बागवानी उत्कृष्टता केंद्र भारत और इजराईल के राजनीति लोकतांत्रिकों संबंधों की मजबूती का भी प्रतीक है: राजदूत नाओर गिलोन

अन्नदाता की मेहनत की बदौलत ही देश में जरूरतमंद 80 करोड़ लोगों को दिया जा रहा है कि फ्री में राशन: कृषि मंत्री जेपी दलाल
2030 तक 17 लाख एकड़ भूमि पर बागवानी का लक्ष्य रखा गया है:कृषि मंत्री जेपी दलाल
लोहारू क्षेत्र के गांव गिगनाऊ को मिली इंडो-इजराईल बागवानी उत्कृष्टता केंद्र सौगात
भारत के इजराईल के राजदूत व कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किया उत्कृष्ट केंद्र का उद्घाटन

लोहारू, 22 जनवरी। भारत में इजराईल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि लोहारू विधानसभा क्षेत्र के गांव गिगनाऊ में बागवानी के उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन करके उनको बेहत ही खुशी का अनुभव हो रहा है। यह भारत और इजराईल दोनों देशों के लिए एतिहासिक दिन है। यह देश का न केवल 30 वां उत्कृष्टता केंद्र है्र बल्कि यह दोनों देशों के राजनीति संबंधों के बीच लोकतांत्रिकों संबंधों की मजबूती का भी प्रतीक है। इससे केवल इसी क्षेत्र के बल्कि पूरे हरियाणा साथ-साथ देशभर के किसानों का फायदा होगा। यह एक तरह से शोध का केंद्र होगा।

राजदूत गिलोन रविवार को गांव गिगनाऊ में करीब 50 एकड़ भूमि में बने अद्र्ध शुष्क बागवानी उत्कृष्टता केंद्र के शुभारंभ अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इस केंद्र पर करीब साढ़े 12 करोड़ रुपए की लागत आई है और यह बहुत ही कम समय मात्र दो मात्र साल की अवधि में ही बनकर तैयार हुआ है, जिसको प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल द्वारा बनवाया गया है, जो कि इस इलाके लिए अनुपम सौगात है। गिलोन ने कहा कि इंडो-इजराईल कृषि परियोजना के तहत स्थापित यह केंद्र अद्र्ध कम से कम पानी में की जानी बागवानी के लिए समर्पित है। इजराईल ने अपनी तकनीक से रेतीले क्षेत्रों को भी हरा-भरा बनाकर कृषि क्षेत्र में पूरी दूनिया में मिशाल कायम है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा का किसान बहुत मेहनती है। इसी के परिणाम स्वरूप वे भारत में विशेषकर हरियाणा में उत्कृष्ट केंद्रों की स्थापना को प्राथमिकता देते हैं। ऐसे केंद्रों की स्थापना करने का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में नए संसाधनों का विकसित करना है जिससे किसान खुशहाल हो। उन्होंने कहा कि अब इजराईल की तकनीक व जानकारी भारत में स्थानांतरित व निर्मित की जा रही हैं, जिससे मेक इन इंडिया पहल को और अधिक बढावा मिल रहा है। इस केंद्र के माध्यम से भारत में उत्पादित इजराईल आधारित कृषि तकनीक जैसे ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग, ग्रीन हाऊस आदि का प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत में इंडो-इजराईल तकनीक पर आधारित बनाए गए बागवानी उत्कृष्टता केंद्रों में चार करोड़ से अधिक गुणवत्ता वाली सब्जी की पौध व पांच लाख गुणवत्ता वाले फलों के पौधे तैयार किए जा रहे हैं। इन केंद्रों पर हर साल एक लाख 20 हजार से अधिक किसानों को प्रशिक्षण भी मिल रहा है।

मेहनतकश अन्नदाता के बदौलत ही आज देश की 80 करोड़ आबादी को मिल रहा है फ्री अनाज: कृषि मंत्री जेपी दलाल

