भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक गुरुग्राम। भाजपा सरकार की ओर से ऐसे इशारे मिले हैं कि निगम चुनाव फरवरी माह में बच्चों की परीक्षाओं से पहले करा दिए जाएंगे और ऐसा ही कुछ भाजपा जिला और प्रदेश कार्यकारिणी के लोगों का कहना है। शायद यही कारण है कि राजनीति में गर्माहट आने लगी है। वर्तमान में राजनीति से एक प्रकार से अज्ञातवास में रहने वाले राजनेता भी सक्रिय नजर आने लगे हैं। मेरी अपनी निजी राय में यह चुनाव फरवरी में होते नजर आ नहीं रहे। अभी वार्डबंदी हुई नहीं है। वार्डबंदी के लिए जो बैठक कल होनी थी, वह स्थगित कर दी गई। पहले वार्डबंदी होगी, उसके बाद उस पर ऐतराज और सुझाव मांगे जाएंगे और फिर चुनाव की घोषणा होगी तथा पहले जो वार्डबंदी हुई थी, उससे सत्ता और विपक्ष राजनैतिक खफा थे। और ऐसा ही कुछ अब होने की संभावना है। और कोई कोर्ट चला गया तो मामला अनिश्चितकाल के लिए अटक जाएगा और सबकुछ सही चला तो भी मार्च से पहले चुनाव संभव नजर नहीं आ रहे। भाजपा की ओर से तो चुनाव प्रभारी पहले ही नियुक्त कर दिए थे और भाजपा संगठन की ओर से भी चुनाव कराने के लिए पदाधिकारी नियुक्त कर दिए हैं। इसी को देखते हुए आज कांग्रेस ने भी पटौदी से गीता भुक्कल, गुरुग्राम से करण दलाल और फरीदाबाद से अशोक अरोड़ा को चुनाव प्रभारी बनाया है। कल भूपेंद्र सिंह हुड्डा घोषणा कर गए थे कि हम सभी चुनावों के लिए तैयार हैं और चुनाव सिंबल पर लड़ेंगे। चुनाव की घोषणा के पश्चात मनोवैज्ञानिक दबाव जनता पर बनाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस चुनाव में पंजाबी, ब्राह्मण और यादव वोट बराबर होंगे। कोई कहता है कि पंजाबी यादव को वोट नहीं देता, कोई कहता है कि यादव पंजाबी को वोट नहीं देता, ब्राह्मण कहते हैं कि हमें तो सभी वोट दे देते हैं। हमारी अपनी राय में तो अब इन बातों का महत्व होना नहीं चाहिए। अभी भाजपा की ओर से अनेक नाम आ रहे हैं मेयर के चुनाव के लिए, जिनमें एक नाम मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी रहे जवाहर यादव का भी सुना गया, जिसकी शहर में चर्चा है कि मुख्यमंत्री का आशीर्वाद जवाहर के साथ है। हमने जब जवाहर यादव से इस बारे में पूछा तो उनका कहना था कि कौशिक जी मेरा कोई दूर-दूर तक चुनाव लडऩे का इरादा नहीं है और न मैंने इस बारे में सोचा है, पता नहीं कौन किस स्वार्थ के वशीभूत मेरा नाम उछाल रहा है। राजनैतिक गलियारों में एक बात और सुनी जा रही है कि उमेश अग्रवाल जोकि आप पार्टी से काफी समय से दूरी बनाए हुए थे, जाकर हरियाणा प्रभारी सुशील गुप्ता से अपनी पत्नी अनीता लूथरा की बात पक्की कर आए हैं। इस बात का समर्थन कुछ आप पार्टी के नेताओं ने भी किया और कुछ नेताओं ने यह भी कहा कि सुशील गुप्ता के ऊपर भी बहुत हैं। और कुछ पंजाबियों में यह भी चर्चा है कि जवाहर यादव का नाम उमेश अग्रवाल की ओर से ही उछाला जा रहा है, जिससे पंजाबी भाजपा से रुष्ट होकर अनीता लूथरा के समर्थन में आ जाएं। पता नहीं सच्चाई क्या है, पर ऐसी रोचक बातें रोज देखने में आएंगी। Post navigation केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों को जन-जन पहुुंचाएं: सुधीर सिंगला विधायक ने किया एक आवाज के तीसरे रक्तदान शिविर का शुभारंभ