प्रेरणा वृद्धाश्रम वास्तव में खुशियों भरा आश्रम है और समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत : आभा गुप्ता बुजुर्गों के साथ दिल्ली, पटना, बैंगलोर तथा बीकानेर से आए लोगों ने गाये भजन। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 7 अप्रैल : अपनों से नकारे गए और घरों से निकाले गए बुजुर्गों को आश्रय देने वाले धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की ख्याति देश विदेश तक हो रही है और यह वृद्धाश्रम उदासी भरा नहीं बल्कि फाइव स्टार सुविधाओं से युक्त खुशियों भरे आश्रम की पहचान बना चुका है। शुक्रवार को दिल्ली, पटना, बैंगलोर तथा बीकानेर से लोग विशेष तौर पर यहां के बुजुर्गों से मिलने तथा वृद्धाश्रम को देखने पहुंचे। इस मौके पर इन लोगों का प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक डा. जय भगवान सिंगला, प्रेरणा की अध्यक्षा रेणु खुंगर एवं आशा सिंगला ने उत्साह के साथ स्वागत किया। आश्रम देखने पहने जितेंद्र गुप्ता, आभा गुप्ता, विजय लक्ष्मी, अजय अग्रवाल, अनिल कुमार अग्रवाल इत्यादि ने सर्वप्रथम वृद्धाश्रम में बने मंदिर में पूजा अर्चना की और शहीदी स्मारक पर देश के लिए शहीद होने वाले शहीदों को श्रद्धा पुष्प अर्पित किये। इस के उपरांत वृद्धाश्रम में ही बने शहीद संग्रहालय एवं हरियाणा संस्कृति संग्रहालय को देखा। सभी ने प्रेरणा वृद्धाश्रम की व्यवस्था की सराहना की। दिल्ली से आई गुप्ता ने विशेष तौर पर बुजुर्गों के साथ सुंदर भजन गाये। डा. जय भगवान सिंगला ने कहा कि प्रेरणा वृद्धाश्रम में देश विदेश से अनेकों लोग बुजुर्गों से मिलने के लिए निरंतर पहुंचते हैं। बुजुर्गों से मिलने आने वाले लोगों की सकारात्मक सोच के कारण प्रेरणा के सदस्यों का भी मन प्रसन्न होता है तथा बुजुर्गों की सेवा के लिए एक नई ऊर्जा का संचार होता है। विदेश से भी लोग ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी से प्रेरणा वृद्धाश्रम को देखने के लिए पहुंचते हैं। सिंगला ने कहा कि कुछ ऐसे लोग भी वृद्धाश्रम में आते हैं जो हम लोगों को मानसिक एवं सामाजिक तौर पर प्रेरणा देकर अपने अनुभवों व बातों से धनाढ्य बना जाते हैं। इससे उन्हें बुजुर्गों की सेवा करने की असीम शक्ति मिलती है। ऐसे लोगों की वजह से ही दुनिया का स्वरूप बना हुआ है। उन्होंने बताया कि आश्रम में दूसरी बार आभा गुप्ता, उनके पति तथा अन्य परिजनों के आने से आश्रम के सभी लोग काफी प्रसन्न हैं। सिंगला ने आभा गुप्ता के परिवार की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन लोगों की सकारात्मक सोच से नई ऊर्जा का संचार होता है। पटना से आए अजय अग्रवाल ने कहा कि वे प्रेरणा के सदस्यों का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्हें बुजुर्गों से मिलने का मौका मिला तथा आभा गुप्ता के भजनों को सुनने का मौका मिला। बीकनेर से आई विजय लक्ष्मी ने प्रेरणा के सदस्यों के साथ डा. जय भगवान सिंगला एवं आशा सिंगला का धन्यवाद किया कि उन्हें प्रेरणा के बुजुर्गों से मिलने का मौका मिला। विशेषकर आभा गुप्ता की बातों से उन्हें प्रेरणा मिली है। अनिल कुमार अग्रवाल ने कहा कि वे विशेष तौर पर प्रेरणा वृद्धाश्रम में बैंगलोर से आए हैं। बहन आभा गुप्ता के प्रोत्साहन से ही प्रेरणा वृद्धाश्रम के बुजुर्गों से मिलने पहुंचे हैं। यहां का वातावरण, सात्विकता एवं व्यवस्था देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए हैं। दिल की भावनाओं को शब्दों में व्यक्त करना बहुत ही मुश्किल है। दिल्ली से आई आभा गुप्ता ने कहा कि यहां आकर उन्हें बहुत ही खुशी मिलती है और प्रेरणा वृद्धाश्रम के बुजुर्गों से खुशियां बांटने का उन्हें मौका मिला है। यहां कर मंदिर में पूजा अर्चना के साथ शहीद स्मारक पर देश के शहीदों को नमन करने का मौका मिला। शहीद संग्रहालय में देश के शहीदों बारे विस्तार से जानकारी मिली।आभा गुप्ता ने डा. जय भगवान सिंगला की सराहना की कि उन्होंने गांव गांव में जाकर किस प्रकार कड़ी मेहनत से प्रेरणा वृद्धाश्रम में हरियाणा की संस्कृति पर संग्रहालय की स्थापना की है। देश के विभिन्न राज्यों को देखने के लिए वृद्धाश्रम में अवश्य आना चाहिए। प्रेरणा वृद्धाश्रम का ऑडिटोरियम भी बहुत सुंदर है। वास्तव में खुशियों भरा आश्रम है। आभा गुप्ता के पति जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि वे अपनी पत्नी आभा की प्रेरणा से ही प्रेरणा वृद्धाश्रम में पहुंचे हैं। आज यहां कर सौभाग्यशाली एवं आनंदित महसूस कर रहा हूँ। वृद्धाश्रम को देखकर अच्छा लगा और दो दिन ठहरने की इच्छा हुई कि उस कॉन्सेप्ट को जिया जाए जिसको लेकर प्रेरणा वृद्धाश्रम स्थापित किया गया है। अनुभव के अनुसार वास्तव में प्रेरणा वृद्धाश्रम खुशियों से भरा धनी आश्रम है और बुजुर्गों को आनंदित होने का मौका है। प्रेरणा वृद्धाश्रम पूरे समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। Post navigation कुरुक्षेत्र को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए एक जन आंदोलन जरूरी : सुभाष हरियाणा कला परिषद के कलाकारों ने नाटक मंचन से समझाए स्वास्थ्य लाभ