विमहांस के साथ एमओयू साइन करने वाला हरियाणा का पहला विश्वविद्यालय बना जीयू विमहांस जीयू के साइकोलॉजी विभाग के छात्रों को देगा क्लिनिकल और अकादमिक प्रशिक्षण इस समझौते के पश्चात अब गुरुग्राम विवि.आरसीआई स्वीकृत कोर्सों के संचालन के लिए आवेदन कर सकता है गुरुग्राम – गुरुग्राम विश्वविद्यालय के साइकोलॉजी विभाग के विद्यार्थियों को क्लीनिकल एवं अकादमिक प्रशिक्षण दिलाने लिए लिए बुधवार 8 फरवरी को कुलपति प्रो. दिनेश कुमार की अध्यक्षता में गुरुग्राम विश्वविद्यालय और विद्यासागर इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज ( विमहांस,नई दिल्ली ) के बीच एमओयू साइन किया गया। गुरुग्राम विवि. की और से कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार सिंह एवं विमहांस की और से प्रमोद त्रिपाठी, वरिष्ठ प्रशासक,विमहांस ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए । इस एमओयू का उद्देशय गुरुग्राम विश्वविद्यालय के साइकोलॉजी विभाग के विद्यार्थियों को विद्यासागर इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज में क्लीनिकल एवं अकादमिक प्रशिक्षण देना है, जिससे छात्र उचित प्रशिक्षण प्राप्त कर मानव व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करके मानसिक रोगों से ग्रस्त रोगियों का बेहतर इलाज कर सकेंगे । इस एमओयू के तहत मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता एवं मनोवैज्ञानिक मदद मुहैया कराई जाएगी । इस करार में दोनों संस्थान मिलकर विवि. के सुकून वेलनेस क्लिनिक के माध्यम से मानसिक तनाव से संबंधित रोगियों के लिए निशुल्क चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध करवाएंगे । इस मौके पर गुरुग्राम विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि इस समझौते के पश्चात अब गुरुग्राम विवि.आरसीआई स्वीकृत कोर्सों के संचालन के लिए आवेदन कर सकता है आगे कुलपति ने बताया कि छात्रों को क्लीनिकल और अकादमिक प्रशिक्षण देने के मामले में गुरुग्राम विवि हरियाणा का एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जिसने विमहांस के साथ यह एमओयू किया है। Post navigation नवगठित जिला परिषद की पहली बैठक 10 फरवरी को : अनु श्योकंद, सीईओ जिला परिषद गुरुग्राम वेलेंटाइन डे के दिन केंद्रीय गृहमंत्री का हरियाणा दौरा खट्टर के लिए वाटरलू के युद्ध जैसा होगा : सुनीता वर्मा