उद्घाटन समारोह में प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने राजदूत गिलोन से मुखातिब होते हुए कहा कि इजराईल एक ऐसा देश है जो दोस्ती खुलकर निभाता है। यह छोटा सा देश होते हुए भी कृषि व सुरक्षा सहित अनेक क्षेत्रों में अग्रणी है। आज इस देश की तकनीक को दूसरे देश भी अपना रहे हैं। इजराईल ने बंजर भूमि को उपजाऊ बनाकर अपने देश को स्वर्ग बनाया है। इजराईल ने पूरी दुनिया को बूंद से बूंद से खेती करने की तनकीक दी है। उन्होंने कहा कि भारत देश का किसान इतना मेहनती है कि आज देश के 80 करोड़ लोगों को फ्री में राशन दिया जा रहा है,्र जबकि पाकिस्तान जैसे देश भुखमरी की कगार पर हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में बागवानी के बजट को 100 गुणा बढ़ाकर 8 करोड़ से 800 करोड़ रुपए कर दिया है। प्रदेश में 500 एफपीओ स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि 2030 तक 17 लाख एकड़ भूमि पर बागवानी का लक्ष्य रखा गया है। गन्नौर में दुनिया में सबसे बड़ी सब्जी मंडी स्थापित की जा रही है, जो 500 एकड़ में होगी, जिस पर ढाई हजार करोड़ की लागत आएगी और इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि बागवानी में जोखिम को कम करने के लिए मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना लागू की गई है,इस योजना के तहत 46 फसलों को कवर किया गया है। इसके अलावा भावांतर भरपाई योजना के तहत 21 बागवानी फसलों को शामिल किया गया है।

उन्होंने कहा कि देश में किसानों के लिए सबसे अधिक योजना हरियाणा में लागू की गई हैं। इतनी अधिक योजना और किसी प्रदेश में लागू नहीं की गई हैं। उन्होंने कहा कि गिगनाऊ में बने उत्कृष्ट केंद्र की महता आने वाले कुछ वर्षों में नजर आएगी जब इसको देखने के लिए हरियाणा के साथ-साथ अन्य विश्वविद्यालयों से विद्यार्थी भी आएंगे। यह किसानों के साथ-साथ युवाओं के भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस सेंटर में तैयार होने वाली अमरूद, बादाम, खजूर, अनार, नासपाती, नींबू वर्गीय फल, बेर, ड्रैगन फू्रट, रेड बल्ड माल्टा, स्ट्राबेरी,अवोकाडा आदि किस्म के उत्तम क्वालीटिली के पौध से पूरा प्रदेश लाभांवित होगा। इस केंद्र से किसानों को उच्च गुणवत्ता की सब्जियों की पौध सस्ती दरों पर उपलब्ध होगी। इसके अलावा भिवानी एवं आस-पास के जिलों के किसान इस केंद्र के विशेषज्ञों से बागवानी खेती का तकनीकी ज्ञान हासिल कर सकेगें। यहीं नहीं केंद्र पर पॉली एवं नेट हाउस पर फसल प्रदर्शन से किसान संरक्षित खेती की जानकारी हासिल कर फसल लगाने में सक्षम बन पाएगें।

इस हाइटेक ग्रीन हाउस में 30 से 40 लाख तक सब्जियों की पौध को तैयार किया जाएगा। कृषि मंत्री ने कहा कि इसके अलावा फलों की पौध हेतु मदर ब्लॉक तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा 20 एकड़ में खजूर, अनार, अमरुद, बादाम, नाशपाती, निंबू वर्गीय फल, बेर, अनार, ड्रैगन फ्रूट एवं रेड ब्लड माल्टा के पौधों को रोपण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सब्जियों फलों में सिंचाई का प्रबंध सूक्ष्म सिंचाई पद्धति द्वारा किया गया है।इसके लिए 62 लाख लीटर के दो टैंक बनवाए गए है व पूरा केंद्र सूक्ष्म सिंचाई से सिंचित किया जा रहा है।

