जनता दरबार में नहीं होता लोगो की समस्या का समाधान तो दरबार लगाना बंद करे अनिल विज – जयहिंद

29 जनवरी को अमित शाह की रैली में शामिल होने से मिलेगा समाधान   – नवीन जयहिंद

रौनक शर्मा

रोहतक- स्वास्थ्य व गृह मंत्री अनिल विज के दरबार में लोगो को उनकी समस्या का समाधान नहीं मिलता ऐसा  कहना है नवीन जयहिंद के दरबार में  पहुंचे नौजवानो का। जो पहले अपनी MPHW पुरुष भर्ती की समस्या को  लेकर गृह मंत्री अनिल विज के दरबार में पहुंचे लेकिन वह उन्हें उनकी समस्या का  कोई समाधान नहीं मिला जिसके बाद वो सीधा नवीन जयहिंद से मिलने पहुंचे और अपनी समस्या उनके सामने रखी। सरकार द्वारा 2014-15 के बाद से MPHW पुरुष भर्ती नहीं खोली गयी जिस कारण सैकड़ो युवा बेरोजगार घूम रहे है।  सरकार ने 2014-15 के बाद से  प्राइवेट कालेजों में MPHW की सीट तो बढ़ा दी लेकिन नौकरिया देने के नाम पर सरकार ने किनारा कर लिया।  CET क्वालीफाई करने के बाद भी युवा नौकरी के लिए भटक रहे है क्यूंकि CET के अंतर्गत हेल्थ डिपार्टमेंट की सभी नौकरियों को सुनिश्चित किया गया है लेकिन MPHW पुरुष भर्ती के लिए इसमें कोई प्रवधान नहीं है।  नवीन जयहिंद के पास पहुंचे इन  बेरोजगार युवाओ ने  नवीन जयहिंद को अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा की सरकार लगातार MPHW में मेल  कैंडिडेट्स को भर्ती कर रही है लेकिन नौकरिया नहीं दे रही जिससे युवा बेरोजगार है। इन अभ्यर्थियों का कहना है  की अपनी इस समस्या को लेकर वो अनिल विज के दरबार में भी गए थे लेकिन वह से भी उन्हें कोई समाधान नहीं मिला।

  जयहिंद ने  स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज  को चेतावनी देते हुए कहा है की या तो स्वास्थ्य मंत्री जल्द इन  बेरोजगार युवाओ की  समस्या का समाधान करे और इन्हे नौकरी दिलाई जाए या फिर खुद को गब्बर कहने वाले गृह / स्वास्थ्य मंत्री अपना  जनता दरबार लगाना बंद करे।  जयहिंद ने कहा की WHO के नियमानुसार  5000 की आबादी के ऊपर एक पुरुष MPHW भर्ती होना चाहिए लेकिन हरयाणा स्वास्थ्य विभाग ने WHO के नियमो की भी धज्जियां उड़ा कर रख दी है।  

अमित शाह की रैली में पहुंचे किसान, सरपंच  व् बेरोजगार 

नवीन जयहिंद ने कहा की सभी किसान , सरपंच व् बेरोजगार साथी जो  भी इस सरकार के शोषण से दुखी है  29 जनवरी को गोहाना में  अमित शाह की रैली में जरूर पहुंचे।  नवीन जयहिंद ने कहा की जब  प्रदेश सरकार के  पास  आम जनता की समस्याओं का कोई हल नहीं  है तो अब केंद्रीय नेतृत्व को  ही अपनी समस्या बताने में  भलाई है। हो सकता है केंद्र के नेताओ के पास कोई ऐसा समाधान हो जो हरियाणा के मंत्री और मुख्यमंत्री के पास नहीं है।

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