शिक्षा श्रेणी में नवाचार में नेतृत्व एवं रचनात्मकता के लिए मिला राष्ट्रीय स्तर का अवार्ड।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की डीन एकेडमिक प्रोफेसर ज्योति राणा को ‘स्वावलंबिका सम्मान- 2023’ से नवाजा गया है। उन्हें यह सम्मान व्यवसायिक एवं कौशल शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता के लिए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल एवं केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्रालय के पूर्व सचिव विनय पांडे द्वारा प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उन्हें शिक्षा श्रेणी में नवाचार में नेतृत्व एवं रचनात्मकता के लिए मिला।

प्रोफेसर ज्योति राणा इससे पहले भी राष्ट्रीय स्तर पर कई अवार्ड अर्जित कर चुकी हैं।
इस उपलब्धि के लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने प्रोफेसर ज्योति राणा को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए एक उपलब्धि है। नवाचार और रचनात्मकता के क्षेत्र में विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय फलक पर एक और मान्यता मिली है। कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि नवाचार हमारी पहचान भी है और प्राथमिकता भी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर आर. एस. राठौड़ ने भी इसे एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए प्रोफेसर ज्योति राणा को बधाई दी। देश भर से कुल 15 महिलाओं को अलग-अलग श्रेणियों में यह अवार्ड प्रदान किया गया। ‘स्वावलंबिका सम्मान- 2023’ प्रो. ज्योति राणा को मिलने पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में उत्साह का माहौल है। सभी शिक्षकों और गैर शिक्षक अधिकारियों ने भी उन्हें बधाई दी। प्रो. ज्योति राणा अकादमिक और साहित्य के क्षेत्र में कई पुस्तकें भी लिख चुकी हैं। कौशल पर आधारित उनकी पुस्तक को काफी सराहना मिली है।

प्रोफेसर ज्योति राणा ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के नवाचारी वातावरण और कार्यशैली को दिया। उन्होंने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में नवाचार को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है और साथ ही साथ रचनात्मकता के लिए पर्याप्त अवसर हैं। इसी का परिणाम है कि मैं कुछ श्रेष्ठ कर पाई और इस सम्मान से नवाजा गया। प्रोफेसर ज्योति राणा ने इस सम्मान के लिए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के प्रति कृतज्ञता जताई।

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