–बैठकों के दौरान विदेशी मेहमानों को प्रदेश की कला संस्कृति, विरासत व खानपान सहित पर्यटन केंद्रों को दिखाने का अच्छा अवसर: डीसी गुरूग्राम, 2 फरवरी। गुरूग्राम में प्रस्तावित जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों के तहत डीसी निशांत कुमार यादव ने आज तावडू स्थित ट्रांसपोर्ट म्यूजियम का दौरा किया। डीसी श्री यादव ने अपने इस दौरे में हेरिटेज म्यूजियम में प्रदर्शित ईसा पूर्व से लेकर वर्तमान यातायात व्यवस्था में शामिल विभिन्न वाहनों का अवलोकन करने के साथ- साथ म्यूजियम की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। डीसी ने ट्रांसपॉर्ट म्यूजियम का दौरा करने उपरान्त मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन के अंतर्गत 1 से 3 मार्च तक गुरूग्राम में एंटी कर्रप्शन वर्किंग ग्रुप की बैठक होनी प्रस्तावित है। इसके लिए होटल लीला का चयन किया गया है। इस बैठक के दौरान प्रतिदिन शाम को तथा इसके बाद 4 मार्च को जी-20 वर्किंग ग्रुप के सदस्य शैक्षणिक भ्रमण पर रहेंगे। राज्य सरकार का प्रयास है कि विश्व के विभिन्न हिस्सों से पधारने वाले अतिथियों को हरियाणा की कला व सांस्कृतिक विरासत से परिचय करवाने के साथ साथ उन्हें प्रदेश में स्थित ऐतिहासिक धरोहरों से भी रूबरू करवाया जाए ताकि वे यहां से हरियाणा प्रदेश के बारे में एक अच्छी छवि लेकर अपने देशों को जाएं। इसी कड़ी में दर्शनीय स्थलों का भी भ्रमण करवाया जा रहा है। डीसी श्री यादव ने बताया कि जनवरी माह में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि विदेशी मेहमानों को भ्रमण की दृष्टि से गुरूग्राम के सेक्टर-29 स्थित कैमरा म्युजियम व सुल्तानपुर गांव में स्थित पक्षी अभ्यारण्य का विकल्प दिया जा सकता है। इसी क्रम में अब संभवतः तावडू बिलासपुर रोड स्थित हेरिटेज ट्रांसपोर्ट म्यूजियम को भी भ्रमण की सूची में रखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि स्वयं में ईसा पूर्व से लेकर आधुनिक युग की यातायात व्यवस्था के इतिहास को समेटे यह अनूठा म्यूजियम काफी रोचक जानकारियों से परिपूर्ण है। इसमें परिवहन के विभिन्न नमूनों को बहुत ही आकर्षक एवं रोचक ढ़ंग से प्रस्तुत किया हुआ है। साथ ही विभिन्न शताब्दियों में यातायात के साधनों में आए बदलाव की उपयोगी जानकारी भी यहां पर मिलती है। यह देश का ऐसा पहला संग्रहालय है, जो हरियाणा में स्थापित किया गया है। इसमें पुराने से पुराने मॉडलों के वाहन मौजूद है, वाहनों का इतिहास प्रदर्शित किया गया है। डीसी श्री यादव ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा विदेशी मेहमानों के समक्ष इन स्थानों का संक्षिप्त विवरण रखते हुए उन्हें इनमें से किसी भी या सभी में भ्रमण के लिए न्यौता दिया जाएगा, बाकि उन मेहमानों की रूचि और समय की उपलब्धता पर निर्भर करेगा कि वे कहाँ जाना चाहेंगे। Post navigation संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती की तैयारियों को दिया अंतिम रूप केंद्रीय बजट आंकड़ों और शब्दों की बाजीगरी : सुखबीर तंवर