हिसार
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कुश्ती प्रकरण पर देश वैश्विक पटल पर हुआ शर्मशार-एडवोकेट खोवाल
–हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने बैठक कर जताया रोष
हिसार, 21 जनवरी। हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं उनकी कार्यशैली के खिलाफ देश के नामी पहलवानों द्वारा किए गए विरोध का समर्थन किया है। इस मुद्दे को लेकर डिपार्टमेंट की एक महत्वपूर्ण बैठक शनिवार को कोर्ट कॉम्पलेक्स में आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रतन सिंह पानू ने की। वहीं बैठक में डिपार्टमेंट के प्रदेश चेयरमैन एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल विशेष तौर पर उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए एडवोकेट खोवाल ने कहा कि भारतीय पहलवानों ने जिस तरह से कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर आरोप लगाए हैं, उससे पूरे विश्व में देश की छवि को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं सांसद बृज भूषण ने खिलाडि़यों को लेकर जो ओछी टिप्पणी की है, वह खेल मर्यादाओं को तार तार करने वाली है। ओलंपियन चार्ट के अनुसार अगर कोई भी आडियो या वीडियो से यौन शोषण का खुलासा होता है तो इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज होने चाहिए, लेकिन उक्त मामले में केवल जांच कमेटी बनाकर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। एडवोकेट खोवाल ने कहा कि कुश्ती संघ की ओर से यौन शोषण विरोधी कमेटी अभी तक गठित नहीं की गई है, इसलिए सरकार तुरंत संघ को भंग कर सकती है। एडवोकेट खोवाल ने कहा कि इस मामले से पहले हरियाणा के खेल मंत्री पर भी एक महिला कोच द्वारा शोषण के गंभीर आरोप लगाए गए हैं, लेकिन उस मामले में भी खेल मंत्री से इस्तीफा लेने की बजाए केवल विभाग बदलकर खाना पूर्ति की गई है।
एडवोकेट खोवाल ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में भारत की छवि खराब हुई है, जिसके लिए सीधे तौर पर देश के प्रधानमंत्री जिम्मेदार है, क्योंकि एक महिला पहलवान करीब डेढ वर्ष पहले ही उन्हें अपना दुखड़ा सुना चुकी थी, फिर भी उन्होंने कोई सशक्त कदम नहीं उठाया। बैठक में सर्वसम्मति से उक्त प्रकरण के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए मांग की कि इस मामले में निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि कोई भी अभिभावक खेलों मंें अपनी बेटियों को बेसंकोच भेज सकें। इस मौके पर डिपार्टमेंट के प्रदेश सचिव एडवोकेट पवन तंुदवाल, कुलवंत सैनी, अजमेर मोर,सत्यवान जांगड़ा, श्वेता शर्मा, सतीश कुमार वर्मा, हिमांशु आर्य, ओमप्रकाश धत्तरवाल, बलबीर कटारिया व सुमित कड़वासरा सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।