सडकों/हाइवे पर गैर-कानूनी कट को बंद करवाने की कार्यवाही और सड़कों पर लगाए यातायात संकेतक बोर्ड अधिकारी- अनिल विज सडकों पर पशुओं के आने से होने वाली दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ग्रिल इत्यादि लगाकर समाधान करें अधिकारी- विज चण्डीगढ़, 11 जनवरी – हरियाणा के गृह मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर विभिन्न उपाय किए जाएंगे। इसके अलावा, यातायात नियमों का अनुसरण करवाने के लिए यातायात पुलिस द्वारा विभिन्न कारगर कदम उठाए जाएंगे ताकि लोगों के जीवन को बचाया जा सकें। श्री विज ने यह बात आज यहां पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ हुई एक समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में लेन ट्रैफिक और पशुओं से होने वाली सडक दुर्घटनाआंे को कम करने के लिए कारगर उपाय उठाए जाएं ताकि लोगों की जान को बचाया जा सकें। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि राज्य की सडकों पर संकेतक बोर्ड भी लगाए जाएं ताकि कानून का पालन करने वाले लोग इन संकेतकों का लाभ यातायात के दौरान उठा सकें। श्री विज ने कहा कि धुंध के कारण होने वाली सडक दुर्घटनाओं को कम करने के लिए लोगों को सचेत करने हेतू पुलिस को समय-समय पर एडवाईजरी जारी करते रहना चाहिए ताकि लोग एडवाईजरी के मुताबिक अपनी यात्रा का चयन कर सकें। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सडकों पर पशुओं के आने से होने वाली दुर्घटनाओं को करने के लिए ग्रिल इत्यादि लगाकर समाधान करना चाहिए। इसी तरह, श्री विज ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सडकों/हाइवे पर गैर-कानूनी कट को बंद करवाने की कार्यवाही की जाए ताकि सडक दुर्घटनाओं को रोका जा सके। ऐसे ही, उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि रोड सेफटी अधिकारियों की तैनाती के संबंध में दोबारा से कमेटी का गठन किया जाए। वर्ष 2022 में कुल 19,93,010 चालान सभी प्रकार के उल्लंघनकर्ताओं के किए बैठक में यातायात पुलिस के महानिरीक्षक श्री हरदीप सिंह दून ने मंत्री को अवगत कराया कि वर्ष 2022 में कुल 19,93,010 चालान सभी प्रकार के उल्लंघनकर्ताओं के किए गए। वहीं, वर्ष 2022 में लेन ड्राइंविंग के उल्लंघनकर्ताओं के 1,81,701 चालान किए गए। ऐसे ही, वर्ष 2022 में बिना सीट बैल्ट के 82058 चालान, ड्रंकन ड्राइविंग के 2622 चालान, ड्राइविंग लाईसेंस के निलंबन के 9394 मामले आगे भेजे गए। इसके अलावा, दुर्घटना संभावित क्षेत्र की पहचान करने के लिए आईरैड एप्लीकेशन के माध्यम से 163 स्थान चिन्हित किए गए है जिनके सुधार के लिए संबंधित पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। श्री दून ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 44 व 48 पर 45 पुलिस सहायता बूथ हैं और बूथ के पुलिस कर्मियों ने वर्ष 2022 में 2365 सडक दुर्घटना के पीडितों को अंटेंड करते हुए 1476 लोगों को नजदीकी अस्पताल में पहुंचाने का काम किया। पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि लेन ड्राइविंग बोर्ड, डायल 112 बोर्ड, लाईट रिकवरी क्रेन, ई-चालान मशीन, हाइवे पर सीसीटीवी कैमरा इत्यादि के संबंध में एक प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है जिसके जल्द ही स्वीकृत होने की उम्मीद है। उन्होंने मंत्री को अवगत कराया कि हाइवे पर 20 विभिन्न स्थानों पर 120 एएनपीआर और स्पीड डिटैक्शन व सर्विलेंस कैमरों को लगाया गया है ताकि हाई स्पीड वाहनों व अन्य का चालान किया जा सकें। इसके अलावा, कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रैस-वे पर पुलिस थाना व पुलिस चौकी को स्थापित करने के लिए एक प्रस्ताव सरकार को भेजा गया हैं। ऐसे ही, महाराष्ट्र राज्य हाइवे पुलिस की तर्ज पर एक हाइवे डिपार्टमेंट को गठित करने का प्रस्ताव भी भेजा गया है। इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक (यातायात) श्री हरदीप सिंह दून सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। Post navigation पर्यटन की दृष्टि से विशेष कंट्रोल्ड एरिया करेंगे चिन्हित- मुख्य सचिव संजीव कौशल मुख्य सचिव ने की ई-भूमि पोर्टल के माध्यम से भूमि खरीद के संबंध में सचिवों की समिति की अध्यक्षता