रोड बचाओ संघर्ष समिति ने उठाए सरकार की मंशा पर सवाल जितनी तेज गति से एयरपोर्ट की फाइल चल रही, उतनी ही स्पीड से रोड की फाइल भी चले : कोहली हिसार 4 अप्रैल : रोड बचाओ संघर्ष समिति व ग्रामीणों के धरने को मंगलवार को 57 दिन हो गए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन द्वारा मीडिया में दी गई रिपोर्ट पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यदि सरकार व प्रशासन चाहे तो बड़ी तेजी के साथ इस रोड का काम हो सकता है लेकिन ग्रामीणों के लिए स्थायी रोड देने को लेकर सरकार गंभीरता व तत्परता नहीं दिखा रही। समिति के अध्यक्ष एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने कहा कि जब रातों-रात सरकार रोड़ उखड़वा सकती है तो बना भी सकती है। पीडब्ल्यूडी व वन विभाग के अधिकारियों से बात करते हैं तो वे कहते हैं कि रोड पर तेजी से काम चल रहा है लेकिन आज मीडिया में रोड बनने में 6 माह का समय भी लग सकता है यह बात सामने आई है। ये ग्रामीणों के साथ सरासर अन्याय है। सरकार को ग्रामीणों की तकलीफों को समझते हुए तुरंत रोड बनवाने के लिए कार्यवाही अमल में लानी चाहिए। एडवोकट ओमप्रकाश कोहली ने कहा कि ग्रामीण आंधी, तूफान, बारिश, ओलों के बीच भी धरने से नहीं हटे उनके हौसले बुलंद हैं चाहे सरकार रोड बनाने में कितना ही समय लगा दे लेकिन ग्रामीण स्थायी सडक़ मार्ग लेकर ही धरने से हटेंगे। उन्होंने कहा कि गत दिवस आई भारी बारिश के कारण धरने का टैंट फट गया जिसे गांव के दर्जियों ने धरने पर आकर सीया। धरने पर सांझे खर्च से रोजाना लंगर चल रहा है जो कि ग्रामीण अपनी जेब से व स्वेच्छा से लगा रहे हैं। सरकार चाहे कितनी मनमानी करे लेकिन ग्रामीण धरने से नहीं हिलने वाले। कोहली ने कहा कि रोडवेज जी.एम. ने गांव में बसों के आवागमन संबंधी आदेश तो दिए हैं लेकिन बस ड्राइवर गांव की आबादी से पहले ही उसे मोड़ कर बिना रुके ही वापिस ले जाते हैं। आज सरकारी बस चालक व परिचालक द्वारा धरना स्थल पर बैठे लोगों से अभद्र व्यवहार किया गया और उन्हें अपशब्द बोले जिसकी शिकायत समिति ने जिला उपायुक्त, आरटीए हिसार व रोडवेज जीएम हिसार को दी गई है। वहीं एक प्राइवेट बस के चालक व परिचालक जिन्होंने शराब पी रखी थी उन्होंने गांव की लड़कियों से बदतमीजी की जिसकी उन्होंने वीडियो भी बनाई और ग्रामीणों को दिखाई उसकी शिकायत भी जिला उपायुक्त, आरटीए व रोडवेज जी.एम. को की गई। एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने कहा कि यदि दोबारा किसी बस चालक या परिचालक द्वारा ऐसी हरकत की गई तो समिति उसके खिलाफ सीधा मुकदमा दर्ज करवाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ग्रामीणों की मुश्किलों को अनदेखा कर रही है जो कि गलत है। स्थायी रोड की फाइलों को जैसे जंग लग गया है और उन्हें सरकार, प्रशासन ने ठंडे बस्ते में डाल रखा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि जितनी तेज गति से एयरपोर्ट की फाइलें चल रही हैं उतनी ही तेज गति से हमारे स्थायी रोड की फाइल चलनी चाहिए फिर यह रोड रातों रात भी बन सकता है। धरने पर विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, खाप, सरपंच के अलावा सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण महिला, पुरुष, बुजुर्ग युवा व बच्चे मौजूद रहे। Post navigation कम से कम 25 हजार से 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजे की किसानों की मांग स्वीकार करे सरकार – दीपेंद्र हुड्डा 6 अप्रैल को हनुमान जयंती विशेष………… हनुमान जी – साहस, शौर्य और समर्पण के प्रतीक