानित भी किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी सराहनीय रहे। कार्यक्रम में पुस्तकों के विमोचन के साथ साहित्यकार डा. मधुकांत, डा. अशोक मंगलेश, डा. श्याम कौशल, डा. राम कुमार घोटड़, डा. सविता गुप्ता, डा. लाजपत राय ,नीरू मित्तल नीर इत्यादि को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रो. शुचिस्मिता, आशा सिंगला, सुरेखा, मधु मल्होत्रा, ममता सूद, राधा अग्रवाल इत्यादि भी मौजूद रहे। Post navigation जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने श्री गंगा सप्तमी पर दी शुभकामनाएं गणमान्य लोगों, कार्यकर्ताओं, नागरिक संगठनों व संस्थाओं से भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया लंबा संवाद