इसके इलावा पॉली हाउस में इस केंद्र में विशेष तोर पर नयी तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसमें स्ट्रॉबेरी के लिये आधुनिक उद्पादन सिस्टम, फल पौधों के लिये हाईटेक सिस्टम, रिट्रक्रेबल जलवायु आधारित ग्रीनहाउस सिस्टम, आदि शामिल हैं। इसके इलावा कई नयी फसलों का भी यहाँ प्रदर्शन किया जा रहा है जिसमें ऐवोकैडो भी शामिल है। यह इंडो-इजराईल तकनीक से बना प्रदेश का 12 वां उत्कृष्टता केंद्र है।

जीवन को बचाने के लिए जहरमुक्त खेती करनी होगी: कमल पटेल

उद्घाटन समारोह मे पहुंचे मध्य प्रदेश के किसान कल्याण व कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा कि पेस्टीसाईड के प्रयोग से खेती जहरीली होती जा रही है,जिससे कैंसर जैसी घातक बीमारी पैदा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर केंद्र सरकार जहरमुक्त खेती पर जोर दे रही है। जीवन, जमीन और पर्यावरण को बचाने के लिए प्राकृतिक खेती को अपनाना होगा, जिसके लिए भारत सरकार द्वारा हजारों करोड़ रुपए की सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि किसान शुद्ध अनाज पैदा करें ताकि बच्चों को शुद्ध चीज खाने को मिले, जिनके उनका भविष्य बच सके। उन्होंने कहा कि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने अपने गुरुकुल में गाय के गोबर व गौमूत्र से बनी खाद से जहरमुक्त खेती कर नया उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि अगर पूरे भारत वर्ष हरियाणा सरकार के विजन के अनुसार किसानों के लिए कार्य किए जाए तो किसानों को उन्नत किसान बनने से कोई रोक नहीं सकता। इस दौरान उन्होंने समारोह में उपस्थि हजारों-हजारों किसानों को प्राकृतिक खेती की शपथ दिलाई।

उत्कृष्ट केंद्र की स्थापना समारोह का हिस्सा बनने पर हो रहा है गर्व: एशैल

समारोह को संबोधित करते हुए इजराईली दूतावास के कृषि विशेषक याएर एशैल ने कहा कि उनको इस बात का गर्व हो रहा है कि हरियाणा में उनको भारत-इजराईल संयुक्त कृषि/बागवानी की योजना का हिस्सा बनने का अवसर मिला है। इस केंद्र के माध्यम से इजराईल की तकनीक और भारतीय किसानों की मेहनत साथ आएगी तो गिगनाऊ, लोहारू और भिवानी क्षेत्र में आर्थिक संपन्नता के साथ-साथ कृषि विकास अधिक रफ्तार से सुनिश्चित हो पाएगा।

सरकार का किसानों की आय कई गुणा करने का लक्ष्य: डॉ. अर्जुन सिंह सैनी

बागवनी महानिदेश डॉ. अर्जुन सिंह सैनी ने समारोह में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यहां के किसान इस केंद्र का भरपूर लाभ उठाकर एक समृद्व किसान की श्रेणी में आगे आएगें। उन्होंने कहा कि किसानों के बिना कोई भी देश उन्नति नहीं कर सकता। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कराने में किसान अहम रोल अदा करते हैं। डॉ. सैनी ने कहा कि किसानों को उच्च गुण वत्ता के बीजों का प्रयोग करते हुए अच्छी फसलों की पैदावार करनी चाहिए, ताकि किसान अपनी आय में इजाफा कर समृद्व किसान बन सकें। डा. सैनी ने कहा कि वर्ष 2022 में 3000 एकड़ पॉली-हाउस का निर्माण हो चुका है। जिससे किसानों की आमदनी बड़ी है और वह 6-20 लाख रूपये तक कमा रहें है।

समोराह को भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा ने भी संबोधित किया।

समोराह के दौरान राजदूत नाओर गिलोन ने कृषि मंत्री श्री दलाल के साथ खुली जीप में सवार होकर इस उत्कृष्ट केंद्र का अवलोकन किया। समारोह के दौरान राजदूत सहित सभी वक्काओं ने कृषि मंत्री जेपी दलाल द्वारा किसानों व पशुपालकों के कल्याण व आय बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की मुक्तकंठ से जमकर सराहना की।

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