एक तरफ सरकार ओपीएस मांग करने वाले कर्मचारी संगठनों से अधिकारियों की कमेटी बनाकर वार्ता का ढोंग कर रही है1 वही इस संदर्भ में हुई बैठक में ओपीएस कैसे लागू हो इस पर चर्चा करने की बजाय वर्तमान एनपीएस स्कीम के फायदे गिना रही है : विद्रोही 4 मार्च 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया सरकारी कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम को प्रदेश में फिर से लागू करने की कर्मचारियों की मांग पर भाजपा खट्टर सरकार राजनीति करके सरकारी कर्मचारियों से धोखाधड़ी कर रही है1 विद्रोही ने कहा कि एक तरफ सरकार ओपीएस मांग करने वाले कर्मचारी संगठनों से अधिकारियों की कमेटी बनाकर वार्ता का ढोंग कर रही है1 वही इस संदर्भ में हुई बैठक में ओपीएस कैसे लागू हो इस पर चर्चा करने की बजाय वर्तमान एनपीएस स्कीम के फायदे गिना रही है1 सवाल उठता है कि यदि वर्तमान एनपीएस प्रणाली से सरकारी कर्मचारियों संतुष्ट होते तो पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग क्यों करते? वर्तमान एनपीएस अच्छी योजना है या ओपीएस की पुरानी योजना अच्छी थी इस पर बहस बेमानी है1 भाजपा सरकार को दो टूक शब्दों में बताना चाहिए कि वह पुरानी पेंशन योजना बहाल करेंगे या नहीं? विद्रोही ने आरोप लगाया कि सरकार की नीयत में ही खोट है1 पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की कांग्रेस विधायक दल की मांग पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर विधानसभा बजट सत्र में स्पष्ट घोषणा कर चुके सरकार पुरानी पेंशन प्रणाली किसी भी हालत में बहाल नहीं करेगी1 मुख्यमंत्री ने तो व्हाट्सएप से मिले ज्ञान के आधार पर यह दावा भी ठोंक दिया कि यदि पुरानी पेंशन योजना बहाल हुई तो देश की अर्थव्यवस्था ही 2030 तक तहस-नहस हो जाएगी1 जब हरियाणा भाजपा सरकार के मुखिया की ऐसी सोच हो तब कर्मचारियों से इस मुद्दे पर बनी सरकारी अधिकारियों की कमेटी वार्ता में इस मुद्दे को भटकाकर, उलझाकर इसे लंबा खींच कर ठंडे बस्ते में डालने का ही कुप्रयास करेगी1 विद्रोही ने कहा कि प्रदेश में जब भी किसी वर्ग ने अपनी मांगों के लिए आंदोलन किया तो विगत 8 साल में भाजपा सरकार ने क्या तो उस आंदोलन को लाठी-गोली, पुलिस दमन से दबाया, कुचला या वार्ता के नाम पर आंदोलनकारियों से धोखाधड़ी की1 भाजपा सरकार एक ऐसी जनविरोधी, षड्यंत्रकारी सरकार है जिसकी डोर नागपुर के इशारे पर हिलती है और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की स्थिति एक नागपुरिया संघी कठपुतली के सिवाय कुछ नहीं है1 ऐसी स्थिति में विद्रोही ने कहा भाजपा सरकार ओपीएस के नाम पर बैठके पर बैठके करके इस मामले को लोकसभा व विधानसभा चुनावों तक लंबा खींचने की रणनीति पर चल रही है1 अब कर्मचारी संगठनों को तय करना है कि वे झांसेबाज भाजपा सरकार के जाल में फसकर अपना समय बर्बाद करते हैं या संघीयों के झांसों में फसने की बजाय ओपीएस बहाली पर भाजपा सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ते हैं1 Post navigation हरियाणा में देर रात 12 IPS के ट्रांसफर अर्जित अवकाशों में कटौती बर्दाश्त नहीं,आदेश वापिस करे सरकार : दोदवा