चाहे गांव हो या शहर, सभी विकास के लिहाज से उपेक्षित हैं: अभय सिंह चौटाला जिन गांवों में स्कूल हैं तो वहां अध्यापक नहीं है, अस्पतालों में डाक्टर नहीं और लोग बेहद परेशान हैं पीपीपी की आड़ में हजारों लोगों की पैंशन काट दी गई और 9 लाख 61 हजार पीले राशन कार्ड काट दिए गए महेंद्रगढ़, 4 अप्रैल: इनेलो के प्रधान महासचिव एवं विधायक अभय सिंह चौटाला के नेतृत्व में ‘‘परिवर्तन पदयात्रा आपके द्वार’’ मंगलवार को 38वें दिन में प्रवेश कर गई। पिछले करीब 18 साल हरियाणा पर बड़े भारी गुजरे हैं और इस दौरान सभी शासकों ने पूरे प्रदेश को लूट कर न केवल खोखला कर दिया है बल्कि विकास की दृष्टि से भी उजाड़ दिया है। यह बात इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने जिला महेंद्रगढ़ में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि उन्होंने बीती 24 फरवरी को पदयात्रा शुरू की थी और अब तक वे करीब साढ़े 750 किलोमीटर का पैदल सफर तय कर चुके हैं। अहम बात ये है कि इस अवधि के दौरान वे लगभग 400 गांवों और शहरों में पहुंचे और लोगों के बीच में रहने का मौका मिला। लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि चाहे गांव हो या शहर, सभी विकास के लिहाज से उपेक्षित ही हैं। गांवों में गलियों और सडक़ों की हालत खस्ता है तो वहीं बिजली-पानी को लेकर भी लोग परेशान हैं। इसी प्रकार शहरों की भी यही हालत है। इनेलो नेता ने कहा कि रेवाड़ी जिले में जब वे अपनी पदयात्रा लेकर पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनकी एक सभा स्कूल के बाहर रखी हुई थी, जब वे लोगों से बातचीत कर रहे थे तो उनकी निगाह उस स्कूल पर पड़ी। उन्होंने बताया कि जब इस स्कूल के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि यह स्कूल इनेलो सरकार में चौ. ओमप्रकाश चौटाला ने सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत रखी गई मांग पर बनाया था, मगर आज ये स्कूल सरकार की उपेक्षा की मार झेल रहा है। उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात का बेहद दुख हुआ कि आज जिन गांवों में स्कूल हैं तो वहां अध्यापक नहीं है, अस्पतालों में डाक्टर नहीं और लोग बेहद परेशान हैं। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में शुरूआत हुई इस बदलाव की आंधी से दिल्ली में बैठे हुक्मरानों की भी चिंता बढ़ गई है और निश्चित तौर पर देश और प्रदेश बड़ा बदलाव आएगा। अभय सिंह चौटाला ने तथ्यों व आंकड़ों के जरिए मौजूदा सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का मकसद हरियाणा में खुशहाल शासन लाना है। आज प्रदेश का प्रत्येक वर्ग इस सरकार से मायूस और हताश है। परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) के नाम पर लोगों को परेशान किया जा रहा है। पीपीपी की आड़ में हजारों लोगों की पैंशन काट दी गई और 9 लाख 61 हजार पीले राशन कार्ड काट दिए गए। अब मुख्यमंत्री ने पैन कार्ड को आधार से लिंक करने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया है। हरियाणा में आय कर न भरने वाला तबका 90 प्रतिशत से अधिक है। एक बेरोजगार नौजवान, पढ़ने वाला युवा और दिहाड़ी-मजदूरी करने वाले व्यक्ति को आखिर पैन कार्ड की क्या जरूरत है? ऐसे तुगलकी फरमानों के जरिए दलाली की दुकानें चलाई जा रही हैं। इनेलो नेता ने कहा कि वे प्रदेश में परिवर्तन लाने के मकसद से हरियाणा भर में जा रहे हैं। 24 फरवरी से शुरू हुई इस यात्रा के दौरान वे लोगों से फीडबैक लेते हैं। जब वे गांवों में लोगों से विकास, सडक़ें, बड़ी परियोजनाओं, सुविधाओं के बारे में पूछते हैं तो एक ही जवाब मिलता है कि ‘कुछ नहीं हुआ।’ Post navigation हरियाणा परिवर्तन पदयात्रा रविवार को 36वें दिन में प्रवेश कर गई ‘‘परिवर्तन पदयात्रा आपके द्वार’’ का बुधवार को 39वां दिन