रेवाडी, महेन्द्रगढ, गुडगांव मेें वर्षो से अटके पड़े शिक्षा, स्वास्थ्य, जनस्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण सम्पर्क की सडकों व शहरों-कस्बों के सीवर और अन्य नागरिक सुविधाओं के आधारभूत ढांचे के लिए बजट में विशेष प्रावधान किया जाये। विद्रोही 16 फरवरी 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से मांग की कि 23 फरवरी को प्रस्तुत होने वाले हरियाणा बजट में अहीरवाल के वर्षो से आधे-अधूरे पड़े विकास प्रोजेक्टों को वित्त वर्ष 2023-24 में हर हालत में पूरा करवाने की दिशा में विशेष कदम उठाकर इनके लिए विशेष बजट धन आवंटित किया जाये। विद्रोही ने कहा कि 10 वर्ष पूर्व बने इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर व कृष्ण नगर स्थित भगत फूलसिंह महिला विश्वविद्यालय रीजनल सैंटर पर्याप्त बजट धन न मिलने से अभी तक उस शिक्षा स्तर पर नही पहुंचे है, जहों इन्हे पहुंचना चाहिए था। रीजनल सैंटर कृष्ण नगर की हालत तो यह है कि पर्याप्त बजट राशी अभाव में उसका पूरा भवन तक नही बन पाया है। इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर रेवाडी का आधारभूत ढांचा अभी तक काफी कमजोर होने के कारण अहीरवाल के लोगों को वह उच्च स्तर की गुणात्मक शिक्षा नही मिल पा रही है, जिसके वे पात्र है। रेवाडी ब्यायज कालेज 6 वर्षो से भवन बनाने के लिए जमीन को तरस रहा है। 14 वर्ष से रेवाडी में चल रहे सैनिक स्कूल को इस वर्ष उसके मूल भवन गोठडा-पाली में स्थानातंरित तो किया जा रहा है, लेकिन गोठडा-पाली सैनिक स्कूल का भवन अभी तक बजट राशी अभाव में अधूरा पड़ा है। विद्रोही ने कहा कि विगत 7 वर्षो से रेवाडी शहर के नागरिक पर्याप्त पीने के पानी की सप्लाई के लिए तरस रहे है। पर्याप्त नहरी जलव्यवस्था के अभाव में अहीरवाल के लंदन रेवाडी में पिछले 7 वर्षो से पानी की राशनिंग हो रही है। 10 वर्ष की घोषणा के बाद भी रेवाडी में सिविल अस्पताल को 200 बैड का बनाने की दिशा में दावे, वादों, घोषणाओं के अलावा कुछ नही मिला। अहीरवाल का सबसे बडा स्वास्थ्य प्रोजेक्ट एम्स को शीघ्र बनाने की दिशा में हरियाणा सरकार इसी वर्ष से रेवाडी के किसी अस्थाई भवन में इसकी एमबीबीएस प्रथम वर्ष की कक्षाएं केन्द्र सरकार पर दबाव डालकर शुरू करवाये। इसी तरह अहीरवाल के रेवाडी, महेन्द्रगढ, गुडगांव मेें वर्षो से अटके पड़े शिक्षा, स्वास्थ्य, जनस्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण सम्पर्क की सडकों व शहरों-कस्बों के सीवर और अन्य नागरिक सुविधाओं के आधारभूत ढांचे के लिए बजट में विशेष प्रावधान किया जाये। विद्रोही ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में 8 वर्षो से आधी-अधूरी पडी अहीरवाल की सभी विभागों की विकास परियोजनाओं के लिए विशेष बजट राशी आवंटित करके अहीरवाल के साथ विकास कार्यो में हो रहे भेदभाव को खत्म करने की दिशा में ठोस कदम उठाया जाये। Post navigation मुख्यमंत्री ने कौशल प्रशिक्षण, रोजगार एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विषय पर हितधारकों के साथ की बजट पूर्व परामर्श बैठक मेहनत की सिसकियाँ, नक़ल माफिया और राजनीतिक बैसाखियाँ