-कमलेश भारतीय

शास्त्रीय संगीत के साथ साथ साहित्य और बागवानी का शौक है । जिस काॅलेज में संगीत सीखा , उसी काॅलेज में सिखाया भी । यह कहना है डाॅ मुदिता वर्मा का , जो संगीत प्राध्यापिका रहीं अनेक काॅलेजों में । आजकल सेवानिवृत्त होकर हिसार के पीएलए में रहती हैं ।

-मूल रूप से कहां से हैं ?
-भिवानी से ।

-शिक्षा कितनी और कहां कहां ?
-भिवानी के आदर्श महिला महाविद्यालय से ग्रेजुएशन । रोहतक के गवर्नमेंट काॅलेज से एम फिल और पीएचडी कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय से श्रीखंडे के निर्देशन में की ।

-आपने कौन सा रूप चुना ? गायन या वाद्य ?
-गायन, रोहतक आकाशवाणी केंद्र पर युवा संसार में आकस्मिक उद्घोषणिका व शास्त्रीय संगीत गायन आर्टिस्ट एक साथ रही ।

-युवा समारोहों में पुरस्कार मिले ?
-जी । न केवल शास्त्रीय गायन बल्कि लोकगीत में भी । इंटर जोनल तक पहुंची ।

-कहां कहां जाॅब ?
-महेंद्रगढ़ के गवर्नमेंट काॅलेज से शुरूआत और उनके बाद रोहतक में भी पढ़ाया जहां खुद संगीत की शिक्षा ली । फिर जींद , हिसार , सिरसा , आदमपुर, , फरीदाबाद और फिर हिसार !

-आपके प्रिय गायक ?
-पंडित जसराज , कौशिकी चक्रवर्ती और वीणा सहस्त्रबुद्धे ।

-परिवार के बारे में कुछ बताइए ।
-पति डाॅ जगबीर वर्मा जो हाल ही में भिवानी में हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन के रूप में सेवानिवृत्त हुए हैं । दो बेटियां हैं -देवांशी जो यूएसए में है इन दिनों । दूसरी कनिका जो नीट कर रही है ।

-और कोई शौक ?
-साहित्य में मन रमता है । बागवानी भी करती हूं । मेरी किताब भी आई है प्राची पब्लिकेशन से ।

हमारी शुभकामनाएं डाॅ मुदिता वर्मा को । आप इस नम्बर पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं : 9813127722

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