हिसार, 14 अप्रैल : 85 करोड़ रुपये का शराब घोटाला उजागर करने वाले हिसार के सैक्टर-13 निवासी टैक्सेशन इंस्पेक्टर दिनेश मेहरा ने खुद का जान का खतरा बताते हुए सीएम को चिट्ठी लिखकर उन्हे सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की हे। दिनेश मेहरा ने बताया कि इस घोटाले को उजागर करने के परिणाम उन्हें खुद ही भुगतने पड़ रहे हैं हैडक्वार्टर पंचकूला शिफ्ट के अलावा अन्य तरीकों से उन्हें परेशान व प्रताडि़त किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि उन्हें लगातार जान का खतरा बना हुआ है और उनके साथ किसी भी समय कुछ भी हो सकता है। वे बार-बार सरकार से सुरक्षा की गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई गई है। अब उन्होंने इस संंबंध में मुख्यमंत्री से सुरक्षा की मांग की है। इससे पहले भी वे भी सुरक्षा की मांग कर चुके हैं लेकिन अभी तक उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यदि उनके साथ कुछ भी होता है तो इसके लिए सरकार व प्रशासन जिम्मेवार होगा।

उन्होंने बताया कि उन्हें सुरक्षा दिए जाने के संबंध में गृहमंत्री अनिल विज व अनुसूचित जाति आयोग के आदेशों की भी सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और इनके आदेशों के बावजूद उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई। दिनेश मेहरा वर्तमान में संयुक्त आबकारी व कराधान आयुक्त रेंज हिसार में बतौर कर निरीक्षक कार्यरत्त हैं।

दिनेश महरा ने बताया कि उनके द्वारा उजागर उक्त शराब घोटाले के संबंध में विभाग के ईटीसी शेखर विद्यार्थी आईएएस द्वारा 10 जनवरी, 2022 को जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने इस मामले की जांच हेतु मुझे दिनांक 8 अगस्त 2022 को विभाग के मुख्यालय पंचकूला में बुलाया था। इस कमेटी की चेयरमैन के निर्देश पर उन्होंने शराब घोटाले से संबंधित सभी प्रमाण व दस्तावेज दिनांक 8 अगस्त 2022 को विभाग के मुख्यालय पंचकूला में व्यक्तिगत रूप से पेश होकर प्रस्तुत कर दिए थे। दिनेश मेहरा ने कहा कि क्योंकि उन्होंने करोड़ों रुपये का घोटाला उजागर किया है और आरोपियों से उन्हें लगातार जान को लगातार खतरा बना हुआ है इसलिए सरकार से गुहार है कि उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई जाए।

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