कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने दिव्यांगों के लिए समर्पित की निःशुल्क यातायात सेवा।
विश्वविद्यालय परिसर में दो गोल्फ कार्ट इलेक्ट्रिकल वाहन द्वारा दिव्यांगों को मिलेगी निःशुल्क सेवा।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 2 जनवरी : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि दिव्यांगों ने अपने विशिष्ट कार्यों, उपलब्धियों से समाज में अहम स्थान बनाकर जीवन में ऊंचाइयों को प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि वे अपने मनोबल को हमेशा ऊंचा रखकर सम्मानित जीवन व्यतीत करें। वे सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों के लिए समर्पित निःशुल्क गोल्फ कार्ट (इलेक्ट्रिक वाहन) की सवारी सेवा के शुभारम्भ अवसर पर बोल रहे थे। कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि वर्तमान में लोगों की दिव्यांगजनों के प्रति धारणा में परिवर्तन आ रहा है। उन्होंने बताया कि विकलांग शब्द कैसे धीरे-धीरे पीछे जा रहा है और दिव्यांग शब्द आगे आ रहा है जिससे वर्तमान में दिव्यांग के प्रति सोच बदल रही है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन किसी भी प्रकार की समस्याओं से न डरे बल्कि अन्य सामान्य लोगों की अपेक्षा आप ज्यादा कार्य करके दिखाए और समाज में विशिष्ट स्थान प्राप्त करें।

कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने अपनी सामाजिक दायित्वों का निवर्हन करते हुए दिव्यांगों के लिए कुवि के सभी भवनों एवं कार्यालयों में रैम्प, लिफ्ट सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। इसके साथ ही दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए दाखिले में 3 प्रतिशत आरक्षण, नेत्रहीन दिव्यांग के पूरी ट्यूशन फीस व हॉस्टल फीस को माफ करने, विश्वविद्यालय के जेएलएन पुस्तकालय में ब्रेल्स पुस्तिका, भूतल पर आवास देने सहित विभागों एवं कार्यालयों में उनके अनुरूप व्यवस्था सुनिश्चित की गई हैं। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों के लिए एक समावेशी और प्रतिबद्ध परिसर बनने के लिए प्रतिबद्ध है। कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा व कुलसचिव डॉ. सजीव शर्मा ने नारियल फोड़कर दिव्यांगों के लिए निःशुल्क वाहन सेवा का शुभारम्भ किया।

इस अवसर पर कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने दिव्यांग छात्रों से संक्षिप्त बातचीत की। छात्रों ने इस मांग को पूरा करने के लिए कुवि कुलपति का धन्यवाद किया। दिव्यांग छात्रों ने समारोह के दौरान फ्रंट गेट (वीवीआईपी गेट) से प्रवेश के लिए भी अनुरोध किया जिस पर कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने तुरंत अधिकारियों से उनकी दूसरी मांग भी पूरी करने को कहा। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय विशेष रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए एक समावेशी और प्रतिबद्ध परिसर बनने के लिए प्रतिबद्ध है।
कुवि कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा ने कहा कि दिव्यांगों के प्रति सहानुभूति नहीं बल्कि उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने व समाज को भी इस विषय पर संवेदनशीलता होने की जरूरत है। इस अवसर पर डॉ. विवेक चावला और डॉ. कवल गर्ग ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति, कुलसचिव और विशेष रूप से सक्षम छात्रों को एक ट्रायल यात्रा का दौरा कराया।

इस अवसर पर कुवि कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. मंजूला चौधरी, प्रो. अनिल वशिष्ठ, प्रो. सुनील ढींगरा, प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. पवन शर्मा, प्रो. नीलम ढांडा, डॉ. डीएस राणा, प्रो. शुचिस्मिता, प्रो. अनिल मित्तल, प्रो. वनीता ढींगरा, प्रो. राजेन्द्र नाथ, प्रो. अनिल गुप्ता, डॉ. कंवल गर्ग, डॉ. विवेक चावला, डॉ. राजबीर सिंह, कुटा प्रधान डॉ. आनन्द कुमार, डॉ. अजय अग्रवाल, डॉ. अशोक शर्मा, डॉ. राकेश कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकम सिंह व डॉ. अंकेश्वर प्रकाश, कुलपति के ओएसडी पवन रोहिल्ला व सहायक कुलसचिव विनोद वर्मा व डॉ. जितेन्द्र जांगड़ा मौजूद रहे।

बैटरी से चलने वाले दो वाहनों द्वारा दिव्यांगों को मिलेगी निःशुल्क यातायात सुविधा
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय परिसर में दो इलेक्ट्रिक वाहनों के द्वारा दिव्यांगों के लिए निःशुल्क यातायात की सुविधा शुरू की गई है इसके साथ ही जिन छात्रों और मेहमानों को चलने में कठिनाई होती है, दृष्टिबाधित हैं या व्हीलचेयर का उपयोग करते हैं, उनके लिए बैटरी से चलने वाली गोल्फ कार्ट में, पार्किंग स्थान से विश्वविद्यालय प्रवेश द्वार तक पहुंचाया जाएगा। इस इलेक्ट्रिक वाहन में कुल आठ व्यक्तियों के बैठने की व्यवस्था है तथा पर्यावरण में कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दृष्टि से इलेक्ट्रिक वाहन वर्तमान समय की आवश्यकता है।

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