कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ’विशिष्ट सम्मान’ से सम्मानित

कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी व आर्य प्रतिनिधि सभा द्वारा शिक्षा व अनुसंधान में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए ’विशिष्ट सम्मान’ से सम्मानित
महात्मा हंसराज जी के जीवन से प्रेरणा लेते हुए त्याग व समर्पण की भावना से सदैव राष्ट्रहित में हम सबको मिलकर करना होगा कामः प्रोफेसर सचदेवा।
सड़कों के उच्चकोटि के डिज़ाइन, निर्माण व विस्तारीकरण में प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा का है विशिष्ट योगदानः डॉ. पूनम सूरी।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 23 अप्रैल : डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी व आर्य प्रतिनिधि सभा द्वारा हरिद्वार में महात्मा हंसराज पावन जयंती समारोह 2023 के उपलक्ष्य में समर्पण दिवस के भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कल देर शाम आयोजित इस राष्ट्र स्तरीय कार्यक्रम में देश भर के 900 से अधिक डीएवी संस्थानों जिसमें यूनिवर्सिटी, कॉलेज व पब्लिक स्कूल के लगभग दस हजार प्रिंसिपल, शिक्षक व छात्रों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस भव्य कार्यक्रम में उन्हें सिविल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में शिक्षा व अनुसंधान में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए ’विशिष्ट सम्मान’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें डीएवी प्रबंधन समिति के प्रधान पद्मश्री डॉ. पूनम सूरी द्वारा प्रदान किया गया। डॉ. सूरी ने कहा कि कुलपति जैसे उच्च पद पर आसीन होने के बावजूद प्रोफेसर सोमनाथ स्वभाव से बहुत ही सरल, सहज व मिलनसार है जिससे वह अत्यंत प्रभावित हैं। उन्होंने देश मे सड़को के उच्चकोटि के डिज़ाइन, निर्माण व विस्तारीकरण में डॉ. सोमनाथ के विशिष्ट योगदान की भी सराहना की।

इस मौके पर प्रोफेसर सोमनाथ ने इस सम्मान के लिए डॉ. पूनम सूरी का आभार व्यक्त किया व कहा कि आजकल के युवाओं व शिक्षकों को महात्मा हंसराज जी के जीवन से प्रेरणा लेते हुए त्याग व समर्पण की भावना से सदैव राष्ट्रहित में काम करते हुए शिक्षा की लौ को देश के हर व्यक्ति तक पहुंचाना है।

इस अवसर पर महात्मा हंसराज द्वारा युवा पीढ़ी में चरित्र निर्माण व देश के प्रति उनमे कर्तव्य बोध जागृत करने हेतु डीएवी संस्थानों की स्थापना में उनके अहम योगदान, समर्पण भाव व महान त्याग को स्मरण किया गया। उनके जीवन पर आधारित एक नृत्य नाटिका ’चरैवेति चरैवेति’ अर्थात् चलते रहो, चलते रहने का नाम जीवन है, का बहुत ही सुंदर प्रस्तुतिकरण भी किया गया जिसमें डीएवी स्कूलों के 1000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया जिसे दर्शको ने खूब सराहा।

इस अवसर पर ’आर्य जगत’ व ‘आर्यन हेरिटेज’ नामक दो पुस्तकों का विमोचन भी विशिष्ट अतिथियों द्वारा किया गया तथा दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के महासचिव श्री विनय आर्य को भी विशिष्ट सम्मान से नवाजा गया। कार्यक्रम में डीएवी प्रबंधन समिति दिल्ली के रिटायर्ड जस्टिस प्रीतम पाल, डॉ. एमसी शर्मा, रिटायर्ड ब्रिगेडियर एके अधलखा, रिटायर्ड एजुकेशन सेक्रेटरी, आईएएस शिव रमन गौड़, एचआर गंधार, जेके कपूर व अरविंद घई प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।

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